ये है वो बड़ी वजह जिससे स्पेन से बिल्कुल अलग होना चाहता है कैटेलोनिया

कैटेलोनिया की स्पेन से आजादी को लेकर राजनीतिक संकट गहराता दिख रहा है. कैटेलोनिया के खुद को आजाद घोषित करने के बाद अब स्पेन ने वहां की संसद को भंग कर दिया है. अब कैटेलोनिया में चुनाव करवाया जाएगा. आइए जानते हैं क्या है ये पूरा विवाद और क्यों कैटेलोनिया के लोग स्पेन से अलग होना चाहते हैं…स्पेन

बता दें कि कैटेलोनिया की संसद ने बहुमत से आजादी के पक्ष में वोट किया, जबकि स्पेन की सीनेट ने कैटेलोनिया की स्वायत्तता खत्म करने के पक्ष में फैसला लिया. स्पैनिश प्रधानमंत्री मारियानो रहोई ने कहा कि अब कैटेलोनिया में 21 दिसंबर को फिर से चुनाव करवाए जाएंगे.

स्पेन की सीनेट के इस फैसले से कैटेलोनिया की स्वायत्तता का संवैधानिक दर्जा खत्म हो गया, जिससे इस प्रांत पर स्पेन का सीधा शासन हो गया. हालांकि कैटेलोनिया खुद को आजाद मान रहा है.

कब से बढ़ा विवाद- कैटेलोनिया लंबे समय से स्पेन से अलग होने की मांग कर रहा है. कैटेलोनिया का वित्तीय दबदबा अधिक था और वहां के लोगों का आरोप था कि उन्हें इसका फायदा नहीं मिल रहा है. हाल ही में इस विवाद को लेकर हिंसा भी बढ़ी और कैटेलोनिया में हिंसा के बीच एक जनमत संग्रह करवाया गया, जिसमें भाग लेने वाले 90 फीसदी लोगों ने स्पेन से अलग होने की मांग रखी.

यह जनमत संग्रह 1 अक्टूबर को करवाया गया था, जिसे स्पेन ने अवैध बताया है. प्रधानमंत्री मारियानो रहोई ने कहा है कि जनमत संग्रह हुआ ही नहीं है.

स्पेन में साल 2015 के चुनाव में कैटेलोनिया अलगाववादियों को जीत मिली थी. इस चुनाव के दौरान ही इन्होंने कैटेलोनिया को आजाद कराने के लिए जनमत संग्रह कराने का वादा किया था. साल 1977 में तानाशाही से उबरने के बाद से यह स्पेन में सबसे बड़ा राजनीतिक संकट माना जा रहा था.

क्यों अलग होना चाहता है कैटेलोनिया- कैटेलोनिया स्पेन के उत्तरी हिस्से में स्थित एक स्वायत्त क्षेत्र है जिसके पास अपनी संसद है. यह लंबे समय से स्पेन से वित्तीय स्वतंत्रता की मांग कर रहा है, लेकिन स्पेन के मना करने के बाद इस क्षेत्र में उससे अलग होने की मांग बढ़ गई है.

 

कैटेलोनिया पर भले ही स्पेन का शासन हो लेकिन कैटेलोनिया के पास अपनी संसद है. इसका अलग झंडा, पुलिस भी है. दूरसंचार के लिए कैटेलोनिया के पास अपने नियामक और विदेशों में प्रतिनिधि कार्यालय भी हैं, जिससे दुनिया भर में कैटेलोनिया के व्यापार और निवेश को बढ़ावा दिया जा सके.

हालांकि कैटेलोनिया को स्वतंत्र होने के बाद कई मुश्किलों से गुजरना होगा. अलग होने के बाद उसपर वित्तीय संकट भी आ सकता है. स्पेन की वजह से कैटेलोनिया ने बहुत अधिक कर्ज भी ले रखा है और अलग होने के बाद यह कर्ज भी कैटेलोनिया के लिए संकट खड़ा कर सकता है.

साथ ही उसे यूरोपीय संघ से जुड़ने में भी काफी वक्त लग सकता है और अलग होने पर दोबारा अप्लाई करना होगा.

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कैटेलोनिया का इतिहास- स्पेन के सबसे समृद्ध इलाकों में शुमार कैटेलोनिया का करीब एक हजार साल पुराना इतिहास है. स्पेन में गृहयुद्ध से पहले इसे स्वायत्तता मिली थी. साल 1939 से 1975 के बीच जनरल फ्रांसिस्को फ्रैंको के नेतृत्व में कैटेलोनिया की इस स्वायत्तता को खत्म कर दिया गया था.

साल 1978 के संविधान में इसके पूर्वोत्तर इलाकों को फिर से स्वायत्तता देनी पड़ी. इसके बाद साल 2006 में एक अधिनियम के तहत कैटेलोनिया की शक्तियों में इजाफा कर दिया गया. इस बीच कैटेलोनिया का आर्थिक दबदबा बढ़ा और वह एक राष्ट्र के रूप में देखा जाने लगा.

 
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