अश्विन की पत्नी हुईं भावुक, इंस्टाग्राम पर शेयर किया इमोशनल पोस्ट
ब्रिस्बेन टेस्ट मैच के बाद इंटरनेशनल क्रिकेट को अलविदा कहने वाले दिग्गज ऑफ स्पिनर रविचंद्रन अश्विन को लेकर उनकी पत्नी प्रीति ने भावुक करने वाला पत्र लिखा है। प्रीति ने इंस्टाग्राम पर ये शेयर किया है जिसमें उन्होंने अश्विन के साथ अपने सफर को बड़ी ही खूबसूरती से बयां किया है। प्रीति ने लिखा है कि अश्विन ने जो किया वो पूरी शिद्दत के साथ किया और अपनी पूरी जान लगाकर किया। प्रीति ने लिखा की कई बार जीवन में हम सब कुछ कर लें वो भी कम पड़ जाता है।
अश्विन और प्रीति स्कूल से साथ थे। बाद में दोनों ने लव मैरिज की। इन दोनों की प्रेम कहानी के बारे में भी प्रीति ने लिखा है और बताया है कि एक समय उनको क्रिकेट किट के बारे में पता नहीं था, लेकिन फिर समय बदला और वह स्टेडियम में अश्विन के रिकॉर्ड्स को याद करते हुए तालियां बजाने लगी। प्रीति ने इस पोस्ट में अपने आप को अश्विन की फैन भी बताया है।
दो दिन का लगा समय
प्रीति ने लिखा है कि बीते दो दिनों में उनकी आंखों के सामने से काफी कुछ गुजरा। उन्होंने लिखा, “मेरे लिए ये दो दिन काफी धुंधले रहे। मैं सोच रही थी कि मैं क्या कहूं। क्या मैं इसे अपने सर्वकालिक फेवरेट क्रिकेटर के लिए लिखूं? या फिर मैं इसे अपने पार्टनर के एंगल से लिख सकती हूं? शायद एक फैन गर्ल के लव लेटर के तौर पर भी? मुझे लगता है कि इसमें सभी का कुछ न कुछ अंश है।”
प्रीति ने लिखा, “जब मैंने अश्विन की प्रेस कॉन्फ्रेंस देखी, मुझे छोड़े-बड़े सभी पल याद आ गए। बीते 13-14 साल की कई सारी यादें। बड़ी जीतें, मैन ऑफ द मैच अवॉर्ड, एक बेहतरीन गेम के बाद हमारे कमरे में फैला सन्नाटा, मैच के बाद शाम को अश्विन की काफी देर तक शावर लेना, कागज पर पेंसिल का कचरा, गेम प्लान तैयार करने के लिए वीडियो देखना, मैच से पहले मेडिटेशन, मैच से पहले कुछ चुनिंदा गानों का लगातार सुनना, चैंपियंस ट्ऱॉफी फाइनल, एमसीजी में जीत, सिडनी ड्रॉ, गाबा की जीत, टी20 टीम में वापसी- हमने इस दौरान खुशी के आंसू बहाए। वो समय जब हमने शांत बैठकर समय बिताया, जब हमारे दिल टूटे।”
सबकुछ काफी नहीं होता
उन्होंने लिखा, “डियर अश्विन, किटबैग कैसे जमाना है से पूरे विश्व में स्टेडियम तक आपके साथ जाने तक, आपके लिए चीयर करना और तुमसे सीखना, ये एक सुखद अनुभव रहा है। आपने जिस दुनिया से मुझे मिलाया उससे मुझे अपने सबसे पसंदीदा खेल को करीब से देखने का मौका मिला। इसने मुझे बताया कि आपना सिर हमेशा ऊपर रखने के लिए कितनी मेहनत, जुनून की जरूरत होती है। कई बार ये भी काफी नहीं होता है। मुझे याद है कि हमने बात की थी कि क्यों अश्विन को प्रासंगिग बने रहने के लिए काफी कुछ करना पड़ता है।”