बरेली को मिल सकती है पहली स्लीपर वंदे भारत ट्रेन की सौगात

रेलवे ने बरेली-मुंबई स्लीपर वंदे भारत एक्सप्रेस के संचालन की कवायद तेज कर दी है। इसके लिए एक माह तक ट्रायल और स्पीड ट्रायल भी किया जाएगा। यह स्लीपर वंदे भारत एक ओर से 1600 किमी दूरी तय करेगी। माना जा रहा है कि जल्द ही शहर को देश की पहली स्लीपर वंदे भारत की सौगात मिल सकती है। वहीं, सहारनपुर-प्रयागराज वंदे भारत एक्सप्रेस का संचालन भी जल्द शुरू होने की संभावना है।

मुरादाबाद मंडल की भी यह पहली स्लीपर वंदे भारत होगी। मुरादाबाद में वाशिंग लाइन न होने के कारण इस ट्रेन का संचालन बरेली से शुरू करने का निर्णय लिया गया है। रेलवे ने इस ट्रेन के लिए 

तय किया गया यह रूट
बरेली-चंदौसी-अलीगढ़-आगरा-ग्वालियर-झांसी-बीना-भोपाल-इटारसी-खंडवा-जलगांव-मनमाड़-मुंबई रूट तय कर लिया है। इस रूट पर पड़ने वाले रेल खंडों के मंडल मुख्यालयों को इस संबंध में लिखा जा चुका है।

स्लीपर वंदे भारत एक्सप्रेस का पहला वर्जन रविवार को ही कोच फैक्टरी से ट्रायल के लिए बाहर आया है। अधिकारियों का कहना है कि ट्रायल के बाद पहली स्लीपर वंदे भारत उत्तर रेलवे को मिल सकती है। मुख्य वाणिज्य निरीक्षण राकेश सिंह ने बताया कि सहारनपुर-प्रयागराज वंदे भारत एक्सप्रेस के लिए भी रूट तय है। इस ट्रेन का संचालन भी जल्द शुरू होगा।

वैकल्पिक रूटों पर भी रेलवे कर रहा विचार
बरेली-मुंबई और सहारनपुर-प्रयागराज वंदे भारत एक्सप्रेस के लिए रूट तय हो चुके हैं, लेकिन इन ट्रेनों के लिए रेलवे वैकल्पिक रूटों पर भी काम कर रहा है। पिछले दिनों उत्तर मध्य रेलवे से सहारनपुर-प्रयागराज वंदे भारत के लिए वाया कानपुर सेंट्रल होते हुए रूट मांगा गया था, लेकिन उत्तर मध्य रेलवे ने पहले से ट्रेनों का दबाव होने का हवाला दे दिया। इधर, बरेली-मुंबई वंदे भारत के लिए वैकल्पिक रूटों पर काम चल रहा है।

बरेली-मुंबई स्लीपर वंदे भारत और सहारनपुर-प्रयागराज वंदे भारत एक्सप्रेस के संचालन के लिए रूट लगभग तय हैं। रेलवे बोर्ड की ओर से नोटिफिकेशन का इंतजार है। इन ट्रेनों का संचालन जल्द शुरू होगा।

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