सीएम नीतीश ने समस्तीपुर को दी 937 करोड़ की सौगात

मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने अपनी प्रगति यात्रा के दौरान समस्तीपुर में 937 करोड़ की विभिन्न योजनाओं की आधारशिला रखी। वहीं, इस दौरान मंत्री विजय चौधरी ने प्रगति यात्रा का उद्देश्य भी बताया।

मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने अपनी प्रगति यात्रा के दौरान समस्तीपुर जिले को 937 करोड़ रुपये से अधिक की विकास योजनाओं की सौगात दी। इस दौरान मुख्यमंत्री ने 198 योजनाओं का उद्घाटन और शिलान्यास किया। इनमें 500.82 करोड़ रुपये की लागत से तैयार 51 योजनाओं का उद्घाटन और 436.64 करोड़ रुपये की लागत से 147 योजनाओं का शिलान्यास शामिल है। मुख्यमंत्री ने इस यात्रा को विकास के प्रतीक के रूप में प्रस्तुत करते हुए कहा कि बिहार सरकार अपने हर नागरिक तक योजनाओं का लाभ पहुंचाने के लिए प्रतिबद्ध है।

छात्रावास और आपातकालीन केंद्र का उद्घाटन
मुख्यमंत्री ने अपनी यात्रा की शुरुआत समस्तीपुर जिले के उजियारपुर प्रखंड के रायपुर गांव से की, जहां उन्होंने 100 बेड वाले डॉ. भीमराव अंबेडकर राजकीय कल्याण छात्रावास का उद्घाटन किया। उन्होंने भवन का निरीक्षण करते हुए भोजनालय और रसोईघर का जायजा लिया और इसे ‘उत्कृष्ट निर्माण’ बताया। मुख्यमंत्री ने अधिकारियों को निर्देश दिया कि छात्रों को किसी भी प्रकार की असुविधा न हो और भवन की सभी व्यवस्थाएं सुचारू रूप से संचालित की जाएं।

इसके बाद मुख्यमंत्री ने आपातकालीन प्रतिक्रिया सुविधा सह प्रशिक्षण केंद्र का उद्घाटन किया। इस केंद्र के उद्घाटन को मुख्यमंत्री ने आपातकालीन परिस्थितियों में जिले के लिए मील का पत्थर बताया। उन्होंने कहा कि यह केंद्र न केवल आपात स्थितियों में सहायता प्रदान करेगा, बल्कि लोगों को प्रशिक्षण देकर उन्हें आपदाओं के लिए तैयार भी करेगा।

जीविका: महिलाओं की आत्मनिर्भरता की कहानी
मुख्यमंत्री ने आपातकालीन प्रतिक्रिया केंद्र के बाहर विभिन्न विभागों और स्वयं सहायता समूहों के स्टॉलों का निरीक्षण किया। इस दौरान उन्होंने जीविका दीदियों के साथ बातचीत की। उन्होंने बताया कि जब वे केंद्रीय मंत्री थे, तब उन्होंने स्वयं सहायता समूहों का काम अन्य राज्यों में देखा और 2006 में बिहार में इसे ‘जीविका’ नाम दिया। उन्होंने गर्व के साथ बताया कि आज बिहार में 10.61 लाख जीविका स्वयं सहायता समूह हैं, जिनसे 1.31 करोड़ महिलाएं जुड़ी हुई हैं। शहरी क्षेत्रों में भी 26,000 से अधिक समूह गठित किए गए हैं। जीविका दीदियों ने मुख्यमंत्री के प्रति आभार व्यक्त किया और कहा कि उनके प्रयासों से उनकी जीवनशैली में बड़ा बदलाव आया है।

पर्यटन और बुनियादी ढांचे का विस्तार
मुख्यमंत्री ने कल्याणपुर प्रखंड के मुक्तापुर मोईन का निरीक्षण किया, जहां पर्यटन विभाग द्वारा सौंदर्यीकरण और जीर्णोद्धार का प्रस्ताव है। मुक्तापुर मोईन 50 एकड़ में फैला एक प्रमुख स्थल है, जिसे बूढ़ी गंडक नदी से जोड़ा गया है। मुख्यमंत्री ने इसके सौंदर्यीकरण के लिए गहराई बढ़ाने, सुगम मार्ग निर्माण और पर्याप्त लाइटिंग की व्यवस्था के निर्देश दिए। इसके अलावा, मुख्यमंत्री ने 99.23 करोड़ रुपये की लागत से दरभंगा-समस्तीपुर रेल खंड पर मुक्तापुर रेलवे गुमटी पर आरओबी (रेलवे ओवरब्रिज) का शिलान्यास किया। उन्होंने अधिकारियों को निर्देश दिया कि इन परियोजनाओं को जल्द से जल्द पूरा किया जाए ताकि जनता को राहत मिल सके।

