अयोध्या : बीमार हुए रामलला के दर्शनार्थी तो तत्काल मिलेगा इलाज
श्रीराम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट रामलला के दर्शनार्थियों के लिए निरंतर सुविधाएं विकसित कर रहा है। इसी क्रम में रामलला के दर्शनार्थी अगर राम जन्मभूमि परिसर में बीमार हुए तो उन्हें तत्काल इलाज मिलेगा। तीर्थ यात्री सुविधा केंद्र में आधुनिक चिकित्सीय सुविधाओं से युक्त अस्पताल जल्द ही खुलने जा रहा है। यह अस्पताल अपोलो संस्थान की ओर से खोला जाएगा। अपोलो के विशेषज्ञ चिकित्सक यहां सेवाएं देंगे। इसीजी, एक्स-रे से लेकर अल्ट्रासाउंड तक की सुविधा यहां मिल सकेगी।
श्रीराम जन्मभूमि परिसर में स्थित तीर्थ यात्री सुविधा केंद्र (पीएफसी) को इमरजेंसी अस्पताल में तब्दील करने का फैसला श्रीरामजन्म भूमि तीर्थ क्षेत्र के बोर्ड आफ ट्रस्टीज ने लिया है। यह अस्पताल अपोलो संस्थान की ओर से खोला जाएगा जिसके लिए तीर्थ क्षेत्र से पहले ही अनुबंध हो चुका है। हालांकि तीर्थ क्षेत्र ने इस अनुबंध के साथ पीएफसी के ग्राउंड फ्लोर पर छह हजार वर्ग फिट स्थान खाली कराकर संस्था के सुपुर्द कर दिया था लेकिन मानक से कम जगह के कारण अस्पताल की शुरुआत अब तक नहीं हो सकी। इसके कारण बोर्ड आफ ट्रस्टीज ने तीन हजार वर्ग मीटर यानि करीब साढ़े दस हजार वर्ग फिट जमीन उपलब्ध कराने का निर्णय लिया।
इस निर्णय के मुताबिक पूरी पीएफसी को अस्पताल बनाने के लिए तीर्थ क्षेत्र के कार्यालय को शिफ्ट किया जाएगा। श्रीरामजन्म भूमि परिसर में तीर्थ क्षेत्र का कार्यालय का निर्माण अतिथि गृह व प्रेक्षागृह के साथ साथ बनाया जा रहा है। इसका निर्माण पिछले सोमवार को आधारशिला के अनावरण के साथ शुरू हो चुका है। उधर पीएफसी में बन रहे अस्पताल में उपकरण लगाने का काम चल रहा है। अल्ट्रासाउंड व एक्स-रे मशीन को इंस्टाल किया जा रहा है। क्रिटिकल केयर यूनिट भी लगाई जा रही है। यहां दो विशेषज्ञ चिकित्सक व दस पैरामेडिकल स्टॉफ शुरुआत में सेवाएं देंगे। ट्रस्ट की ओर से पहले से ही एक अस्थाई अस्पताल संचालित किया जाता है। जिसमें होम्योपैथिक के विशेषज्ञ चिकित्सक सेवाएं देते हैं।
परिसर में ही मिलेगा श्रद्धालुओं को प्राथमिक उपचार
रामलला के दरबार में रोजाना 80 हजार से एक लाख दर्शनार्थी पहुंच रहे हैं। पर्व व त्यौहारों पर यह संख्या दो से तीन गुना तक बढ़ जाती है। आम दर्शनार्थियों को सुग्रीव किला के राम जन्मभूमि पथ से प्रवेश मिलता है। दर्शन के लिए आने-जाने में दर्शनार्थियों में को करीब 1600 मीटर पैदल चलना पड़ता है। ऐसे में कभी-कभी दर्शनार्थी बीमार भी हो जाते हैं। भीषण गर्मी के मौसम में आए दिन श्रद्धालु गश खाकर गिरते थे। ऐसी स्थिति में उन्हें एंबुलेंस से प्राथमिक उपचार के लिए श्रीराम अस्पताल पहुंचाना पड़ता था। अब राम जन्मभूमि परिसर में ही स्थित तीर्थ यात्री सुविधा केंद्र में ही दर्शनार्थियों को प्राथमिक उपचार मिल सकेगा। जरूरत पड़ने पर मरीजों का अल्ट्रासाउंड व एक्स-रे भी किया जा सकेगा। इससे श्रद्धालुओं को काफी सुविधा मिलेगी।