Nvidia-OpenAI जैसी कंपनियों के CEO ऐसे करते हैं AI का इस्तेमाल

आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस यानी AI का इस्तेमाल आजकल काफी सारी इंडस्ट्री में होने लगा है। आम लोग भी AI को बढ़िया तरीकों से इस्तेमाल करने लगे हैं। दुनियाभर में अलग-अलग कंपनियां अपने AI मॉडल्स डेवलप भी कर रही हैं। इस बीच आपको जानकार हैरानी होगी कि टॉप AI एक्जीक्यूटिव्स आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस का इस्तेमाल कैसे करते हैं। आइए जानते हैं कि कौन कैसे इसे यूज करता है।

आप ये सोच सकते हैं कि टॉप AI एक्जीक्यूटिव्स आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस का इस्तेमाल बहुत भारी भरकम तरीकों से करते होंगे, लेकिन जरूरी नहीं कि ऐसा ही हो। उदाहरण के लिए OpenAI के CEO सैम ऑल्टमैन की बात करें तो वे ई-मेल्स और डॉक्यूमेंट्स को समराइज करने जैसे रोजमर्रा के कामों के लिए ही AI पर निर्भर रहते हैं।

ऑल्टमैन ने पिछले महीने व्हार्टन साइकोलॉजिस्ट एडम ग्रांट के रीथिंकिंग पॉडकास्ट पर कहा था कि ‘मैं AI का इस्तेमाल बोरिंग तरीकों से करता हूं,’। ‘मैं इसका इस्तेमाल ऐसे करता हूं, जैसे ‘इस पूरे ई-मेल को प्रोसेस करने में मेरी मदद करो’ या ‘इस डॉक्यूमेंट को समराइज करने में मेरी मदद करो।”

ऑल्टमैन अकेले नहीं हैं। Nvidia के CEO जेनसन हुआंग AI चैटबॉट्स का इस्तेमाल लिखे हुए कंटेंट को ड्राफ्ट करने में मदद के लिए करते हैं। ऐसा उन्होंने दिसंबर में एक वायर्ड इवेंट में बताया था। वहीं, माइक्रोसॉफ्ट के CEO सत्या नडेला अपने इनबॉक्स को ऑर्गेनाइज और प्रायोरिटाइज करने के लिए आउटलुक के AI फीचर्स का फायदा उठाते हैं। ये बात उन्होंने फास्ट कंपनी इनोवेशन फेस्टिवल 2024 में बताई थी।

AI इंडस्ट्री को लीड करने के बावजूद, इन एक्जीक्यूटिव्स का AI का पर्सनल इस्तेमाल कई प्रोफेशनल्स के जैसा ही है। गैलप (Gallup survey) के पिछले साल के एक सर्वे के मुताबिक, AI चैटबॉट्स के सबसे कॉमन इस्तेमाल में आइडिया जेनरेशन, इनफॉर्मेशन कंसोलिडेशन और रूटीन टास्क को ऑटोमेट करना शामिल है।

AI का फ्यूचर
ऑल्टमैन स्वीकार करते हैं कि इंडस्ट्रीज में AI का इम्पैक्ट अभी भी डेवलप हो रहा है। जनवरी के एक ब्लॉग पोस्ट में, उन्होंने AI ‘एजेंट्स’ को अगला बड़ा कदम बताया था। ऐसे मॉडल्स जो मिनिमल यूजर इनपुट के साथ मल्टी-स्टेप टास्क को हैंडल करने में सक्षम होंगे।

OpenAI ने पिछले महीने लॉन्च किए गए एक ChatGPT फीचर, ऑपरेटर (Operator) के साथ इस दिशा में एक कदम उठाया है। ये वेकेशन प्लानिंग, फॉर्म भरने, रिजर्वेशन करने और ग्रॉसरी ऑर्डर करने जैसे कामों को ऑटोमेट कर सकता है। सीएनबीसी मेक इट की रिपोर्ट के मुताबिक गूगल, मेटा, माइक्रोसॉफ्ट, अमेजन और एंथ्रोपिक सहित दूसरे टेक जायंट्स भी इसी तरह के AI-पावर्ड एजेंट्स डेवलप कर रहे हैं।

ऑल्टमैन ने लिखा, ‘कल्पना कीजिए कि ये एजेंट अंततः ज्यादातर चीजें करने में सक्षम होंगे जो एक टॉप कंपनी में कुछ सालों के एक्सपीरिएंस वाला एक सॉफ्टवेयर इंजीनियर कर सकता है,’। हालांकि, उन्होंने नोट किया कि ये एजेंट फ्लॉलेस नहीं होंगे- उन्हें ह्यूमन सुपरविजन की जरूरत होगी, कुछ कामों में स्ट्रगल करेंगे, और ग्राउंडब्रेकिंग नए आइडियाज का सोर्स नहीं होंगे।

अभी के लिए, वर्कप्लेसेस में AI एडॉप्शन अपेक्षाकृत कम है। मैकिन्से एंड कंपनी (McKinsey & Company) की जनवरी की एक रिपोर्ट में पाया गया कि मौजूदा वक्त में केवल लगभग 13% यूएस एम्प्लॉईज काम पर AI का इस्तेमाल करते हैं। लेकिन जैसे-जैसे AI एजेंट ज्यादा कैपेबल होते जाएंगे, ये आंकड़े बदल सकते हैं।

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