CBI ने भ्रष्टाचार के आरोप में अपने ही DSP के खिलाफ दर्ज किया केस

सीबीआई ने भ्रष्टाचार के आरोप में मुंबई ब्रांच में तैनात अपने ही डीएसपी बीएम मीणा के खिलाफ एफआईआर दर्ज किया है। मीणा सीबीआई के बैंकिंग एंड सिक्यूरीटीज फ्रांड ब्रांच में तैनात था। उस पर अपने जांच के दायरे में आने वाले केस में लोगों से रिश्वत लेने का आरोप है।

आरोप की प्राथमिक जांच में सबूत मिलने के बाद सीबीआई ने मीना के खिलाफ एफआईआर दर्ज कर उससे संबंधित 20 स्थानों पर छापा मारा। छापे में सीबीआई ने 55 लाख रुपये नकद, 1.78 करोड़ रुपये की संपत्ति के कागजात और 1.63 करोड़ रुपये की लेन-देने के सबूत मिले हैं।

जानिए सीबीआई ने क्या कहा?

सीबीआई के प्रवक्ता आरसी जोशी ने कहा कि भ्रष्टाचार के खिलाफ जीरो टालरेंस की नीति के तहत एजेंसी अपने अधिकारियों और कर्मचारियों के खिलाफ मिली शिकायतों पर निष्पक्ष जांच करती है और सबूत मिलने के बाद उनके खिलाफ तत्काल कार्रवाई सुनिश्चित की जाती है। मीणा के खिलाफ कार्रवाई इसका ताजा उदाहरण है। उनके अनुसार मीना ने रिश्वत की रकम लेने के लिए कई बिचौलियों का इस्तेमाल करता था, जिनमें कई की पहचान हो चुकी है और उनसे पूछताछ की जा रही है।

कैसे किया जाता था रिश्वत के पैसों का इस्तेमाल

रिश्वत की रकम का इस्तेमाल करने के पहले मीणा उसे कई खातों में घुमाता था, ताकि उसपर किसी को संदेह नहीं हो। इसके साथ ही वह हवाला के मार्फत नकद में भी रिश्वत की रकम लेता था। सीबीआइ ने गुरूवार को दिल्ली, जयपुर, कोलकाता और मुंबई स्थिति 20 स्थानों की तलाशी ली, जिनमें कुछ हवाला आपरेटर भी शामिल है। मीणा के ठिकानों से केस में छेड़छाड़ से जुड़े कई अहम सबूत भी मिले हैं।

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