ठंड के कहर से टूटी शादी! मंडप में बेहोश हुआ दूल्हा, दुल्हन ने क्यों ठुकरा दिया?
देवघर. इस साल ऐसा लग रहा है कि ठंड रहम के मूड मे बिल्कुल भी नहीं है. दिन प्रतिदिन ठंड बढ़ती ही जा रही है. ठंड की बेरुखी इस कदर बढ़ी हुई है कि ठंड मे शादी करने का खामियाजा एक युवक को झेलना पड़ा. वर-वधु के रिश्ते शादी होने से पहले ही टूट गयी.
दरअसल, मोहनपुर थाना क्षेत्र के घोरमारा मे शादी के दौरान दूल्हा बेहोश हो गया. जिसके बाद दुल्हन ने शादी से इनकार कर दिया. वर घोरमारा का रहने वाला था और वधु भागलपुर की रहने वाली थी.
बारात आई, वरमाला हुआ
देवघर प्रखंड के घोरमारा मंडल के सुखाड़ी मंडल गार्डन मे एक शादी का आयोजन किया गया था. वर अनुज कुमार, घोरमारा का रहने वाला था और वधु भागलपुर की. वर हंसी-खुशी, गाजे-बाजे के साथ सुखाड़ी मंडल गार्डन मे बारात लेकर पहुँचा. वधु पक्ष वालों ने बारातियों का स्वागत किया. वहीं इस गार्डन मे खुले आसमान के नीचे वरमाला का स्टेज बनाया गया था. जहां वर और वधु का बड़े ही धूमधाम से वरमाला हुआ.
बीच शादी के रस्म मे वर हुआ बेहोश
सुखाड़ी मंडल गार्डन मे मंडप भी खुले आसमान के नीचे बनाया गया था. वर और वधु की वरमाला होने के बाद अब बारी थी अन्य रस्म की थी. इस रस्म मे दोनों परिवार के लोग बैठे थे. तभी अचानक कांपते हुए वर बेसुध होकर गिर पड़ा. आनन-फानन मे वर को कमरे में ले जाया गया और एक ग्रामीण चिकित्सक को बुलाया गया. चिकित्सक ने ठंड से बचाव के लिए इंजेक्शन लगाया. करीब डेढ़ घंटे के बाद दूल्हे को होश आया. चिकित्सक का मानना था कि दूल्हा सुबह से ही खाली पेट है और ठंड लगने की वजह से बेहोश हो गया.
दुल्हन ने किया शादी से इंकार
इंजेक्शन लगाने के करीब डेढ़ घंटे के बाद जब दूल्हे को होश आया तो फिर से रस्म शुरु करने के लिए दूल्हा मंडप पर बैठा. तभी दुल्हन ने शादी से साफ इंकार कर दिया. दुल्हन का मानना था कि दूल्हे मे कोई बीमारी हो सकती है. जिस वजह से यह शादी नही हो सकती. दोनों पक्षो के लोगों ने दुल्हन को काफ़ी समझाया, लेकिन दुल्हन शादी ना करने की ज़िद पर अड़ी रही.
बीच शादी मे ही पहुंची पुलिस
दुल्हन ने शादी से इनकार करने के बाद दोनों पक्षो के बीच विवाद उत्पन्न हो गया. यह विवाद सुबह के करीब 5 बजे तक चला. विवाद के बारे मे जैसे ही मोहनपुर थाना प्रभारी को पता चला. वह अपने दल-बल के साथ सुखाड़ी मंडल गार्डन पहुंचे. जहां मोहनपुर थाना प्रभारी प्रियरंजन ने दोनों पक्षो को समझाया लेकिन दुल्हन शादी न करने पर अडिग रही. अंत में दूल्हा बिना दुल्हन के वापस घोरमारा लौट गया और दुल्हन अपने घर भागलपुर.