क्या सचमुच हेल्दी होती है Brown Bread, जानें

आजकल सेहत के प्रति जागरूकता बढ़ने के साथ-साथ लोग अपनी डाइट में ब्राउन ब्रेड को शामिल करने लगे हैं। ब्राउन ब्रेड को सेहतमंद और वजन घटाने (Weight Loss) के लिए फायदेमंद माना जाता है।

लेकिन क्या वाकई में ब्राउन ब्रेड इतनी हेल्दी होती है, या यह सिर्फ एक मार्केटिंग स्टंट है? इस आर्टिकल में हम ब्राउन ब्रेड के पोषक तत्वों, इसके फायदे, नुकसान और इससे जुड़े मिथकों (Brown Bread Myths) पर विस्तार से आपको जानकारी देंगे।

ब्राउन ब्रेड क्या है?
ब्राउन ब्रेड को आमतौर पर गेहूं के आटे से बनाया जाता है, जिसमें चोकर (bran) और रोगाणु (germ) शामिल होते हैं। यही कारण है कि यह सफेद ब्रेड की तुलना में गहरे रंग की होती है। सफेद ब्रेड को रिफाइंड आटे से बनाया जाता है, जिसमें चोकर और रोगाणु निकाल दिए जाते हैं, जबकि ब्राउन ब्रेड में ये पोषक तत्व बरकरार रहते हैं। इसलिए, ब्राउन ब्रेड को ज्यादा पौष्टिक माना जाता है।

ब्राउन ब्रेड के फायदे
फाइबर से भरपूर: ब्राउन ब्रेड में फाइबर की मात्रा ज्यादा होती है, जो पाचन तंत्र के लिए फायदेमंद होता है। फाइबर कब्ज को दूर करने में मदद करता है और गट को हेल्दी रखता है।
पोषक तत्वों का सोर्स: ब्राउन ब्रेड में विटामिन बी, आयरन, मैग्नीशियम और जिंक जैसे पोषक तत्व पाए जाते हैं, जो शरीर के लिए जरूरी हैं।
वेट लॉस: ब्राउन ब्रेड में मौजूद फाइबर और कॉम्प्लेक्स कार्बोहाइड्रेट्स लंबे समय तक पेट भरा हुआ महसूस कराते हैं, जिससे वजन कम करने में मदद मिलती है।
ब्लड शुगल कंट्रोल: ब्राउन ब्रेड का ग्लाइसेमिक इंडेक्स (GI) सफेद ब्रेड की तुलना में कम होता है, जिससे यह ब्लड शुगर लेवल को काबू करने में मदद करती है। यह डायबिटीज के मरीजों के लिए एक बेहतर ऑप्शन हो सकता है।
हार्ट हेल्थ: ब्राउन ब्रेड में मौजूद फाइबर कोलेस्ट्रॉल के स्तर को कम करने में मदद करता है, जिससे हार्ट डिजीज का खतरा कम होता है।

क्या ब्राउन ब्रेड हमेशा हेल्दी होती है?
ब्राउन ब्रेड के फायदों के बावजूद, यह जरूरी नहीं कि हर ब्राउन ब्रेड हेल्दी हो। बाजार में मिलने वाली कई ब्राउन ब्रेड्स में रिफाइंड आटा, शुगर, प्रिजर्वेटिव्स और आर्टिफिशियल कलर मिलाए जाते हैं, जो इसे पौष्टिक मूल्यों को कम कर देते हैं। कुछ ब्रांड्स ब्रेड को गहरा रंग देने के लिए कारमेल या अन्य रंगों का यूज करते हैं, जिससे यह ब्राउन ब्रेड जैसी दिखती है, लेकिन असल में यह सफेद ब्रेड से ज्यादा अलग नहीं होती।

ब्राउन ब्रेड से जुड़े मिथक
ब्राउन ब्रेड हमेशा होल ग्रेन होती है
यह एक आम धारणा है कि सभी ब्राउन ब्रेड्स होल ग्रेन होती हैं। हालांकि, कई ब्राउन ब्रेड्स में रिफाइंड आटा और अन्य एडिटिव्स मिले होते हैं। इसलिए, ब्रेड खरीदते समय लेबल को ध्यान से पढ़ना जरूरी है।

ब्राउन ब्रेड वजन घटाने के लिए सबसे अच्छी है
ब्राउन ब्रेड में फाइबर होता है, जो वजन घटाने में मदद कर सकता है, लेकिन यह तभी फायदेमंद होती है जब इसे बैलेंस डाइट और नियमित एक्सरसाइज के साथ लिया जाए। केवल ब्राउन ब्रेड खाने से वजन कम नहीं होगा।

ब्राउन ब्रेड में कैलोरी कम होती है
ब्राउन ब्रेड में सफेद ब्रेड की तुलना में थोड़ी कम कैलोरी हो सकती है, लेकिन यह अंतर इतना बड़ा नहीं होता कि इसे कैलोरी-फ्री माना जाए। अगर आप वजन कम करना चाहते हैं, तो ब्रेड की मात्रा पर कंट्रोल रखना जरूरी है।

ब्राउन ब्रेड के नुकसान
ग्लूटेन इंटॉलरेंस: ब्राउन ब्रेड में ग्लूटेन होता है, जो कुछ लोगों के लिए समस्या पैदा कर सकता है। ग्लूटेन इंटॉलरेंस या सीलिएक रोग से पीड़ित लोगों को ब्राउन ब्रेड से परहेज करना चाहिए।
एडिटिव्स और प्रिजर्वेटिव्स: कई ब्राउन ब्रेड्स में प्रिजर्वेटिव्स और आर्टिफिशियल फ्लेवर मिलाए जाते हैं, जो सेहत के लिए हानिकारक हो सकते हैं।
ज्यादा मात्रा सही नहीं: ब्राउन ब्रेड का ज्यादा मात्रा में सेवन करने से पेट फूलना, गैस और अन्य पाचन संबंधी समस्याएं हो सकती हैं।

ब्राउन ब्रेड का सही चुनाव कैसे करें?
लेबल पढ़ें: ब्रेड खरीदते समय लेबल को ध्यान से पढ़ें। ध्यान दें, कि इसमें होल ग्रेन आटा, कम शुगर और कोई आर्टिफिशियल एडिटिव्स न हों।
सामग्री की जांच करें: ब्रेड की सामग्री सूची में पहले स्थान पर होल ग्रेन आटा होना चाहिए। अगर रिफाइंड आटा या शुगर पहले स्थान पर है, तो यह ब्रेड उतनी हेल्दी नहीं होगी।
ऑर्गेनिक ब्रेड चुनें: अगर मुमकिन हो, तो ऑर्गेनिक ब्राउन ब्रेड चुनें, जिसमें केमिकल्स और प्रिजर्वेटिव्स न हों।

Back to top button