चमोली: नए साल का जश्न मनाने पहुंचे रहे हैं औली, तो आने पहले देख लीजिए ये ट्रैफिक प्लान

औली रोड पर अधिक वाहन जाने से जाम लगता है। इसलिए यातायात प्लान तैयार किया गया है।

नए साल का जश्न मनाने के लिए औली आने वाले पर्यटक अपने वाहनों को औली नहीं ले जा पाएंगे। उन्हें ज्योतिर्मठ के रविग्राम मैदान से स्थानीय टैक्सियों के जरिए औली भेजा जाएगा। ज्योतिर्मठ-औली सड़क पर लगने वाले जाम से निजात दिलाने के लिए तहसील प्रशासन ने नया ट्रैफिक प्लान तैयार किया है।

यह प्लान 30 दिसंबर से लागू हो जाएगा। नए साल का जश्न मनाने के लिए औली में भारी संख्या में पर्यटक पहुंचते हैं लेकिन सड़क संकरी होने और जगह-जगह बर्फ होने से जाम लग जाता है। इससे निपटने के लिए जिलाधिकारी संदीप तिवारी ने ज्योतिर्मठ एसडीएम को नया ट्रैफिक प्लान तैयार करने के निर्देश दिए थे।

एसडीएम ज्योतिर्मठ चंद्रशेखर वशिष्ठ ने तहसील में रविवार को टैक्सी यूनियन, पुलिस और नगर पालिका के अधिकारियों के साथ बैठक कर ट्रैफिक प्लान तैयार किया। एसडीएम ने बताया कि पर्यटकों को टैक्सी से औली भेजा जाएगा। इसके लिए किराये की दर निर्धारित कर दी गई है।

औली रोड पर अधिक वाहन जाने से लगता है जाम
2500 रुपये एक दिन का आने जाने का किराया निर्धारित है जबकि एक तरफ का 1500 रुपये निर्धारित है। एक वाहन में पांच सवारी सफर करेंगी। यह प्लान 30 दिसंबर से लागू कर दिया जाएगा। पर्यटकों के वाहनों को रविग्राम मैदान में खड़ा किया जाएगा। एसडीएम चंद्रशेखर वशिष्ठ ने बताया कि औली रोड पर अधिक वाहन जाने से जाम लगता है। इसलिए यह प्लान तैयार किया है।

हिमस्खलन की चेतावनी, प्रशासन ने जारी किया अलर्ट
चमोली जिले के ऊंचाई वाले क्षेत्रों में हिमस्खलन की चेतावनी को देखते हुए प्रशासन ने अलर्ट जारी किया है। ऊंचाई वाले क्षेत्रों में ट्रेकिंग को रोका गया है साथ ही पर्यटकों व स्थानीय लोगों से सावधानी बरतने व अनावश्यक यात्रा न करने की सलाह दी गई है। डिफेंस जियोइंफोर्मेटिक्स रिसर्च एस्टेब्लिसमेंट (डीजीआरआई) चंडीगढ़ की ओर से चमोली के 3000 मीटर की ऊंचाई वाले क्षेत्र में हिमस्खलन का ऑरेंज अलर्ट (डेंजर लेवल-3) 24 घंटे तक के लिए जारी किया है।

इसे देखते हुए आपदा प्रबंधन अधिकारी नंद किशोर जोशी ने जिला स्तर पर जल विद्युत परियोजना कंपनी के साथ ही स्थानीय लोगों को सावधानी बरतने की सलाह दी है। उन्होंने अलर्ट में कहा कि हिमस्खलन प्रभावित क्षेत्रों में निर्माणाधीन परियोजनाओं में कार्यरत कार्मिकों एवं मजदूरों की सुरक्षा के लिए जरूरी कदम उठाए जाएं।

हिमस्खलन से नदियों का जलस्तर अचानक बढ़ सकता है, इसलिए परियोजनाओं में सुरक्षा के लिए जरूरी कदम उठाएं। वन व पुलिस विभाग को मौसम अनुकूल होने पर ही ट्रेकिंग दलों को अनुमति देने के लिए कहा गया है। वहीं पुलिस ने आपदा प्रबंधन टीमों को सक्रिय कर लिया है। विभिन्न क्षेत्रों में पुलिस तैनात कर दी गई है।

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