बड़ा खुलासा: लखनऊ के मदरसे में काजी 51 छात्राएं का रहा था यौन शोषण

सआदतगंज के यासीनगंज स्थित मदरसे में मासूम छात्राओं को बंधक बनाकर लंबे समय से यौन शोषण किया जा रहा था। छात्राओं ने मदरसे की खिड़कियों से अपनी व्यथा पर्चियों पर लिखकर खिड़की से बाहर फेंका तब ये मामला सामने आया।

इलाकाई लोगों ने शुक्रवार को एसएसपी दीपक कुमार को इसकी जानकारी दी तो उन्होंने भारी पुलिस फोर्स के साथ मदरसे पर छापा मारा। मौके पर 52 छात्राएं मिलीं जिन्हें आजाद कराकर प्राग नारायण रोड स्थित नारी निकेतन भेज दिया गया।
मदरसा के मैनेजर कारी तैय्यब जिया के खिलाफ छात्राओं की तरफ से सआदतगंज कोतवाली में छेड़छाड़, मारपीट व प्रताड़ना का केस दर्ज कर उसे गिरफ्तार कर लिया गया है। एसएसपी ने बताया कि मदरसा खदीजतुल कुबरा लिलबनात इंदिरानगर निवासी धार्मिक गुरु सैय्यद मोहम्मद जिलानी अशरफ का है। उन्होंने लड़कियों की पढ़ाई के लिए करीब 15 साल पहले मदरसा बनवाकर यासीनगंज में रहने वाले कारी तैय्यब जिया को उसकी देखरेख की जिम्मेदारी सौंपी थी। कारी ने मदरसे में लड़कियों का हॉस्टल शुरू कर दिया। मदरसे में 125 छात्राएं पढ़ती हैं।
शुक्रवार को मदरसे के संस्थापक के परिवारिक सदस्य सैय्यद बाबर अशरफ ने फोन कर वहां पढ़ने वाली छात्राओं से गलत हरकतें करने की जानकारी दी। उन्होंने बताया कि मदरसे की छात्राओं को बंधक बनाकर रखा गया है। छात्राओं ने कुछ पर्चियों पर अपनी व्यथा लिखकर फेंकी हैं जो इलाकाई लोगों के पास हैं।
इस पर एसएसपी तत्काल कई थानों की पुलिस फोर्स लेकर मदरसा पहुंच गए। मदरसे में पुलिस के आते ही हड़कंप व अफरा-तफरी मच गई। छापे की कार्रवाई में पुलिस के साथ मौजूद एडीएम व एसीएम ने छात्राओं से बातचीत की तो रोंगटे खड़े कर देने वाली हकीकत सामने आईं। संचालक कारी तैय्यब ज़िया को हिरासत में लेकर पुलिस ने छात्राओं के परिवारीजनों से संपर्क किया।पुलिस को मदरसे में 51 छात्राएं मिलीं जिनके परिवारीजनों को मदरसा बुलाकर छात्राओं को उनके सुपुर्द कर दिया गया है। एसएसपी ने बताया कि मदरसे में छात्राओं से हो रहे यौन शोषण, प्रताड़ना व मारपीट की जानकारी चाइल्ड वेलफेयर कमेटी और जिला प्रोबेशन अधिकारी को दे दी गई है।