बीसीसीएल धनबाद में ₹1,500 करोड़ का घोटाला उजागर, कई अधिकारी जांच के घेरे में


जांच पैनल को संतोषजनक जवाब न मिलने पर अधिकारियों पर पदावनति या सख़्त अनुशासनात्मक कार्रवाई हो सकती है
भारत कोकिंग कोल लिमिटेड (बीसीसीएल) में करीब ₹1,500 करोड़ के घोटाले का पर्दाफाश हुआ है। आरोप है कि कई वरिष्ठ अधिकारियों ने एक बड़े ठेकेदार को अनुचित लाभ पहुंचाया।
इस मामले में कोयला मंत्रालय और केंद्रीय सतर्कता आयोग (सीवीसी) ने उच्चस्तरीय जांच शुरू कर दी है। प्रारंभिक जांच में बड़े पैमाने पर अनियमितताओं का पता चला है, जिसके आधार पर कई वरिष्ठ अधिकारियों को शो-कॉज़ नोटिस जारी किए गए हैं।
किन ठेकों पर है जांच
2021 से 2025 के बीच दिए गए ठेके जांच के घेरे में हैं। सूत्रों के अनुसार, मामला आगे की कार्रवाई के लिए कोयला मंत्रालय और सीवीसी को भेजा जा चुका है।
ताज़ा विवाद कुजामा (लोदना क्षेत्र), ईस्टर्न झरिया भावरा फोर ए पैच और एनटीएसटी प्रोजेक्ट से जुड़ा है, जहां ठेकों के अनुचित विस्तार के कारण कंपनी को भारी वित्तीय नुकसान हुआ। जांचकर्ताओं को पता चला है कि इस मुद्दे पर चर्चा 9 जून 2023 और 21 फरवरी 2024 को हुई तकनीकी एवं टेंडर समिति की बैठकों में हुई थी, जिसके बाद इसे फंक्शनल डायरेक्टर की बैठक में मंज़ूरी दी गई।
तीन दर्जन अधिकारी घेरे में
करीब तीन दर्जन अधिकारी, जिनमें बीसीसीएल के सीएमडी, एक फंक्शनल डायरेक्टर, कई महाप्रबंधक, टेंडर और तकनीकी समिति के सदस्य व नोडल अधिकारी शामिल हैं, को 20 से 31 अगस्त के बीच अपना जवाब देने को कहा गया है।
गौरतलब है कि बीसीसीएल के एक पूर्व निदेशक, जो वर्तमान में एक अन्य पीएसयू में सीएमडी हैं, को भी नोटिस भेजा गया है। अनुबंध प्रबंधन विभाग के सेवानिवृत्त अधिकारी भी जांच के दायरे में हैं।
अगस्त के पहले सप्ताह में सतर्कता महाप्रबंधक ने 5 अगस्त को छह अधिकारियों — जीएम धनराज अखरे, कुमार राजीव, मिथिलेश कुमार, एस.ए. तलमले, संजय कुमार अग्रवाल और दीपंकर मैथी — को नोटिस जारी कर यह स्पष्टीकरण मांगा है कि कुजामा में प्रस्तावित माइन डेवलपर एवं ऑपरेटर (एमडीओ) परियोजना के बावजूद इतना बड़ा विचलन क्यों मंज़ूर किया गया।
संभावित कार्रवाई
अगर अधिकारियों के जवाब जांच पैनल को संतोषजनक नहीं लगे तो पदावनति या उससे भी कड़ी अनुशासनात्मक कार्रवाई हो सकती है।
बीसीसीएल प्रबंधन की चुप्पी
www.indianpsu.com ने इस मामले पर बीसीसीएल के सीएमडी समीरन दत्ता को ईमेल भेजा और फोन व व्हाट्सऐप पर भी संपर्क करने की कोशिश की, लेकिन कोई जवाब नहीं मिला।