सैदाबाद के वकील और संगठन के संस्थापक करुणा सागर ने अपनी शिकायत में आरोप लगाया कि फरहान अख्तर अपनी टिप्पणियों से दलितों, मुस्लिमों और नास्तिक लोगों में भय पैदा कर रहे हैं। फरहान के खिलाफ 121 (भारत सरकार के खिलाफ युद्ध छेड़ना या इसे उकसाना), 121A ( देश के खिलाफ युद्ध की साजिश रचना), 120B (आपराधिक षडयंत्र रचना) और 505 (धर्म के नाम पर दो समुदायों के बीच नफरत पैदा करना) का केस दर्ज किया गया है
सैदाबाद थाने के प्रभारी निरीक्षक श्रीनिवास ने कहा कि उन्हें शिकायत मिली है और तथ्यों की जांच की जा रही है। साथ ही कानूनी सलाह ली जा रही है कि इस शिकायत पर रिपोर्ट दर्ज की जा सकती है या नहीं।
फरहान अख्तर ने ट्वीट करते हुए लिखा था, ‘यहां आपको जानने की जरूरत है कि ये प्रदर्शन क्यों जरूरी हैं। आप सभी से 19 तारीख को क्रांति मैदान, मुंबई में मिलते हैं। सिर्फ सोशल मीडिया पर विरोध करने का समय अब खत्म हो चुका है।’ इसके साथ ही उन्होंने एक नागरिकता संशोधन कानून (CAA) और राष्ट्रीय नागरिक पंजीकरण (NRC) की व्याख्या करने वाली एक तस्वीर भी शेयर की है।
इसके बाद उन्होंने एक और ट्वीट किया और लिखा, ‘मैंने 19 दिसंबर को प्रोटेस्ट मीटिंग करने के लिए एक मैसेज पोस्ट किया था। इसके साथ ही एक ग्राफिक भी शेयर किया था। इस ग्राफिक पर इंडिया का मैप गलत है। कश्मीर का हर इंच और भाग इंडिया का पार्ट है और मैं गलत मैप को रिजेक्ट करता हूं। मुझे खेद है कि इसे मैंने पहले नहीं देखा इसलिए लिए मैं माफी मांगता हूं।’