आज से एयरो इंडिया शुरू, नए भारत की सैन्य ताकत और आत्मनिर्भरता की झलक देखेगी दुनिया!

एयरो इंडिया 2025 का शुभारंभ आज से होगा। दुनियाभर के देश भारत के सैन्य साजोसामान और ताकत के गवाह बनेंगे। 43 देशों के वायुसेना प्रमुख इस कार्यक्रम में हिस्सा लेंगे। यह अब तक का सबसे बड़ा एयरो इंडिया होगा। इसमें 150 विदेशी कंपनियों समेत 900 से अधिक प्रदर्शक हिस्सा लेंगे। आज रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह इंडिया पवेलियन का उद्घाटन करेंगे।

भारत अत्याधुनिक सैन्य साजोसामान का प्रदर्शन कर पूरी दुनिया को अपनी ताकत दिखाने को तैयार है। बेंगलुरु के येलहंका में सोमवार से शुरू होने वाले एशिया के सबसे बड़े एयर शो एयरो इंडिया में दुनिया नए भारत की सैन्य ताकत और आत्मनिर्भरता की झलक देखेगी। दो साल के अंतराल पर आयोजित होने वाले 15वें एयरो इंडिया की सारी तैयारियां पूरी हो चुकी हैं।

रक्षा मंत्री करेंगे इंडिया पवेलियन का उद्धघाटन
रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह सोमवार को एयरो इंडिया 2025 में ‘इंडिया पवेलियन’ का उद्घाटन करेंगे। रक्षा मंत्रालय ने कहा कि एयरो इंडिया नवाचार, रणनीतिक सहयोग और एयरोस्पेस और रक्षा में उत्कृष्टता के प्रति भारत की अटूट प्रतिबद्धता का प्रमाण है। 42 हजार वर्ग मीटर से अधिक क्षेत्र में आयोजित और 150 विदेशी कंपनियों सहित 900 से अधिक प्रदर्शकों की भागीदारी के साथ, यह अब तक का सबसे बड़ा ‘एयरो इंडिया’ होने वाला है।

भारत की ताकत की दिखेगी झलक
10-14 फरवरी तक होने वाले इस शो में नए भारत की ‘ताकत, और आत्मनिर्भरता’ की झलक दिखेगी। रविवार को बेंगलुरु पहुंचे रक्षामंत्री राजनाथ सिंह ने कहा कि इस एयरशो में 90 से अधिक देशों की भागीदारी भारत की एयरोस्पेस और रक्षा क्षमताओं में ‘बढ़ते वैश्विक विश्वास का प्रमाण’ है।

30 देशों के प्रतिनिधि भाग लेंगे
‘एयरो इंडिया’ मजबूत, सक्षम, सुरक्षित और आत्मनिर्भर भारत’ के दृष्टिकोण को आगे बढ़ाएगा। यह भारत की रक्षा क्षमताओं को प्रदर्शित करेगा और वैश्विक साझेदारी बनाएगा। यह न केवल देश की रक्षा तैयारी के लिए महत्वपूर्ण है, बल्कि यह हमारे देश के भविष्य को आकार देने में भी महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है। इस आयोजन में ‘लगभग 30 देशों’ के रक्षामंत्री या प्रतिनिधि भाग लेने आए हैं।

43 देशों के वायुसेना प्रमुखों की उपस्थिति इस आयोजन के महत्व को उजागर करती है। रक्षामंत्री ने कहा, ”हमारा लक्ष्य अपने मित्र राष्ट्रों के साथ साझा हित के क्षेत्रों में सहयोग बढ़ाना, साझा प्रगति को बढ़ावा देना है। यह न केवल प्रौद्योगिकी और नवाचार को प्रदर्शित करेगा, बल्कि हमारे युवाओं को प्रेरित करेगा।

एआई-संचालित युद्ध तकनीक प्रदर्शित करेगी बीईएल
रक्षा क्षेत्र की सरकारी कंपनी भारत इलेक्ट्रॉनिक्स लिमिटेड (बीईएल) एयरो इंडिया में आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (एआई) संचालित युद्ध तकनीक प्रदर्शित करेगी। प्रलय मिसाइल, लंबी दूरी की लैंड अटैक क्रूज मिसाइल और क्यूआरएसएएम जैसी हथियार प्रणाली, पोर्टेबल एंटी-ड्रोन सिस्टम को भी प्रदर्शित किया जाएगा।

वायु रक्षा अग्नि नियंत्रण रडार, अश्विनी रडार और मल्टी-फंक्शन रडार भी ताकत दिखाएंगे। जेनरेटिव एआई-आधारित वर्चुअल असिस्टेंट, वॉयस ट्रांसलेशन सिस्टम को भी प्रदर्शित किया जाएगा।

