छत्तीसगढ़: बिजली के बढ़े दाम तो कांग्रेस ने केंद्र सरकार की नीतियों को ठहराया जिम्मेदार..

छत्तीसगढ़ में बिजली के बढ़े दाम के लिए कांग्रेस ने केंद्र सरकार की नीतियों को जिम्मेदार ठहराया है। प्रदेश में वीसीए (वेरिेएबल कास्ट एडजस्टमेंट) चार्ज बढ़ने के कारण बिजली 30 पैसे प्रति यूनिट तक महंगी हो गई है। कांग्रेस संचार विभाग के अध्यक्ष सुशील आनंद शुक्ला ने कहा कि बिजली के दामों में बढ़ोतरी मोदी सरकार की अकर्मण्यता और गलत कोयला नीति का नतीजा है। मोदी सरकार राज्यों के विद्युत कंपनियों को जरूरत के अनुरूप कोयला नहीं दे पा रही।

शुक्ला ने कहा कि केंद्र ने राज्य के लिए अनिवार्य कर दिया है कि वह खपत का 10 प्रतिशत कोयला विदेश से आयात करे। विदेश के कोयले की कीमत स्थानीय कोयले से चार गुना ज्यादा है। इस कारण विजली के उत्पादन का खर्च बढ़ गया है। वहीं, बिजली के दाम बढ़ने पर भाजपा ने राज्य सरकार पर निशाना साधा है।

भाजपा ने कहा कि प्रदेश में बिजली बिल हाफ करने का वादा करके सत्ता में आई कांग्रेस लगातार बिजली के दाम बढ़ा रही है। बिजली कंपनी के आला अधिकारियों ने बताया कि जून 2022 से एनटीपीसी (नेशनल थर्मल पावर कार्पोरेशन) ने आयातित कोयले से बिजली उत्पादन शुरू किया है। प्रदेश की जरूरत की करीब 40 फीसद बिजली एनटीपीसी से खरीदी जाती है। आयातित कोयले के इस्तेमाल से बिजली के दाम चार से छह गुना ज्यादा हो गए हैं।

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