हरियाणा के इस जिले में जानलेवा बना कैंसर

हरियाणा में कैंसर काल बन रहा है। पिछले 2 सालों में हरियाणा में कैंसर के चलते 888 लोगों की मौतें हो चुकी हैं। पर्यावरण प्रदूषण, खान-पान और नदियों का प्रदूषित जल इसका मुख्य कारण है। जिला कैंसर की चपेट में लगातार धंसता जा रह है। अभी जिला स्वास्थ्य विभाग के पॉपुलेशन बेस्ड स्क्रीनिंग के तहत विभागीय टीमों ने 3 लाख लोगों की स्वास्थ्य जांच की। एक अनुमान के अनुसार सिरसा में कैंसर के 4 हजार से अधिक मरीज हैं। सिरसा में कैंसर के इलाज की कोई सुविधा नहीं है। इलाज के लिए यहां के लोग राजस्थान के बीकानेर के आचार्य तुलसी कैंसर अस्पताल एवं अनुसंधान केंद्र व पी.जी.आई. रोहतक में इलाज करवाने पहुंचते हैं। काफी कैंसर पीड़ित इलाज के अभाव में दम तोड़ जाते हैं।

हरियाणा में घग्घर बेल्ट में आने वाले सिरसा, फतेहाबाद, कैथल, अंबाला जैसे जिलों में कैंसर तेजी से फैल रहा है। हिमाचल प्रदेश के सिरमौर के पहाड़ी इलाके से इसका उद्गम है। शिवालिक पहाड़ियों से यह नदी कालका से हरियाणा में प्रवेश करती है। इसके बाद पंजाब के मोहाली से अम्बाला, पटियाला, कैथल, संगरुर, फतेहाबाद, मानसा, सिरसा, हनुमानगढ़ और अनूपगढ़ से होते हुए पाकिस्तान तक जाती है। करीब 320 किलोमीटर लंबी घग्घर नदी की समुद्र तल से ऊंचाई 1970 मीटर है। नदी जलग्रहण क्षेत्र में 27 कस्बे आते हैं जबकि 11 नाले हैं। पंचकूला के बाद नदी प्रदूषित हो जाती है।

नैशनल ग्रीन ट्रिब्यूनल के आदेश पर गठित की गई टॉस्क फोर्स की ओर से पिछले कुछ बरसों में नदी में जगह-जगह पर लिए गए सैंपलों में भी साफ हो गया है कि नदी में जहरीले तत्व हैं। यह सब इंसानी सेहत के लिए बेहद खतरनाक है। चिंताजनक बात ये है कि नदी के पानी से हरियाणा के रतिया और सिरसा इलाके में लाखों हैक्टेयर भूमि पर धान, गेहूं की फसल के अलावा सब्जियां और चारा पैदा होता है व यही अन्न इंसान खाता है। नदी के किनारे बसे गांवों में काला पीलिया और कैंसर की बीमारी पनप रही है। जोड़ों और हड्डियों के रोग आम हो गए हैं। जहरीली हो रही सुंदर नदी घग्घर के प्रदूषण को लेकर एन.जी.टी. इससे पहले भी हरियाणा, पंजाब, हिमाचल की सरकारों को कड़ी फटकार लगा चुका है। 

हरियाणा में 2 साल में बढ़े 1632 मरीज
2 साल में ही हरियाणा में कैंसर के 1632 मरीज बढ़े हैं। अभी हाल में केंद्र सरकार ने राज्य को चेताते हुए यह आंकड़े सार्वजनिक किए हैं। इंडियन काउंसिल ऑफ मैडीकल रिसर्च के नैशनल कैंसर रजिस्ट्री प्रोग्राम के अनुसार हरियाणा में 2022 में कैंसर के 30,851 मामले सामने आए जबकि 2020 में 29,219 मामले थे। मुंह, स्तन और गर्भाशय ग्रीवा कैंसर के ज्यादा मामले सामने आए हैं। हरियाणा सरकार ने स्टेज-3 व 4 के कैंसर पीड़ितों के लिए 2500 रुपए मासिक पैंशन शुरू करने का निर्णय लिया है। योजना के लिए बजट में 68 करोड़ 42 लाख रुपए से अलग से प्रावधान किया गया है। नए साल से प्रदेश में यह योजना लागू होगी। यह सहायता उन मरीजों को दी जाएगी जिनके परिवार की वार्षिक आय 3 लाख रुपए तक है। इससे प्रदेश के हजारों कैंसर पीड़ितों को मदद मिलेगी।

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