यूके की रक्षा समिति के अध्यक्ष बने जालंधर के मूल निवासी तनमन ढेसी

जालंधर के मूल निवासी तनमनजीत सिंह ढेसी को यूके की नई संसद की रक्षा समिति का अध्यक्ष चुना गया है। यह पहला माैका है, जब ब्रिटेन में किसी पगड़ीधारी सिख को इस पद पर नियुक्त किया गया है।

स्लाॅ संसदीय क्षेत्र से लेबर पार्टी के सांसद को 563 वैध मतों में से 320 मत मिले। उनके प्रतिद्वंद्वी और साथी लेबर सांसद डेरेक ट्विग को 243 मत मिले।

ढेसी ने रक्षा समिति का अध्यक्ष चुने जाने पर कहा कि मैं सदन में अपने सहयोगियों को मुझ पर भरोसा जताने के लिए धन्यवाद देना चाहता हूं। अमर उजाला से बातचीत में उन्होंने कहा कि हमारे देश और विदेश में जो खतरे हैं, वे पैमाने और जटिलता दोनों में बढ़ रहे हैं। रक्षा समिति के अध्यक्ष के रूप में, मैं यह सुनिश्चित करने पर ध्यान केंद्रित करूंगा कि हमारा देश इन चुनौतियों का सामना कर सके। मैं संसद में सशस्त्र बलों के कर्मियों के लिए आवाज बनूंगा, बहादुर व्यक्ति जो हमारी सुरक्षा में अमूल्य योगदान देते हैं।

वहीं, पूर्व सांसद त्रिलोचन सिंह ने कहा कि मैं भारत में संसद सदस्य रहा हूं और मैं संसदीय समितियों के महत्व को जानता हूं। संसद और यूके सरकार ने ढेसी की क्षमता में अपना विश्वास दिखाया है।

अमृतसर एयरपोर्ट पर दो घंटे की गई थी पूछताछ
सांसद ढेसी यूके के पहले पगड़ीधारी सांसद हैं और स्लाॅ से मेयर भी रह चुके हैं। वह तीसरी बार लगातार सांसद बने हैं। उनके पिता जसपाल सिंह ढेसी यूके में गुरुद्वारा साहिब के प्रधान हैं और उनके चाचा परमजीत सिंह रायपुर पंजाब में एसजीपीसी के सदस्य हैं। ढेसी पंजाब के किसानों की यूके की संसद में आवाज बुलंद करते रहे हैं। पिछले साल अमृतसर एयरपोर्ट पर दो घंटे रोककर पूछताछ किए जाने से अपना गुस्सा जाहिर किया था। अमृतसर हवाई अड्डे पर 2 घंटे से अधिक समय तक उन्हें रोका गया, जिससे खासा बवाल मचा था, क्योंकि ढेसी के पास ओसीआई कार्ड भी है। इससे वह भारत में कभी भी आ जा सकते हैं। ढेसी ने कहा था कि मुझे लगता है कि किसानों, हाशिये पर पड़े लोगों और सिखों जैसे अल्पसंख्यकों के साथ एकजुटता से खड़े होने की यही कीमत चुकानी पड़ेगी।

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