बीएचयू और आईआईटी मिलकर करेंगे काम, तालमेल के लिए बनी संयुक्त समिति

बीएचयू और आईआईटी बीएचयू के बीच तालमेल और नीतियों के निर्धारण के लिए संयुक्त समन्वयन समिति का गठन किया गया है। दोनों संस्थानों के बीच जमीन, आवासीय सुविधा, साझा सेवाओं और आपसी हितों के मुद्दों की पहचान कर उसका हल निकालने के लिए ये समिति गठित की गई है। समिति दोनों संस्थानों के आपसी विवादों को भी निपटाएगी। समिति को दो भाग टियर-1 और टियर-2 में बांटा गया है। इस समिति में दोनों संस्थानों के कुलपति और निदेशक से लेकर वरिष्ठ अधिकारियों को सदस्य बनाया गया है।

टियर-1 में सात सदस्य होंगे। बीएचयू की ओर से कुलपति, रेक्टर, रजिस्ट्रार और वित्ताधिकारी इसके सदस्य होंगे। वहीं, टीयर-1 में आईआईटी में निदेशक, रजिस्ट्रार और एक चेयरपर्सन। टियर-2 में आठ सदस्य होंगे। इसमें बीएचयू से रेक्टर या कुलपति की ओर से नामित प्रोफेसर, प्रोफेसर इंचार्ज (कैंपस डेवलपमेंट), एस्टेट ऑफिसर और वित्ताधिकारी का नॉमिनी। वहीं, आईआईटी से निदेशक की ओर से नामित चेयरपर्सन, सुप्रिटेंडिंग इंजीनियर, ज्वाइंट रजिस्ट्रार (अकाउंट) और डिप्टी रजिस्ट्रार (एस्टेट) इसके सदस्य होंगे।

425 एकड़ में है आईआईटी का कैंपस
बीएचयू कैंपस 1300 एकड़ में फैला हुआ है। इसमें 425 एकड़ में आईआईटी का कैंपस है। दोनों संस्थानों की साझी जमीन और विरासत है। ऐसे में कई बार विवाद की स्थितियां बनती हैं। ऐसा न हो इसलिए समन्वय के लिए संयुक्त समिति का गठन किया गया है।

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