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चेहरे पर मास्क के साथ बनाये रखे सोशल डिस्टेंसिंग: डॉ. डीके चौहान
बाराबंकी। वैश्विक महामारी कोविड-19 की जबतक दवा नहीं बन जाती है तबतक उससे बचाव करना ही सर्वोत्तम विकल्प है। जरूरी हो तभी घर से बाहर निकले। सोशल डिस्टेंसिंग नियमों का पालन करें तभी इसके प्रसार को रोक पाना सम्भव हो पायेगा।
लखपेड़ाबाग निवासी होम्योपैथिक चिकित्सक डॉ. डी के चौहान बताते हैं कि कोविड-19 नामक बीमारी जिसके लक्षण बहुत हद तक निमोनिया से मिलते-जुलते हैं। जैसे बुखार , सूखी खांसी,छींक और सांस लेने में दिक्कत इत्यादि। आजकल के बदलते मौसम के अनुसार ज्यादातर रोगियों को नैट्रम सल्फ, डल्कामारा, रस टाक्स,ब्रायोनिया आदि होम्योपैथिक दवाओं के उपचार से लाभ मिल सकता है। लेकिन बिना चिकित्सक की सलाह के किसी भी दवा का सेवन न करें।
डॉ चौहान बताते हैं कि कोरोना से बचने के लिये लोगों को शासन द्वारा जारी गाइडलाइन्स का पालन करना चाहिए। घर से बाहर निकलते समय हमेशा मास्क अथवा गमछे का प्रयोग करें। हाथ ,मुँह एवं पूरे शरीर को साबुन से अच्छी तरह साफ करते रहे।
सोशल डिस्टेंसिंग का पालन जरूर करें। पौष्टिक भोजन करें।नियमित योग और व्यायाम करने से भी शरीर में रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ती है। सकारात्मक विचार अपनाएं इससे आप मानसिक रूप से स्वस्थ रहेंगे और आपका शरीर रोगों से लड़ने में सक्षम बना रहेगा।
पुलिस की बर्बरता, पीड़ित का ज्ञापन
बाराबंकी। बीती रात थाना मसौली क्षेत्र अंतर्गत एक युवक की पुलिस से हुई झड़प ने विवाद का रूप ले लिया। उक्त प्रकरण की जाँच पुलिस अधीक्षक द्वारा अपर पुलिस अधीक्षक उत्तरी को सौंपी गयी है। बीती रात घटित प्रकरण पर पीड़ित सर्वेश मिश्रा का आरक्षी उपेंद्र सिंह पर आरोप है की ज़ब वह मसौली के बांसा स्थित मज़ार के पास बीते दिन गया था।
तब बिना कारण ही इस आरक्षी ने लाठियों और हाथ से तीन अन्य साथियों के साथ उसकी जमकर पिटाई कर दी। इस सम्बन्ध में अपर पुलिस अधीक्षक को लिखित शिकायत करके सख्त कार्यवाही की मांग की है। शिकायत करने वालों में अशोक मिश्रा, राकेश मिश्रा, मुकेश मिश्रा, शिवम् शुक्ला, विमल मिश्रा व आदि लोग मौजूद रहे। उक्त प्रकरण पर पुलिस अधीक्षक डॉ. अरविन्द चतुर्वेदी ने अपर पुलिस अधीक्षक आर. एस. गौतम को जाँच के साथ कार्यवाही के आदेश दिये है।
साथ ही उन्होंने वीडियो जारी करते हुये मीडिया को बताया की बांसा मज़ार के पास अधिक भीड़ एकत्रित थी। भीड़ पर अंकुश लगाने के लिये गयी पुलिस टीम ने लोगों को कोविड के मद्देनज़र 5 से अधिक की संख्या में एकत्रित न होने की सलाह दे रही थी। तभी ये चार लोग वहां आये। पुलिस को देख लोग गली की तरफ भागने पर रोके जाने पर मोहम्मदपुर खाला निवासी शिकायतकर्ता ने अनावश्यक गतिरोध किया। जिसके प्रतिउत्तर में पुलिस को बल प्रयोग करना पड़ा था।
