भीमा-कोरेगांव हिंसा में अब भी आरोपित हैं हिंदूवादी नेता संभाजी भिडे

महाराष्ट्र सरकार ने हिंदूवादी नेता संभाजी भिडे के खिलाफ दर्ज तीन मुकदमे वापस ले लिए हैं। लेकिन, भीमा-कोरेगांव हिंसा मामले में भिडे अब भी आरोपित हैं। एक आरटीआइ अर्जी के जवाब में यह बात सामने आई है। जवाब में कहा गया है कि भिडे पर 2008 में सांगली जिले में ‘जोधा अकबर’ फिल्म के खिलाफ प्रदर्शन कर हंगामा करने का मामला दर्ज किया था। इस केस को वापस लिया गया है।भीमा-कोरेगांव हिंसा में अब भी आरोपित हैं हिंदूवादी नेता संभाजी भिडे

आरटीआइ कार्यकर्ता शकील अहमद शेख ने जानकारी मांगी थी कि 2008 के बाद से अब तक कितने नेताओं और दूसरे लोगों पर दर्ज मामले वापस लिए गए हैं। जवाब में कहा गया कि राज्य सरकार ने पिछले एक साल में 41 केस वापस लिए हैं, जिनमें 14 मामले निर्वाचित प्रतिनिधियों से जुड़े हैं। इन नेताओं में ज्यादातर भाजपा और शिवसेना से जुड़े हैं। हालांकि, सरकार ने जवाब में यह भी साफ कर दिया है कि इसी साल एक जनवरी को कोरेगांव-भीमा हिंसा मामले में भिडे के खिलाफ दर्ज मामले को वापस नहीं लिया गया है। 85 वर्षीय भिडे राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के कार्यकर्ता भी रहे हैं।

फिलहाल भिडे शिव प्रतिष्ठान हिंदुस्तान नामक संस्था के प्रमुख हैं। गृह राज्यमंत्री दीपक केसरकार ने फैसले का बचाव करते हुए कहा कि मुकदमे वापस लेना नई बात नहीं है। भिडे और उनके समर्थकों के खिलाफ वापस लिए गए मुकदमे पुराने हैं। उन्होंने कहा कि कोरेगांव-भीमा मामले की जांच अभी चल रही है। 

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