आने वाली है राममंदिर निर्माण की शुभ घड़ी, पांच अगस्त को अयोध्या आ सकते हैं पीएम मोदी
सुप्रीम कोर्ट के फैसले के आठवें माह में अब राममंदिर निर्माण शुरू होने की शुभ घड़ी आने वाली है। भूमि पूजन के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी तीन या पांच अगस्त को अयोध्या आ सकते हैं।
इस दौरान श्रीराम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र के सभी ट्रस्टी, शीर्ष संत-धर्माचार्य समेत संघ प्रमुख मोहन भागवत, गृहमंत्री अमित शाह, रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह, मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ, राज्यपाल आनंदीबेन पटेल समेत तमाम शीर्ष लोगों के आने का कार्यक्रम तय हो सकता है। इसकी विस्तृत रूपरेखा के साथ घोषणा ट्रस्ट की 18 जुलाई की बैठक में हो सकती है।
श्रीराम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट के अध्यक्ष महंत नृत्यगोपाल दास के पत्र को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने गंभीरता से लिया है। इस बीच पीएमओ से 3 अगस्त या सावन मास के समापन के दिन पूर्णिमा की शुभ घड़ी में 5 अगस्त का कार्यक्रम तय करने पर विचार चल रहा है।
श्रीरामजन्मभूमि ट्रस्ट के सूत्रों के अनुसार अयोध्या में राम मंदिर के गर्भगृह में भूमिपूजन करके प्रधानमंत्री भव्य मंदिर निर्माण की विधिवत शुरूआत करेंगे। इस दौरान उनके साथ कुछ चुनिंदा केंद्रीय मंत्री शामिल होंगे। कोरोना के मद्देनजर भूमिपूजन कार्य में कोई भीड़ या समारोह आयोजित नहीं होगा।
अगले सप्ताह हो सकता है तारीखों का एलान
उम्मीद जताई जा रही है कि अगले हफ्ते तक तारीख का एलान कर दिया जाएगा। बता दें कि राम मंदिर का शिलान्यास 1989 में हो चुका है। अब सिर्फ प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी निर्माण की प्रतीकात्मक शुरुआत करेंगे। इस दौरान कुछ केंद्रीय मंत्री इस कार्यक्रम में शामिल होंगे। भाजपा अध्यक्ष जेपी नड्डा समेत चुनिंदा नेताओं के शामिल होने का अनुमान है।
ट्रस्ट अध्यक्ष ने पीएम मोदी को लिखा था पत्र
राम मंदिर ट्रस्ट के अध्यक्ष महंत नृत्य गोपाल दास ने पीएम नरेंद्र मोदी को अयोध्या दौरे के लिए पत्र लिखा था। जिसमें उन्होंने कहा था कि पीएम नरेंद्र मोदी अतिशीघ्र अयोध्या आकर राममंदिर निर्माण का शुभारंभ करें।
ट्रस्ट अध्यक्ष ने यह भी लिखा था कि वर्चुअल या वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग से नहीं बल्कि मोदी स्वयं अयोध्या आएं और राममंदिर निर्माण की नींव रखें। महंत के उत्तराधिकारी कमलनयन दास ने कहा कि प्रधानमंत्री का कार्यक्रम तय हो रहा है, जल्द ही तिथि का एलान होगा।