जींद के जुलाना में भाजपा की विजय संकल्प रैली

हरियाणा के जींद के जुलाना में मंगलवार को पुरानी अनाज मंडी में भाजपा की विजय संकल्प रैली का आयोजन किया गया। इसमें राजस्थान के सीएम भजनलाल को आना था, लेकिन वह नहीं आए।

बता दें कि कुछ दिन पहले 15 साल की जीएसटी कमिश्नर की नौकरी छोड़कर सुरेंद्र लाठर ने भाजपा का दामन थामा था। सुरेंद्र लाठर ने विजय संकल्प रैली में अपना शक्ति प्रदर्शन दिखाकर भाजपा आलाकमान की नजरों में अपनी मजबूती साबित की। सुरेंद्र लाठर ने जुलाना से 5100 परिवारों को भाजपा पार्टी में जॉइन करवाया। वहीं भरे स्टेज से पूर्व मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर ने भी लाठर के सामाजिक कार्यों की तारीफ की। आज की रैली में जहाँ सुरेंद्र लाठर पूर्व मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर का दिल जीतने में कामयाब हुए। 

सुरेंद्र सिंह लाठर ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, दीनबंधु छोटूराम, बाबा साहेब डॉ भीम राव अंबेडकर, ताऊ देवीलाल के जनता के प्रति त्याग व समर्पण ने उन्हें जनसेवा के लिए प्रेरित किया। उनके पदचिन्हों पर चलकर इलाके के लोगों को राजनीतिक तौर से शिकार होने से बचाने के लिए राजनीति में आने का फैसला लिया। अब इलाके के हर परिवार की पढ़ाई, दवाई, कमाई को सुनिश्चित करने के लिए और अधिक मेहनत से प्रयास किया जाएगा। रैली में बोलते हुए डॉ लाठर ने कहा कि सामाजिक सरोकार परिवार का पढ़ाई, दवाई, कमाई मॉडल हर किसी को पंसद आ रहा है। इसके तहत छात्रों की पढ़ाई सुनिश्चित की जाती है। स्वास्थ्य जांच शिविर लगाने के साथ ही लोगों को बीमारी मुक्त करने के लिए स्वच्छ पेयजल उपलब्ध कराने को आरओ प्लांट लगाए गए हैं। पढ़े-लिखे बेरोजगार प्रतियोगी परीक्षाओं की अच्छे से तैयारी कर सकें, इसके लिए गांवों में लाइब्रेरी खोली गई हैं, जबकि निर्धन गरीबों को आजीविका चलाने के लिए ई-रिक्शा मुहैया कराई गई हैं।

उन्होंने कहा कि इलाके के 26 हजार से अधिक परिवारों तक संस्था की सीधी पहुंच है। इन परिवारों को अभी से ही खुद को उम्मीदवार मानते हुए पार्टी के लिए प्रचार-प्रसार में जुटना होगा। 25 मई को रिकॉर्ड मतदान कर मोदी को तीसरी बार प्रधानमंत्री बनाने में अपना योगदान देना होगा। पूर्व मुख्यमंत्री मनोहर लाल, मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी ने पूरा मान-सम्मान देने का वायदा किया है, इसलिए उनकी अपेक्षा पर खरा उतरने का यह सबसे सही समय है। डॉ लाठर ने कहा कि जींद जिले से कितने ही नेता आगे निकले। प्रदेश व देश के स्तर पर विभिन्न पदों पर पहुंचे, लेकिन आज तक एक भी ऐसा कोई उद्योग यहां नहीं लगवा पाए, जिसमें एक ही झटके में 20-30 हजार युवाओं को रोजगार मिला हो। देश-प्रदेश की राजनीति में अहम स्थान रखने वाले जींद जिले की गिनती आज भी पिछड़े इलाके के तौर पर होती है। डॉ लाठर ने कहा कि जुलाना, जींद व सफीदों विधानसभा में रहने वाले संस्था के सभी कार्यकर्ताओं के लिए यह परीक्षा की घड़ी है। सभी कार्यकर्ता अगले 10 दिन तक मन लगाकर मेहनत करेंगे तो परिणाम भी निश्चित तौर पर सुखद ही आएंगे।

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