B’day Spl: फिल्मों में आने से पहले क्रिकेटर था ये विलेन, फिल्म ‘शोले’ से हुआ था फेमस

बॉलीवुड एक्टर मैकमोहन का आज 80वां जन्मदिन है। मैकमोहन का जन्म आज ही के दिन साल 1938 को कराची में हुआ था। मैक मोहन अधिकतर फिल्मों में विलेन के किरदार में ही नजर आए हैं। फिल्म ‘शोले’ में सांभा का किरदार निभाकर मैक मोहन ने प्रसिद्धि हासिल की थी। गौरतलब है कि वह जानी मानी एक्ट्रेस रवीना टंडन के मामा थे।
मैक मोहन का असली नाम मोहन माखीजानी है। उनके पिता भारत में ब्रिटिश आर्मी में कर्नल थे। मैक मोहन को बचपन से ही क्रिकेट का शौक था और वह क्रिकेटर बनना चाहते थे। साल 1940 में उनके पिता का ट्रांसफर कराची से लखनऊ हो गया, फिर मैक मोहन की शुरुआती पढ़ाई लखनऊ में ही हुई।
एक इंटरव्यू में मैकमोहन ने बताया था कि उन्होंने उत्तर प्रदेश की क्रिकेट टीम के लिए भी खेला था। फिर एक वक्त ऐसा भी आया जब उन्होंने तय कर लिया कि अब उन्हें क्रिकेटर बनना ही है। उन दिनों क्रिकेट की अच्छी ट्रेनिंग सिर्फ मुंबई में दी जाती थी जिसके बाद वह साल 1952 में मुंबई आ गए लेकिन मुंबई आने के बाद उन्होंने जब रंगमंच को देखा तो उनकी इसमें रुचि जागी।
मशहूर गीतकार कैफी आजमी की पत्नी शौकत कैफी जो कि IPTA की सदस्य थीं, एक स्टेज ड्रामा डायरेक्ट कर रही थीं जिसका नाम था ‘इलेक्शन का टिकट’। उसके लिए उन्हें एक दुबले-पतले लेकिन साफ बोलने वाले शख्स की जरूरत थी। मैकमोहन के किसी दोस्त ने उन्हें इसके बारे में बताया। उन्हें पैसों की जरूरत थी लिहाजा सिर्फ थोड़े-बहुत पैसे कमाने के लिए उन्होंने शौकत कैफी से नाटक में काम मांगने के लिए मुलाकात की और यहीं से मैक मोहन का एक्टिंग करियर शुरू हो गया।
मैक मोहन ने साल 1964 में फिल्म ‘हकीकत’ से अपने करियर की शुरुआत की थी। अपने 46 साल के करियर में 175 फिल्मों में उन्होंने काम किया। उन्हें अपने दौर के सभी बड़े फिल्म डायरेक्टर्स ने काम दिया। ‘डॉन’, ‘कर्ज’, ‘सत्ते पे सत्ता’, ‘काला पत्थर’, ‘रफू चक्कर’, ‘शान’ और ‘शोले’ जैसी फिल्मों में उनका काम बेहद सराहा गया। उन्होंने अमिताभ बच्चन के साथ काफी फिल्मों में काम किया।
नवंबर 2010 में जब मैक मोहन ‘अतिथि तुम कब जाओगे’ की शूटिंग कर रहे थे तो उनकी तबियत खराब हुई। तभी उन्हें मुंबई के कोकिलाबेन धीरूभाई अंबानी अस्पताल में दाखिल किया गया। जहां डॉक्टरों ने बताया कि उनके फेफड़ों में ट्यूमर है। इसके बाद उनका लंबा इलाज चला लेकिन उनकी तबियत लगातार बिगड़ती चली गई। एक साल बाद ही 10 मई 2010 को मैक मोहन हमेशा के लिए दुनिया को अलविदा कह गए। वह अपने पीछे पत्नी मिनी, दो बेटियां मंजरी व विनती और एक बेटा विक्रांत छोड़ गए।
मैकमोहन की मौत पर अमिताभ बच्चन ने अपने ब्लॉग पर दुख जताते हुए लिखा, यह बताते हुए दुख हो रहा है कि मैक मोहन इस दुनिया में नहीं रहे। वह कोमल हृदय वाली आत्मा थे। वह सभी का बहुत ध्यान रखने वाले व्यक्ति थे। अमिताभ ने कहा कि उन्हें कई वजहों से याद किया जाएगा लेकिन शायद उनका संदर्भ हमेशा ‘शोले’ के ‘सांभा’ के रूप में दिया जाएगा।