अयोध्याः राज सिंहासन पर विराजमान होंगे सीताराम

राम मंदिर के प्रथम तल पर रामचरितमानस आधारित राम दरबार स्थापित होगा। इसमें राज सिंहासन पर सीताराम विराजमान कराए जाएंगे, लेकिन आम श्रद्धालु राम दरबार का दर्शन नहीं कर पाएंगे। दर्शन के लिए श्रीराम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट से अनुमति लेनी पड़ेगी। राम मंदिर के प्रथम तल पर स्थापित होने वाले राम दरबार की मूर्ति की मुद्रा पर धार्मिक समिति ने निर्णय लेते हुए रामचरितमानस में लिखी चौपाइयों के आधार पर राम दरबार का वर्णन किया है। जिसमें श्रीराम माता सीता के साथ सिंहासन पर विराजमान होंगे।

प्रसिद्ध चित्रकार वासुदेव कामत ने धार्मिक समिति के सदस्यों और संतों के साथ किया मंथन
सिंहासन के पीछे दोनों छोर पर लक्ष्मण और शत्रुघ्न खड़े होंगे। सिंहासन के आगे की तरफ हनुमान जी और भरत जी चरणों में बैठे हुए नजर आएंगे। राम मंदिर में प्राण प्रतिष्ठा के बाद प्रथम तल पर मंदिर निर्माण के साथ राम दरबार को स्थापित किए जाने के लिए प्रसिद्ध चित्रकार वासुदेव कामत ने धार्मिक समिति के सदस्यों और संतों के साथ मंथन शुरू कर दिया था। श्रीराम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट के व्यवस्था प्रमुख गोपाल जी राव ने बताया कि जयपुर में राम मंदिर के परकोटे में बन रहे मंदिर में स्थापित होने वाली मूर्तियों का कार्य शुरू हो चुका है।

कुछ ही लोगों के लिए बनाई जाएगी व्यवस्था
ट्रस्ट के व्यवस्था प्रमुख गोपाल जी राव ने बताया कि राम मंदिर के प्रथम तल पर राम दरबार का दर्शन करने के लिए ट्रस्ट से अनुमति लेनी होगी। प्रथम तल पर सभी दर्शनार्थियों के जाने की योजना नहीं है। इसके लिए कुछ ही लोगों की व्यवस्था बनाई जाएगी। एक लाख दर्शनार्थ प्रथम तल पर जाएंगे तो दर्शन में भी समस्या होगी। इसलिए कुछ लोगों को ही अवसर दिया जाएगा।

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