अस्पताल में डिलिवरी के दो दिन बाद प्रसुता की मौत, सांस लेने में दिक्कत हुई तो नहीं उठा स्टाफ
फतेहाबाद नागरिक अस्पताल में सिजेरियन डिलिवरी के बाद उपचाराधीन प्रसुता की मौत हो गई। परिजनों ने अस्पताल के स्टाफ पर लापरवाही के आरोप लगाए हैं। परिजनों का कहना है कि रात को प्रसुता को सांस लेने की दिक्कत होने के बाद कई बार बुलाने पर भी डॉक्टर और स्टाफ नही आए। सुबह 3 बजे बार-बार बुलाने बाद स्टाफ नर्स ने टीका लगाय लेकिन नही संभाला और 6 बजे तबीयत बिगड़ गई। समय रहते उपचार न देने से उसकी मौत हो गई।
अस्पताल प्रशासन ने भी कहीं न कहीं यह माना है कि स्टाफ ने मामले में देरी की है। जिसके बाद अब डॉक्टरों की टीम गठित की गई है जो मामले की जांच करेगी। उधर अस्पताल में परिजनों का रो-रो कर बुरा हाल है। मामले के मुताबिक हांसी निवासी 22 वर्षीय आरती की डेढ़ साल पहले फतेहाबाद के अशोक नगर निवासी सुधीर के साथ शादी हुई थी। दो दिन पहले उसे डिलीवरी के लिए फतेहाबाद के सरकारी अस्पताल में भर्ती कराया गया था।
परिजनों ने बताया कि दो दिन पहले रात महिला ने ऑपरेशन से बच्ची को जन्म दिया और महिला अस्पताल में ही एडमिट थी। मंगलवार आधी रात को महिला को सांस लेने में दिक्कत परेशानी हुई तो उन्होंने वहां तैनात नॢसंग स्टाफ को बुलाया, लेकिन कई बार बुलाने के बाद नर्स आई और इंजेक्शन लगा दिया। इसके बाद भी महिला ठीक नहीं हुई और सुबह 6 बजे महिला को संभाला, जिसके बाद उसने दम तोड़ दिया। एसएमओ डॉ.बुधराम ने बताया कि मामले में जांच के लिए तीन डॉक्टरों की कमेटी गठित की गई है।