दिल्ली में केदारनाथ मंदिर के निर्माण को लेकर छिड़े विवाद पर बोले सीएम धामी

केदारनाथ धाम यानी भगवान शिव की पावन स्थली। देश के प्रसिद्ध द्वादश ज्योतिर्लिंगों में से एक केदारनाथ धाम में भगवान शिव लिंग रूप में विराजमान हैं। केदारनाथ धाम में हर वर्ष लाखों की संख्या में श्रद्धालु दर्शन करने के लिए आते हैं। लेकिन उत्तराखंड में विराजमान केदार बाबा के नाम से दिल्ली में बन रहे मंदिर को लेकर इन दिनों बाबा विवादों में घिरे हुए हैं, जिस पर धाम वासियों ने रोष प्रकट किया है। इसी बीच राज्य सरकार ने भी इस मामले में हस्तक्षेप करते हुए कहा कि दुनिया में कहीं भी दूसरा केदारनाथ धाम नहीं हो सकता।

CM धामी ने बीकेटीसी अध्यक्ष को दिए जरूरी दिशा-निर्देश
इस विवाद के चलते मुख्यमंत्री धामी ने बदरी-केदार मंदिर समिति के अध्यक्ष को जरूरी दिशा-निर्देश दिए हैं। दरअसल, राज्य में पिछले कई दिनों से दिल्ली में केदार बाबा के मंदिर निर्माण को लेकर विवाद चल रहा है। इसी के साथ धाम के पुरोहित व अन्य धाम वासियों द्वारा धरना-प्रदर्शन किया जा रहा है। जिसमें अब राज्य सरकार भी एक्टिव हो चुकी है। मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने इस विवाद में हस्तक्षेप करते हुए बीकेटीसी अध्यक्ष को जरूरी दिशा-निर्देश दिए हैं। उन्होंने कहा कि बाबा केदार सबकी आस्था के प्रतीक हैं। दुनिया में कहीं भी दूसरा केदारनाथ धाम नहीं हो सकता। मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने यह भी कहा कि केदारनाथ बाबा के नाम का मंदिर अन्य स्थान पर बनने से धाम की महिमा कम नहीं होगी। लेकिन इस मंदिर के साथ लाखों भक्तों की आस्था जुड़ी हुई है, जिसे नजरअंदाज नहीं किया जा सकता। इसलिए मैंने बीकेटीसी से संबंधित लोगों से वार्ता कर स्थिति स्पष्ट करने के लिए कहा है।

वहीं, इस मामले में समिति के अध्यक्ष अजेंद्र अजय ने कहा कि सीएम धामी के दिशा-निर्देश के बाद कानूनी सलाह ली जा रही है। उन्होंने यह भी कहा कि जो भी केदारनाथ बाबा के नाम या प्रतिमा का दुरुपयोग करेगा उस पर सख्त कार्रवाई की जाएगी।

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