अपराधी के कान में फांसी देने से पहले जल्लाद कहता हैं ये बात

अगर कोई इंसान गलती करता है तो उसे सजा मिलना तय है। फांसी की सजा होना बहुत दुःख की बात है लेकिन बहुत से ऐसे अपराध होते है जिसके लिए फांसी की सजा देना ही पड़ती है। आप सभी ने अक्सर ही फिल्मों में टीवी शोज में फांसी की सजा देते हुए देखा होगा। आपने नोटिस किया हो तो फांसी देने के पहले जल्लाद फांसी देने वाले के कान में कुछ कहता है।

आखिर क्या कहता है जल्लाद:

दरअसल अपराधी को फांसी देते समय जल्लाद उसके कान में राम-राम कहता है और उसके बाद उसे कहता है कि ‘मुझे माफ कर दो भाई, मैं मजबूर हूं’ हिन्दू भाई हो तो राम-राम और मुस्लिम हो तो आखिरी सलाम’। इस तरह कहकर जल्लाद उसे फांसी पर चढ़ा देता है। 

क्या होती है जल्लादों की फीस:

फांसी देने वाले जल्लादों को सरकार द्वारा 3000 रुपए दिए जाते हैं तब जब वह किसी आम इंसान को फांसी पर चढ़ाते हैं और अगर वह किसी आतंकवादी को फांसी की सजा देते हैं तो उन्हें अधिक रकम दी जाती है। एक हत्यारे को फांसी पर चढ़ाने पर जल्लाद को 25000 रुपये दिए जाते हैं।

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