ऑस्ट्रेलियाई ओपनर का हाल भी रोहित शर्मा जैसा हुआ, पूर्व कप्तान ने कहा- सिडनी टेस्ट के बाद लो संन्यास
ऑस्ट्रेलियाई ओपनर उस्मान ख्वाजा का हाल इस समय भारतीय कप्तान रोहित शर्मा जैसा है। ख्वाजा का साल 2024 में प्रदर्शन खराब रहा और उन्हें रोहित शर्मा की तरह टेस्ट क्रिकेट से संन्यास लेने की सलाह मिल रही है।
ऑस्ट्रेलिया के अनुभवी ओपनर उस्मान ख्वाजा के लिए साल 2023 शानदार बीता था, जहां उन्होंने 13 टेस्ट में 52.60 की औसत से 1210 रन बनाए थे। हालांकि, 2024 में वह इस प्रदर्शन के आस-पास भी नहीं रहे। बाएं हाथ के बैटर ने साल 2024 में 9 टेस्ट खेले और 25.93 की औसत से केवल 415 रन बनाए। यही वजह है कि 38 साल के उस्मान ख्वाजा को टेस्ट प्रारूप को अलविदा कहने का सुझाव मिल रहा है।
ऑस्ट्रेलिया के पूर्व कप्तान माइकल क्लार्क का मानना है कि उस्मान ख्वाजा को आगामी सिडनी टेस्ट के बाद संन्यास ले लेना चाहिए। क्लार्क ने कहा कि ख्वाजा के लिए सिडनी में टेस्ट से संन्यास लेना इसलिए भी फायदेमंद रहेगा क्योंकि यह उनका होमग्राउंड है। क्लार्क ने कहा कि ख्वाजा इस तरह शानदार विदाई ले सकेंगे।
माकइल क्लार्क का बयान
यह उस्मान ख्वाजा का घरेलू टेस्ट मैच (सिडनी) होगा। वह शानदार खिलाड़ी रहे। उन्होंने वापसी की और ऑस्ट्रेलिया सहित विदेश में रन बनाए। उनकी उम्र 38 हो चुकी है। मेरे ख्याल से उजी के लिए संन्यास लेने का शानदार समय है और सिडनी उनके करियर का आखिरी टेस्ट होना चाहिए।
मैं जानता हूं कि वो लगातार खेलते रहना चाहते हैं। उनका फॉर्म सीरीज में जैसा होना चाहिए, वैसा नहीं है। मैं जानता हूं कि ऑस्ट्रेलिया को श्रीलंका का दौरा करना है और फिर एशेज सीरीज होनी है। इस बीच काफी क्रिकेट होनी है, लेकिन मुझे लगता है कि यह नए खिलाड़ी के आने का सही समय है। उसे एशेज सीरीज शुरू होने से पहले टेस्ट मैच का थोड़ा अनुभव मिल जाएगा।
उस्मान ख्वाजा का करियर
पाकिस्तान के इस्लामाबाद में जन्में उस्मान ख्वाजा ने 2011 में इंग्लैंड के खिलाफ अपना टेस्ट डेब्यू किया। 12 सालों में ख्वाजा ने 77 टेस्ट में ऑस्ट्रेलिया का प्रतिनिधित्व किया और 15 शतक और 27 अर्धशतकों की मदद से 5592 रन बनाए। उन्होंने 40 वनडे में 1554 रन बनाए। वहीं 9 टी20 इंटरनेशनल मैचों में ख्वाजा ने 241 रन बनाए।
कौन करेगा रिप्लेस
अगर उस्मान ख्वाजा भारत के खिलाफ पांचवें टेस्ट के बाद संन्यास लेते हैं तो उनकी जगह लेने के लिए दो नाम रेस में सबसे आगे हैं। नाथन मैकस्वीनी और सैम कोनस्टास इस जगह को भरने के लिए उपयुक्त माने जा रहे हैं। पता हो कि भारत और ऑस्ट्रेलिया के बीच पांचवां व अंतिम टेस्ट 3 जनवरी से शुरू होगा।