Z+ सुरक्षा वापिस लेने पर बोले रवनीत बिट्टू

लुधियाना लोकसभा सीट से भाजपा उम्मीदवार रवनीत बिट्टू ने आज आरोप लगाया कि आधी रात को लुधियाना नगर निगम के आयुक्त द्वारा उन्हें जारी किया गया मकान किराए का बढ़ा हुआ डिमांड नोटिस उनकी नामांकन प्रक्रिया को विफल करने और उनके जीवन को खतरे में डालने की एक सुनियोजित साजिश थी।

उन्होंने कहा कि उनकी विजय यात्रा को रोकने के लिए ‘आप’ और कांग्रेस आपस में मिले हुए हैं। जैसा कि पहले ही घोषणा की जा चुकी है कि रवनीत बिट्टू पहले ही अपना प्रवास दुगरी में भाजपा कार्यालय में स्थानांतरित कर चुके हैं जहां वह कल रात सोए थे। वह भाजपा कार्यालय की दूसरी मंजिल पर एक असज्जित कमरे में फर्श पर गद्दे बिछाकर सोए थे। इस बीच रविवार तक संबंधित घर खाली कर दिया जाएगा।

यहां भाजपा कार्यालय में मीडियाकर्मियों से बात करते हुए बिट्टू ने कहा कि मुझे जैड सुरक्षा का खतरा होने के कारण यह घर दिया गया है। अब सुरक्षाकर्मियों को हटा दिया गया है। उन्होंने कहा कि अगर कोई अप्रिय घटना होती है तो पंजाब के मुख्यमंत्री और पंजाब के डी.जी.पी. सीधे तौर पर जिम्मेदार होंगे। मैंने 2017 और 2019 में एक ही सदन से चुनाव लड़ा लेकिन कोई सवाल नहीं उठाया गया। अब मुझे उक्त मकान तत्काल खाली करने का निर्देश दिया गया है चूंकि मेरे सुरक्षाकर्मियों के लिए रहने की कोई जगह नहीं है, इससे मेरे जीवन को गंभीर खतरा होगा।

ट्टू ने कहा कि ऐसा लगता है कि कुछ शक्तियां मेरा राजनीतिक करियर और मुझे शारीरिक रूप से खत्म करना चाहती हैं। मुझे खतरे की अधिक आशंका है और गैंगस्टर तथा खालिस्तानी तत्व पहले ही मुझे धमकियां दे चुके हैं। उन्होंने कहा कि ‘आप’ सरकार पंजाबी गायक सिद्धू मूसेवाला की हत्या का क्रम दोहरा रही है जिनकी सुरक्षा वापस ले ली गई ताकि उन्हें आसान निशाना बनाया जा सके। उन्होंने कहा कि वह अपने दिवंगत दादा बेअंत सिंह की तरह पंजाब के लिए अपनी जान कुर्बान करने से नहीं डरते।

बिट्टू ने कहा कि उन्हें आधी रात को करीब 11.18 बजे व्हाट्सएप और आधिकारिक ई-मेल के जरिए किराया वसूली का नोटिस भेजा गया था। मुझे 2017 और 2019 के चुनावों में नगर निगम से एन.ओ.सी. और नो ड्यूज सर्टीफिकेट मिला। उन्होंने कहा, मैं नियमित रूप से पानी और बिजली के बिल का भुगतान कर रहा था और अतीत में यह कहते हुए कोई नोटिस जारी नहीं किया गया था कि मेरा कब्जा अवैध है। उन्होंने 2 मई 2024 को एन.ओ.सी. के लिए आवेदन किया था लेकिन 48 घंटे के भीतर दस्तावेज जारी करने के चुनाव आयोग के निर्देशों के बावजूद 8 मई तक इसे जारी नहीं किया गया था। लुधियाना की जनता इस कुकृत्य का करारा जवाब देगी। उन्होंने कहा कि ‘आप’ और कांग्रेस डरी हुई हैं क्योंकि भाजपा लुधियाना सीट भारी अंतर से जीतने वाली है।

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