भोपाल: आश्रम के सेवादार की मौत का रहस्य बरकरार

भोपाल। अरेरा कॉलोनी स्थित प्रजापिता ब्रह्मकुमारी ईश्वरीय विश्वविद्यालय में बुजुर्ग सेवादार द्वारा संदिग्ध परिस्थितियों में हुई खुदकुशी करने का मामला दो माह बाद अभी भी राज बना हुआ है। मौके पर मिले सुसाइड नोट में उसने एक लाख की एफडी को बीच में ही कैश कराने वाले दो लोगों का नाम लिखा है। लेकिन पुलिस अभी तक उन तक नहीं पहुंच सकी है। सेवादार ने परिवार में पत्नी-बच्चे होने के बाद भी नामिनी विवि की क्षेत्रीय संचालक अवधेश बहन को बनाया था। इस संबंध में पुलिस टीम माउंटआबू जाएगी।
अरेरा कॉलोनी स्थित विवि में बने शेड में गोविंद प्रसाद राय (65) ने गत 8 अक्टूबर को फांसी लगा ली थी। हबीबगंज पुलिस के मुताबिक मौके पर एक सुसाइड नोट मिला था। उसमें लिखा था कि उसने 12 जनवरी को श्री स्वामी विवेकानंद मल्टी स्टेट कोऑपरेटिव सोसायटी में एक लाख रुपए की एफडी कराई थी। इसके लिए सहयोग करने वाले आशीष और चेतन नाम के युवकों ने धोखाधड़ी कर एफडी से पैसे निकाल लिए हैं।
आठ दिन के लिए आया था भोपाल
मामले की जांच कर रहे एसआई एपी यादव ने बताया कि गोविंद मूलतः सिमरिया घाट,खुरई का रहने वाला था। वह काफी समय से आश्रम से जुड़ा था। इस दौरान वह खुरई,सागर के अलावा विवि के माउंटआबू स्थित मुख्यालय में भी काफी समय रहा। उसने भोपाल में आठ-दस दिन रुकने की इच्छा फोन करके जताई थी। इसके बाद अरेरा कॉलोनी स्थित आश्रम में उसके ठहरने का इंतजाम कर दिया गया था। एफडी की पॉलिसी में उसने आश्रम की क्षेत्रीय संचालक अवधेश बहन को नामिनी बनाया था।
सिर्फ बहन ने दर्ज कराए बयान
इस मामले में घटना के बाद सिफ मृतक की सागर निवासी बहन प्रभा ने ही थाने आकर बयान दर्ज कराए हैं। गोविंद की पत्नी और बच्चे सागर में रहते हैं,लेकिन उन्होंने अभी तक पुलिस से संपर्क नहीं किया है। एसआई यादव के मुताबिक इस मामले में वह खुरई,सागर के अलावा घटना के संबंध में साक्ष्य जुटाने माउंटआबू जाएंगे।