बिहार: महिलाओं के सशक्तिकरण की दिशा में सीएम नीतीश का बड़ा कदम
बिहार की महिलाओं के सशक्तिकरण की दिशा में मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने कई बड़े फैसले लिए हैं। अब इस कड़ी में मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने एक और बड़ा कदम उठाया है। बिहार में महिलाओं को खेल जगत में आने के लिए प्रोत्साहित करने के लिए मुख्यमंत्री नीतीश कुमार अंतरराष्ट्रीय स्तर की हॉकी चैंपियनशिप का आयोजन करने जा रहे हैं। नालंदा के राजगीर स्पोर्ट्स कॉम्पलेक्स में 11 से 20 नवंबर तक अंतरराष्ट्रीय महिला हॉकी चैंपियनशिप का आयोजन किया जाएगा। इस चैंपियनशिप में एशिया की छह प्रमुख टीमें- भारत, चीन, जापान, मलेशिया, थाईलैंड और दक्षिण कोरिया हिस्सा लेंगी।
हॉकी का पर्व बिहार का गर्व
‘हॉकी का पर्व बिहार का गर्व’ के तहत नालंदा जिले के खेल अकादमी सह खेल विश्वविद्यालय राजगीर में पहली बार महिला एशियन हॉकी चैम्पियनशिप ट्रॉफी 2024 का आयोजन किया जाएगा। चैंपियनशिप की ट्रॉफी टूर को 14 अक्टूबर को मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने पटना में हरी झंडी दिखाकर रवाना किया था। इस ट्रॉफी को बिहार सहित पांच राज्यों में 29 दिनों तक भ्रमण कराया जाएगा।इन प्रदेशों में भ्रमण के बाद 19 अक्टूबर को वापस बिहार की धरती पर लौटेगी।इसके बाद बिहार के सभी जिलों में यह भ्रमण करते हुए ट्रॉफी 7 नवम्बर को नालंदा पहुंचेगी।
नालंदा के सभी प्रखंडों में किया जाएगा ट्रॉफी का भ्रमण
यह ट्रॉफी टूर नालंदा जिले के सभी प्रखंडों में भी निकाली जाएगी। ट्रॉफी टूर का स्वागत जिले के सभी जनप्रतिनिधियों के आलावा जिला प्रशासन, स्थानीय प्रशासन, खिलाड़ियों, आम जनता द्वारा किया जाएगा। इससे बिहार की लड़कियों में हॉकी के खेल में शामिल होने के लिए प्रेरणा मिलेगी। खास बात यह है कि जो बिहार खेल की उपलब्धियों में काफी पीछे रहा है, आज वही प्रदेश खेल की दुनिया में एक नई पहचान बनाने जा रहा है।
11 नवंबर को एशियन महिला हॉकी खेल का होगा आगाज
खेल निदेशक रवीन्द्र शंकर ने बताया कि जिले में ट्रॉफी टूर भ्रमण के बाद यह ट्रॉफी 11 नवम्बर को खेल अकादमी सह खेल विश्वविद्यालय राजगीर परिसर पहुंचेगी। यहां फिर उसी दिन एशियन महिला हॉकी चैंपियनशिप का शुभारंभ किया जाएगा। बता दें कि 11 नवंबर से 20 नवंबर तक आयोजित होने वाली एशियन महिला हॉकी खेल में भारत के अलावा चीन, थाईलैंड, जापान, दक्षिण कोरिया, मलेशिया की महिला हॉकी खिलाड़ी भाग लेंगी। यहां प्रतिदिन तीन खेलों का आयोजन किया जाएगा, जिसमें भारतीय टीम अंतिम समय में खेलेगी। भारत के सभी मैच अंतिम समय में साढ़े सात बजे शाम से आयोजित किए जाएंगे। हर दिन बेहतर प्रदर्शन करने वाली महिला हॉकी खिलाड़ियों को सम्मानित भी किया जाएगा। इसके बाद ट्रॉफी जीतने वाली खिलाड़ी को 20 नवंबर को खेल समाप्त होने के बाद ट्रॉफी, शील्ड समेत अन्य उपहार देकर सम्मानित किया जाएगा। इस खेल परिसर में खेल देखने वाले दर्शकों की फ्री एंट्री होगी। बताया जा रहा है कि भीड़ को देखते हुए तीन शिफ्ट बनाई गई है और अलग-अलग शिफ्ट में दर्शकों की एंट्री होगी।
मुख्यमंत्री नीतीश कुमार भी हैं उत्साहित
बिहार में पहली बार अंतर्राष्ट्रीय महिला हॉकी चैंपियनशिप के आयोजन से मुख्यमंत्री नीतीश कुमार भी उत्साहित हैं। मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने कहा कि, ‘‘मैं आठवीं महिला एशियाई चैंपियंस ट्रॉफी की मेजबानी के लिए बिहार सरकार का समर्थन देने पर बहुत खुश हूं। हम इस प्रतिष्ठित टूर्नामेंट में हिस्सा लेने वाली अंतरराष्ट्रीय टीमों का स्वागत करते हैं। हमें उम्मीद करते हैं कि इस प्रतियोगिता के लिए आने वाली हॉकी टीमें, अधिकारी और हॉकी प्रशंसक हमारे लोगों की मेहमान नवाजी का लुत्फ उठाएंगे, इस प्रतियोगिता को सफल बनाने के लिए हम कोई कसर नहीं छोड़ेंगे।’’
खेल जगत में जाने के लिए प्रेरित होंगी महिलाएं
बिहार में पहली बार महिला हॉकी चैंपियनशिप के आयोजन से लड़कियों को खेल जगत में जाने की प्रेरणा मिलेगी। मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने पहले बिहार की लड़कियां को शिक्षा के क्षेत्र में आगे बढ़ने का पर्याप्त अवसर मुहैया कराया। बिहार में सरकारी नौकरी में लड़कियों को 35 फीसदी का आरक्षण दिया गया। इससे सरकारी नौकरी में जाने का सुनहरा अवसर बिहार की बेटियों के हाथ में आया। अब मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की कोशिश है कि खेल जगत में भी बिहार की बेटियां अपना खास मुकाम हासिल करें। मुख्यमंत्री के इस लक्ष्य को हासिल करने में अंतर्राष्ट्रीय महिला हॉकी चैंपियनशिप का बड़ा योगदान रहेगा।