अमेरिका के एफ-16, एफ-35 भी दिखाएंगे ताकत
अमेरिकी वाणिज्य दूतावास के अधिकारियों ने कहा कि अमेरिका अपने रक्षा उपकरणों और प्रौद्योगिकी के साथ एयरो इंडिया शो में शामिल होगा। इस दौरान एफ-16, एफ-35, केसी-135 स्ट्रैटोटैंकर और बी-1 बांबर अपनी ताकत दिखाएंगे। अमेरिकी वाणिज्य दूतावास ने बयान में कहा, दो दर्जन से अधिक अमेरिकी कंपनियां नए व्यापार के अवसरों की संभावनाएं तलाशेंगी।

ये कंपनियां मानव रहित हवाई प्रणाली (यूएएस), लड़ाकू विमान, उन्नत एवियोनिक्स और रक्षा इलेक्ट्रॉनिक्स में प्रगति प्रदर्शित करेंगी। नई दिल्ली में अमेरिकी दूतावास के प्रभारी जोर्गन एंड्रयूज अमेरिकी विदेश, रक्षा और वाणिज्य विभागों के प्रतिनिधियों के उच्च स्तरीय अमेरिकी प्रतिनिधिमंडल का नेतृत्व करेंगे।

वायुसेना प्रमुख और सेना प्रमुख ने पहली बार लड़ाकू विमान में साथ भरी उड़ान
वायुसेना प्रमुख एयर चीफ मार्शल एपी सिंह और थल सेनाध्यक्ष जनरल उपेन्द्र द्विवेदी ने रविवार को वायु सेना स्टेशन पर हल्के लड़ाकू विमान (एलसीए) तेजस में 45 मिनट तक उड़ान भरी। यह पहली बार था कि सशस्त्र बलों के दो प्रमुखों ने स्वदेशी विमान में एक साथ उड़ान भरी।

वायुसेना प्रमुख को पायलट की सीट पर बैठते हुए देखा गया, जबकि सेना प्रमुख सह-पायलट के रूप में उनके साथ थे। सफल उड़ान के बाद जनरल द्विवेदी ने इस अनुभव को अपने जीवन का सबसे अच्छा पल बताया।

मेरे जीवन का सबसे अच्छा क्षण
जनरल द्विवेदी ने कहा, ”यह मेरे जीवन का सबसे अच्छा क्षण था और जैसा कि आप जानते हैं कि एयर चीफ मार्शल मेरे सहपाठी हैं। हम एनडीए (राष्ट्रीय रक्षा अकादमी) के दिनों से एक साथ हैं। काश वह मुझसे पहले मिले होते और मैंने निश्चित रूप से वायुसेना में शामिल होता।

अगर मैं वायुसेना में गया होता तो लड़ाकू पायलट होता। मुझे कहना होगा कि आज से एयर चीफ मार्शल एपी सिंह मेरे गुरु हैं, क्योंकि उन्होंने आकाश में रहते हुए मुझसे बहुत सारी गतिविधियां कराईं।

एचएएल के लाइट यूटिलिटी हेलीकॉप्टर पर नजरें
एयरो शो में हिंदुस्तान एयरोनाटिक्स लिमिटेड (एचएएल) के स्वदेशी रूप से डिजाइन और विकसित लाइट यूटिलिटी हेलीकॉप्टर (एलयूएच) पर सभी की नजरें रहेंगी। एचएएल के सीएमडी डीके सुनील ने कहा, एचएएल के पवेलियन में प्रमुख आकर्षण एलयूएच, हिंदुस्तान टर्बो ट्रेनर (एचटीटी) -40 सिम्युलेटर, एलसीए एमके 1ए फाइटर, एलसीए एमके 1 ट्रेनर, हिंदुस्तान जेट ट्रेनर -36, एचटीटी-40, एलसीएच और एलएच एमके ढ्ढV के मॉडल होंगे।

पहली बार, एडवांस्ड मीडियम काम्बैट एयरक्राफ्ट (एएमसीए) का 1:1 मॉडल भी पवेलियन में प्रदर्शित किया जाएगा। क्रायोजेनिक इंजन सीई-20, जीएसएलवी एमके और चंद्रयान-3 के स्केल्ड मॉडल के साथ एक विशेष एयरोस्पेस कार्नर एयरोस्पेस उद्योग में एचएएल की क्षमताओं और भूमिका को प्रदर्शित करेगा।

पहली बार एयरो इंडिया में शिरकत करेंगे एसयू-57 और एफ-35 विमान
रक्षा मंत्रालय ने रविवार को कहा कि पहली बार ‘एयरो इंडिया’ में दुनिया के दो सबसे उन्नत पांचवीं पीढ़ी के लड़ाकू विमान रूसी एसयू-57 और अमेरिकी एफ-35 लाइटनिंग भाग लेंगे। यह वैश्विक रक्षा सहयोग में मील का पत्थर है।

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