चिकन टिक्का मसाला को लेकर भारत और ब्रिटेन में छिड़ी बहस
हाल ही में सोशल मीडिया पर एक डिश को लेकर विवाद छिड़ गया है। हाल ही में TasteAtlas की तरफ से एक हालिया रैंकिंग जारी की गई, जिसमें उन्होंने दुनियाभर के 50 टॉप चिकन डिशेज के नाम शामिल किए हैं। इस लिस्ट में चिकन टिक्का मसाला (Chicken Tikka Masala) का भी नाम शामिल किया गया, जिसे लेकर विवाद खड़ा हो गया। दरअसल, इस लिस्ट में चिकन टिक्का को ब्रिटिश डिश (India Vs. Britain) बताया गया, जिसके बाद भारतीयों से इसे लेकर अपनी नाराजगी जाहिर की है।
इस लिस्ट में भारत की चार डिशेज शामिल हैं, जिसमें चौथे नंबर पर बटर चिकन, छठे नंबर पर टिक्का, दसवें नंबर पर चिकन 65 और अठारह पर तंदूरी चिकन है। हालांकि, भारत में लोकप्रिय और भारत में सबसे ज्यादा खाए जाने वाले चिकन टिक्का को ब्रिटिश डिश बताने को लेकर विवाद छिड़ गया है। ऐसे में आज इस आर्टिकल हम जानेंगे कैसे और कहां हुई थी चिकन टिक्का की शुरुआत और इससे जुड़ी कहानियां-
चिकन टिक्का मसाला की मूल कहानी
इसकी मूल कहानी की बात करें, तो “टिक्का” एक फारसी शब्द है, जिसका मतलब छोटे आकार के मांस के टुकड़े होता है। इसे मुगल सम्राट बाबर द्वारा भारत लाया गया था। उत्तरी भारत और पाकिस्तान का मूल व्यंजन है, जिसे बनाने के लिए तंदूर में ग्रिल करने से पहले चिकन को दही और मसालों में मैरीनेट करके बनाया जाता है। इस व्यंजन को व्यापक रूप से भारतीय ही माना जाता है।
पाकिस्तान से भी जुड़े हैं तार
वहीं, इसे लेकर एक और दावा है कि एक पाकिस्तानी मूल के शेफ स्वर्गीय अली अहमद असलम से जुड़ा हुआ है। स्कॉटलैंड में रहने वाले असलम के बारे में कहा जाता है कि उन्होंने 1972 में अपने ग्लासगो रेस्टोरेंट, शीश महल में पहला चिकन टिक्का मसाला बनाया था। साल 2009 में दिए एक इंटरव्यू में उन्होंने बताया था कि जब उन्होंने इस डिश को बनाया, तो एक कस्टमर ने शिकायत की कि उनका चिकन टिक्का बहुत ड्राई है। इस पर असलम ने चिकन में दही बेस्ड टमाटर सॉस मिलाया, जिससे वर्तमान में चिकन टिक्का मसाला के नाम से जाना जाने वाला मसाला तैयार हुआ और देखते ही देखते यह डिश पूरे ब्रिटेन में मशहूर हो गई।
बांग्लादेश से भी जुड़ी है कहानी
चिकन टिक्का मसाला को लेकर एक और कहानी प्रचलित है, जिसकी जड़े बांग्लादेश से जुड़ी हुई हैं। माना जाता है कि चिकन टिक्का मसाला के एक बांग्लादेशी शेफ ने बनाया था, जो 1960 के दशक में यूके चले गए थे। मल्टीकल्चरल हैंडबुक ऑफ फूड, न्यूट्रिशन एंड डायटेटिक्स के अनुसार, बांग्लादेशी शेफ ने इस डिश को ब्रिटिश स्वाद के अनुसार बनाने के लिए विकसित किया और इस तरह मौजूद चिकन टिक्का मसाला का जन्म हुआ।
इस स्वादिष्य व्यंजन को लेकर कई तरह की दावे और कहानियां प्रचलित है। ऐसे में इसकी खोज को लेकर जारी बहस जल्द शांत होती नहीं दिख रही। हालांकि, विभिन्न दावों और कहानियों को देखते हुए इसे सिर्फ ब्रिटिश की मूल रेसिपी नहीं माना जा सकता है।