हादसों का निमंत्रण देता फतेहपुर-सूरतगंज मार्ग, प्रशासन बेखबर
बाराबंकी। एक तरफ जहां योगी सरकार गड्ढा मुक्त सड़के होने का दावा करती है तो वहीं दूसरी तरफ क्षेत्र के जिम्मेदार जनप्रतिनिधि व विभागीय अनदेखी के कारण लाख प्रयासो के बाद भी फतेहपुर-सूरतगंज मार्ग आज भी अपनी बदहाली पर आंसू बहा रहा है। ग्राम जरखा के पास जरखा पुल धंसने के बाद आज भी नही संवरा है, जबकि उसके निर्माण की सारी कागजी प्रक्रिया भी पूर्ण हो चुकी है, आखिर क्या कारण है, जो इस मुख्य मार्ग का कोई पुरसाहाल नही है, यह जवाब किसी के पास नही है।
बता दें कि फतेहपुर वाया सूरतगंज मार्ग गड्ढों में तब्दील हो चुका है। तहसील क्षेत्र के निवासी आए दिन दुर्घटना का शिकार होते रहते हैं, विगत वर्षों से हालत बद से बदतर हो गई है, लगभग चौदह किलोमीटर लंबे इस मार्ग में सड़क के नाम पर छोटे-बड़े गडढ़े ही गड्ढे दिखाई पड़ते हैं।
गौरतलब है कि सड़क में गडढे हैं कि गडढ़ों में सड़क है, ग्राम जरखा से लेकर सूरतगंज तक पूरा मार्ग गडढ़ों में तब्दील हो चुका है। बरसात के मौसम में गडढ़ों में पानी भरा होने के चलते राह गुजरने वाले साइकिल सवार, बाइक सवार, हल्के चौपहिया वाहन सवार को गडढ़े की गहराई का अन्दाजा न होने के चलते कई बार दुर्घटना होने से मरणासन्न की स्थिति में व्यक्ति पहुंच जाता है।
कई बाइक, साइकिल सवार गिरकर चोटिल भी हो चुके हैं। परन्तु सम्बन्धित विभाग इस ओर ध्यान नहीं दे रहा है और न ही विभाग द्वारा इसे दुरुस्त करने की कोई पहल की जा रही है, जिससे समस्या जस की तस बनी हुई है। जिम्मेदार जनप्रतिनिधि उदासीनता की पराकाष्ठा को पार करते हुए क्षेत्र की परेशानी को अनदेखी कर अपनी जिम्मेदारी से पल्ला झाड़ते देखे जा सकते हैं|
सरपंच-सचिव पर लाखों के भ्रष्टाचार हुआ खुलासा, फिर भी नहीं कोई कार्रवाई
फतेहपुर बाराबंकी। स्वच्छ भारत अभियान को तार-तार करते हुए ग्राम सरपंच और सचिव द्वारा किए गए भ्रष्टाचार का पर्दाफाश हुआ है फिर भी कोई कार्रवाई नहीं हुई। न्याय को तरसते ग्रामीण 87 शौचालयों में महज 49 शौचालय को लेकर गांव को ओडीएफ घोषित कर दिया गया, इसके साथ शेष रह गए 38 शौचालयों की रकम सरपंच व सचिव भ्रष्टाचार के तहत डकार गए।
अपने ही प्रतिनिधि के हाथ ठगे गए ग्रामीणों ने शपथ पत्र देकर जिला पंचायत राज अधिकारी के समक्ष न्याय की गुहार लगाई है| मालूम हो कि विकासखंड फतेहपुर अंतर्गत ग्राम पंचायत नंदरासी में विगत 2011-2012 में वीपीएल व एपीएल कार्ड धारकों के बने शौचालय मे अकूत भ्रष्टाचार मैं सचिव व प्रधान के वारे न्यारे हो गए, ग्रामीणों द्वारा शिकायत करने पर बीएसए के निर्देशन में भ्रष्टाचार का पर्दाफाश हुआ था।
