CBI अधिकारी पिता से बोले-पूछताछ के लिए अकेले बुलाएं तो डरना नहीं, 40 मिनट तक की पूछताछ

पूछताछ के बाद मनीषा के पिता संजय ने बताया कि सीबीआई अधिकारियों ने मनीषा की दिनचर्या और मौत से जुड़े कई सवाल पूछे। अधिकारियों ने भरोसा दिलाया कि न्याय जरूर मिलेगा। पूछताछ के लिए अकेले बुलाए जाने पर डरने की जरूरत नहीं है।

मनीषा मौत मामले की जांच में जुटी सीबीआई की टीम शनिवार को चौथे दिन पहली बार फील्ड में उतरी। टीम सबसे पहले ढिगावा रेस्ट हाउस पहुंची। उसके बाद सिंघानी नहर के पास उस वारदात स्थल का निरीक्षण किया, जहां 13 अगस्त को मनीषा का क्षत-विक्षत शव मिला था। इसके बाद टीम गांव ढाणी लक्ष्मणपुर पहुंची और मनीषा के पिता संजय व अन्य परिजनों से मुलाकात कर उन्हें न्याय दिलाने का भरोसा दिया। जांच के दौरान सीबीआई ने मनीषा के प्ले स्कूल और कॉलेज का भी दौरा कर प्रबंधन से पूछताछ की और हाजिरी रजिस्टर समेत जरूरी दस्तावेज जब्त किए।

शनिवार दोपहर को दो गाड़ियों में पहुंची छह सदस्यीय सीबीआई टीम ने ढिगावा रेस्ट हाउस में रुककर प्रारंभिक जानकारी जुटाने के बाद वारदात स्थल का मुआयना किया। खेत में बारिश का पानी भरा हुआ है और पैरों व गाड़ियों के टायरों के निशान पूरी तरह मिट चुके हैं। हालांकि शव मिलने के समय एफएसएल टीम ने सबूत जुटाकर वीडियोग्राफी कर ली थी। सीबीआई अधिकारियों ने करीब 20 मिनट तक स्थल का निरीक्षण करने के बाद मनीषा के घर जाकर पिता संजय, दादा और अन्य परिजनों से लगभग 40 मिनट तक पूछताछ की।

इसके बाद टीम उस प्ले स्कूल गई, जहां मनीषा शिक्षिका के रूप में कार्यरत थी। स्कूल संचालक से पूछताछ कर टीम ने मनीषा के कार्यकाल का हाजिरी रजिस्टर जब्त कर लिया। इसके बाद टीम उस कॉलेज में भी गई जहां मनीषा ने दाखिला लेने के लिए आवेदन किया था। कॉलेज प्रबंधन से पूछताछ कर उन्हें आगे भी जांच में सहयोग के लिए तैयार रहने को कहा।

मृतका के पिता संजय बोले- सीबीआई ने कहा, डरने की जरूरत नहीं, न्याय मिलेगा
पूछताछ के बाद मनीषा के पिता संजय ने बताया कि सीबीआई अधिकारियों ने मनीषा की दिनचर्या और मौत से जुड़े कई सवाल पूछे। अधिकारियों ने भरोसा दिलाया कि न्याय जरूर मिलेगा। पूछताछ के लिए अकेले बुलाए जाने पर डरने की जरूरत नहीं है। हालांकि मनीषा के तीसरे पोस्टमार्टम को लेकर अभी तक परिवार को कोई जानकारी नहीं दी गई।

पुलिस से तथ्य जुटाने के बाद पहली बार फील्ड में उतरी सीबीआई
मनीषा मौत मामले में सीबीआई की टीम पिछले तीन दिनों से भिवानी के रेस्ट हाउस में ही ठहरी हुई थी और पुलिस से मामले से जुड़े सभी दस्तावेज और तथ्य जुटा रही थी। शनिवार को पहली बार टीम फील्ड में उतरी और एक ही दिन में उन सभी स्थानों का निरीक्षण किया, जिनका मनीषा की मौत से सीधा संबंध है। गौरतलब है कि ढाणी लक्ष्मणपुर निवासी 19 वर्षीय मनीषा 11 अगस्त की सुबह प्ले स्कूल जाने के लिए घर से निकली थी। 12 अगस्त को पिता संजय ने बेटी के लापता होने की रिपोर्ट लोहारू थाने में दर्ज कराई थी। 13 अगस्त को मनीषा का शव सिंघानी नहर के पास बाजरे के खेत में क्षत-विक्षत हालत में मिला था।

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