टेंशन, अनियमित नींद और स्मोकिंग से बदल रही आपकी सेक्स लाइफ

आज की भागदौड़ भरी जिंदगी में हर कुछ बदल रहा है। दिल्ली के एक बड़े अस्पताल के सर्वे में यह बात सामने आई है कि टेंशन, भीड़-भाड़ वाले शहर में ट्रेवल, अनियमित नींद और स्मोकिंग जैसी आदतें हमारी सेक्स लाइफ पर बहुत गहरा प्रभाव डाल रही है। सर्वे के मुताबिक आबादी के 16% हिस्से में इस तरह की सेक्सुअल डिस्फंक्शन की शिकायत है।

टेंशन, अनियमित नींद और स्मोकिंग से बदल रही आपकी सेक्स लाइफ टेंशन, अनियमित नींद और स्मोकिंग से बदल रही आपकी सेक्स लाइफटेंशन, अनियमित नींद और स्मोकिंग से बदल रही आपकी सेक्स लाइफ

दिल्ली के साकेत में स्थित मैक्स सुपर स्पेशलिटी हॉस्पिटल के मोटापा, मधुमेह और एंडोक्रिनोलॉजी विभाग के डायरेक्टर डॉ सुजीत झा का कहना है कि, “यह शिकायत महिलाओं के मुकाबले पुरुषों में ज्यादा देखी जाती है। ऐसा इसीलिए होता है क्योंकि इन्हें अपने हिस्से में ज्यादा काम करना होता है। महिलाओं में भी इस तरह की कुछ शिकायतें आती हैं जैसे सेक्स की इच्छा न होना लेकिन यह बहुत कम होता है। इसी वजह से हमारी क्लिनिक में ज्यादा पुरुष अपनी शिकायत ले कर आते हैं।”

सर्वे में 21 से 45 साल तक की उम्र के लोगों को शामिल किया गया था और 35% लोगों के दिमाग में चल रहे टेंशन को लोगों के लो सेक्सुअल ड्राइव के लिए रिस्पॉन्सिबल ठहराया गया है।

डॉ झा बताते हैं कि, “जब सेक्सुअल हेल्थ और सेक्सुअल सर्टिसफेक्शन की बात आती है तो लाइफ स्टाइल एक बेहद ही महत्वपूर्ण भूमिका निभाती है क्योंकि ज्यादातर सेक्सुअल प्रॉब्लम शरीर में होने वाले मेटाबोलिक डिस्फंक्शन की वजह से होता है जैसे कि हाई बीपी, हाई कॉलेस्ट्रॉल लेवल, लो टेस्टोस्टेरोल और मोटापा इसमें मुख्य हैं।”

“इसके अलावा इरेक्टाइल डिस्फंक्शन का सीधा संबंध हृदय रोग से भी होता है। सर्वे में ये भी पाया गया कि 15-30% लोग जो कि इरेक्टाइल डिस्फंक्शन से प्रभावित हैं उन्हें किसी न किसी तरह की हर्ट रोग की भी शिकायत है। इसीलिए अगर कोई आदमी मेरे पास इरेक्टाइल डिस्फंक्शन की शिकायत लेकर आता है तो मुझे उस मरीज के हर्ट की चिंता होने लगती है।”

इसके अलावा स्टडी में किसी व्यक्ति द्वारा काम को लेकर की गई जर्नी और उनके सेक्सुअल हेल्थे के बीच भी संबंध बताया गया है। सर्वे में 83.7% लोग ऐसे थे जिन्हें काम के लिए कम जर्नी करनी पड़ती थी जिससे इन लोगों में सेक्स क्षमता बेहतर पाई गई जबकि 76.5% लोगों को काम के लिए ज्यादा जर्नी करनी पड़ती थी और इनमें सेक्स क्षमता कम पाई गई।

युवाओं में जिनकी उम्र 21-30 वर्ष के बीच थी उनमें 35% द्वारा काम को लेकर की गई जर्नी का असर दिख रहा था। अनियमित नींद को भी सेक्सु्ल डिस्फंक्शन की एक वजह बताई गई। स्टडी में ये बात सामने आई कि 73% ऐसे लोग जो अच्छी नींद लेते थे उनमें सेक्स क्षमता बाकी के 29% लोगों के मुकाबले ज्यादा होती है। सर्वे में एक अन्य जानकारी भी सामने आई है। जिसके मुताबिक स्मोकिंग का भी दांपत्य जीवन पर गहरा प्रभाव पड़ता है।

सर्वे में शामिल लोगों में से जो लोग रोज 21-40 सिगरेट पीते थे उनकी सेक्स क्षमता कम सिगरेट पीने वालों से ज्यादा बेहतर थी। इसके अलावा स्टडी में इस बात का भी खुलासा हुआ कि स्मोकर्स को सेक्सुल सर्टिसफेक्शन पाने में किसी भी तरह की परेशानी का सामना नहीं करना पड़ता है।

मैक्स अस्पताल द्वारा किए गए सर्वे में यह बात भी सामने आई की वैसे लोग जो कि फिजीकली एक्टिव रहते हैं उनमें सेक्स करने की फ्रिक्वेंसी ज्यादा होती है लेकिन यह उनके क्लाइमेक्स की स्थिति को भी इतना ऊपर ले जाता है कि उसे पाना मुश्किल हो जाता है।

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Back to top button