जिसके तहत विगत वर्षों मैं सरपंच व सचिव पर कोई कार्रवाई ना होने के चलते ग्राम नंदरासी के मैकूलाल, रामगुलाम, दिलीप कुमार वर्मा, जगदीश प्रसाद, नीरज कुमार आदि कई ग्रामीणों ने जिला पंचायत राज अधिकारी रण विजय को प्रार्थना पत्र देकर कार्रवाई की मांग की थी, जिस को गंभीरता से लेते हुए जिला पंचायत अधिकारी ने सरपंच और सचिव को विगत माह की 25 जून को अभिलेखों सहित पेश होने को कहा गया था जिस पर ग्राम सचिव हरद्वारी लाल पूर्व प्रधान शिवशरन सिंह ने सरकारी आदेश का मखौल उड़ाते हुए जिला पंचायत राज अधिकारी के सामने पेश होना मुनासिब नहीं समझा।
गौरतलब है भ्रष्टाचार की जांच जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी द्वारा की गई थी। जिसमे भ्रष्टाचार की भेंट चढ़े 38 शौचालयों की अनुमानित राशि 81600 का घोटाला लिखित भ्रष्टाचार मे पाया गया था। लेकिन आज तक कोई कार्रवाई न होने पर ग्रामीणजनो ने भ्रष्ट ग्राम सचिव वह पूर्व प्रधान पर कार्रवाई की मांग को लेकर अनवरत डटे हुए हैं, जबकि सरपंच-सचिव ने मात्र 49 शौचालय बनाकर ग्राम पंचायत को ओडीएफ घोषित करा दिया है। सोचने वाला विषय है कि जो शौचालय बनाये गए वे भी बहुत घटिया स्तर के हैं।
ग्रामीणों की माने तो कुछ शौचालय बनने के बाद अब तक उपयोग भी नहीं किया जा सका है 87 शौचालय में से मात्र 49 बनाने के बाद शेष शौचालय की राशि को सरपंच और सचिव ने मिलकर हजम कर लिया है। लेकिन सरकार की लाखों रुपए की बंदरबांट करने वाले ग्राम सचिव व पूर्व ग्राम प्रधान पर लेन-देन के चलते अब तक कोई कार्रवाई नहीं हो पाई है, इस विषय पर जिला पंचायत राज अधिकारी रणविजय सिंह से बात की गई तो उन्होंने बताया मामला संज्ञान में है। ग्राम सचिव व पूर्व प्रधान को पत्र द्वारा अपनी सफाई में बात रखने को कहां गया है तदोपरांत जांच को न्याय के नजरिए से देखकर त्वरित संपूर्ण पैसे की रिकवरी सहित दंडात्मक कार्रवाई की जाएगी।
तनुज ने कार्यकर्ताओ संग राज्यपाल को भेजा ज्ञापन
बाराबंकी। सत्ता के मद में चूर भाजपा सरकार को यूरिया के लिये भटक रहा किसान सबक सिखायेगा। केन्द्र एवं प्रदेश में किसान विरोधी सरकार है। खाद की विकट समस्या है सरकारी दावे झूठे है कोरोना काल में एक बोरी यूरिया के लिये भूखा प्यासा किसान सुबह से शाम तक लाइन लगाकर मायूस वापस लौट रहा है। कांग्रेस पार्टी धरना प्रदर्शन करके सरकार एवं प्रशासन को चेतावनी देती है कि प्रदेश के अन्नदाता को तत्काल उवर्रक उपलब्ध कराये।
उक्त उदगार उत्तर प्रदेश कांग्रेस अनुसूचित जाति विभाग के उपाध्यक्ष तनुज पुनिया ने आज यूरिया संकट पर जिलाधिकारी कार्यालय पर आयोजित धरना प्रदर्शन में अतिरिक्त मजिस्ट्रेट को प्रदेश के महामहिम राज्यपाल को सम्बोधित ज्ञापन प्रेषित करने के पूर्व धरना स्थल पर व्यक्त किये। कार्यक्रम की अध्यक्षता कांग्रेस अध्यक्ष मो.मोहसिन तथा संचालन कांग्रेस महासचिव रामहरख रावत ने किया।