जल-जीवन-हरियाली अभियान में तालाब का सौंदर्यीकरण
वारिसनगर प्रखंड के शेखोपुर गांव में मुख्यमंत्री ने जल-जीवन-हरियाली अभियान के तहत सौंदर्यीकृत तालाब का जायजा लिया। तालाब के चारों ओर सीढ़ियों के निर्माण और हरियाली को देखकर मुख्यमंत्री ने प्रसन्नता व्यक्त की। उन्होंने तालाब में मछली और बत्तख भी छोड़ीं और पौधारोपण किया। मुख्यमंत्री ने कहा कि 2019 से जल-जीवन-हरियाली अभियान के तहत बिहार में सार्वजनिक कुओं, तालाबों और पोखरों का संरक्षण और सौंदर्यीकरण किया जा रहा है। यह कदम न केवल पर्यावरण संरक्षण में मददगार है, बल्कि समुदाय को स्वच्छ जल संसाधन भी प्रदान करता है।

मुख्यमंत्री उद्यमी योजना और कृषि विकास को बढ़ावा
मुख्यमंत्री ने मुख्यमंत्री उद्यमी योजना के तहत 217 लाभुकों को 4.34 करोड़ रुपये और बिहार लघु उद्यमी योजना के तहत 331 लाभुकों को 3.31 करोड़ रुपये के सांकेतिक चेक वितरित किए। उन्होंने शेखोपुर गांव में विभिन्न योजनाओं का निरीक्षण किया और किसानों के लिए अनुदानित कृषि यंत्र, पशुपालन योजनाएं और अन्य सहायता वितरित की। मुख्यमंत्री ने कहा कि इन योजनाओं से ग्रामीण क्षेत्र में रोजगार और आजीविका के नए अवसर पैदा हो रहे हैं।

सड़कों और पुलों का निर्माण
मुख्यमंत्री ने मगरदडी घाट पुल के समानांतर 45 करोड़ रुपये की लागत से प्रस्तावित उच्च स्तरीय आरसीसी पुल के निर्माण स्थल का निरीक्षण किया। उन्होंने कहा कि इस समानांतर पुल के निर्माण से जाम की समस्या का समाधान होगा और यातायात में सुगमता आएगी।

इसके साथ ही मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने कुछ घोषणाएं करते हुए कहा कि समस्तीपुर जिले में सब तरह के काम करा दिए हैं, कुछ नए काम और कराए जाएंगे। इनमें निम्नलिखित कार्य शामिल हैं:-

मुक्तापुर-मोईन को पर्यटन स्थल के रूप में विकसित किया जाएगा।
समस्तीपुर-दरभंगा पथ पर मुक्तापुर में रेलवे क्रॉसिंग पर आर०ओ०बी० का निर्माण कराया जाएगा।
समस्तीपुर शहर के लिए छोटी बेझाडीह से मुक्तापुर में प्रस्तावित आर०ओ०बी० तक बाईपास सड़क का निर्माण कराया जाएगा।
समस्तीपुर शहर में गंडक नदी पर मगरदही घाट के पास पुराने जर्जर पुल के स्थान पर आर०सी०सी० पुल का निर्माण कराया जाएगा।
सरायरंजन में मेडिकल कॉलेज के लिए बाईपास का निर्माण कराया जाएगा।
रोसड़ा-शिवाजीनगर पथ का चौड़ीकरण किया जाएगा।
रोसड़ा नगर परिषद में बाईपास का निर्माण किया जाएगा। इससे लोगों को जाम की समस्या से निजात मिलेगी।
शिवाजी नगर प्रखंड में शंकर घाट पर उच्च स्तरीय आर०सी०सी० पुल का निर्माण किया जाएगा। इससे लोगों को आवागमन में सुविधा होगी।
बलान नदी का गाद उड़ाही कराया जाएगा।

‘शेष कार्यों को शीघ्र पूरा करना प्रगति यात्रा का उद्देश्य’
मुख्यमंत्री के साथ यात्रा में शामिल बिहार सरकार के मंत्री विजय चौधरी ने कहा कि बिहार में 18 साल के शासनकाल में बहुत विकास हुआ है, लेकिन अगर कुछ कार्य शेष रह गए हैं, तो उन्हें इस प्रगति यात्रा के माध्यम से पूरा करना हमारा लक्ष्य है। मुख्यमंत्री खुद यह सुनिश्चित करने के लिए हर जिले में जा रहे हैं कि काम कहां तक हुआ है और बाकी कार्यों की स्थिति क्या है। विजय चौधरी ने बताया कि प्रगति यात्रा का उद्देश्य उन इलाकों पर विशेष ध्यान देना है, जहां विकास की रफ्तार धीमी रही है। साथ ही यह यात्रा शासन और जनता के बीच संवाद का माध्यम भी है।

समापन समारोह में अधिकारियों और जनप्रतिनिधियों की भागीदारी
मुख्यमंत्री के इस दौरे में केंद्रीय गृह राज्य मंत्री नित्यानंद राय, केंद्रीय कृषि एवं किसान कल्याण राज्य मंत्री रामनाथ ठाकुर, उपमुख्यमंत्री सम्राट चौधरी और अन्य जनप्रतिनिधि शामिल थे। इस अवसर पर मुख्यमंत्री ने अधिकारियों को निर्देश दिया कि विकास कार्यों में गुणवत्ता सुनिश्चित की जाए और समयबद्ध तरीके से इन्हें पूरा किया जाए।

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