कांग्रेस अध्यक्ष ने यूरिया संकट पर कहा कि कृृषि मंत्री के दावे झूठे है। क्योकि जनपद का किसान ही नही प्रदेश का अन्नदाता एक-एक बोरी यूरिया को तरस रहा है और यदि कृृषि मंत्री दावा सही है कि प्रदेश में पर्याप्त मात्रा में यूरिया है, तो प्रशासन यूरिया का वितरण कराने में क्यो विफल है और खाद के व्यापारी काला बाजारी कर रहे है। जिसके चलते खाद व्यापारी जिलाधिकारी को खाद नही है की बात कहकर झूठ बोल रहे है जबकि जिलाधिकारी द्वारा गोदाम खुलवाने पर उसमें यूरिया निकल रही है।
इससे साबित होता है कि व्यापारी यूरिया खाद की बड़े पैमाने पर काला बाजारी कर रहे है। प्रशासन व्यापारियो के आगे बौना साबित हो रहा है। आज का यह धरना प्रदर्शन सिर्फ इस बात का संकेत है कि किसान को सरकार प्रशासन खाद उपलब्ध कराये नही तो किसानो के सम्मान में खाद की उपलब्धता के लिये कांग्रेस पार्टी आर-पार की लडाई लडेगी।
जिलाधिकारी कार्यालय पर आयोजित धरना प्रदर्शन को पूर्व विधायक राजलक्ष्मी वर्मा, अखिलेश वर्मा, सरजू शर्मा, अमरनाथ मिश्रा, कपिल देव वर्मा, ज्ञानेश शुक्ला, के.सी. श्रीवास्तव, राजेन्द्र वर्मा, शबनम वारिस ने सम्बोधित किया तथा सुरेश चन्द्र वर्मा, गौरी यादव, इरफान कुरैशी, जयंत गौतम, अम्बरीश रावत, मुब्बिशर अहमद, नेकचन्द्र त्रिपाठी, सोनम वैश्य, आरती गौतम, मीरा गौतम, श्रीकान्त मिश्रा, रवि यादव, राधेश्याम गौतम सहित दर्जनो की संख्या में कांग्रेसजन मौजूद थे।
देवदूत बन सरकार के निर्देशानुसार कोरोना योद्धा अपने कर्तव्यों का कर रहे निर्वाहन
रामसनेहीघाट बाराबंकी। जनपद बाराबंकी में वैश्विक महामारी कोविड-19 के मरीजों की संख्या लगातार बढ़ती जा रही है। इस बीमारी से बचाव हेतु कोरोना योद्धा पूरी निष्ठा के साथ लोगों की सेवा कर रहे हैं। इस विपरीत समय में 108 एंबुलेंस कर्मी दिन रात अपनी जान जोखिम में डालकर मरीजों की सेवा कर रहे हैं। फिर चाहे वह कोई मरीज को लाना हो या आइसोलेशन वार्ड ले जाना हो या फिर गंभीर मरीज को उनके घर से लेकर अस्पताल तक पहुंचाना हो यह योद्धा अपने काम को बड़े ही जिम्मेदारी के साथ अंजाम देकर मरीजों के जल्द स्वस्थ होने की कामना भी करते हैं।
एंबुलेंस पायलट, एमटी मरीजों को उनके गंतव्य तक पहुंचा कर अपने कर्तव्यों का पालन अपनी परवाह न करते हुए कर रहे है। वही इस परिपेक्ष में एंबुलेंस के प्रोजेक्ट मैनेजर सूर्यभान यादव व मुकेश सिंह, जिला प्रभारी प्रणय रंजन का कहना है इस समय हमारे एंबुलेंस कर्मी दिन-रात अपनी जान की परवाह न करते हुए इस वैश्विक महामारी में अपनी सुरक्षा करते हुए अपने कार्यों को पूरी तरह से निर्वहन कर रहे हैं। बाराबंकी जनपद में कोरोना मरीजों की संख्या बढ़ रही है इस बीच हमारे एम्बुलेंस कर्मी अपनी जान की परवाह न करते हुए सरकार के निर्देशानुसार मरीजों को उनके घर से अस्पताल तक पहुंचा कर अपने कर्तव्यों का निर्वहन कर रहे हैं।