उत्तराखण्ड एनएच मुआवजा घोटाले में लटकी एक और पीसीएस पर तलवार

रुद्रपुर: एनएच मुआवजा घोटाले की जांच कर रही एसआइटी अब गदरपुर तहसील में भूमि संबंधी चार मामलों में पुख्ता सुबूत मिलने के बाद पीसीएस अधिकारी तीरथ पाल से पूछताछ कर सकती है। एसआइटी ने उन्हें नोटिस जारी किया है। एसआइटी अब तक जसपुर, काशीपुर, बाजपुर और सितारगंज तहसील की जांच कर चार पीसीएस समेत 20 अधिकारी, कर्मचारियों और काश्तकारों को गिरफ्तार कर चुकी है। उत्तराखण्ड एनएच मुआवजा घोटाले में लटकी एक और पीसीएस पर तलवार

पूर्व एसडीएम बाजपुर तीरथ पाल का नाम इस घोटाले में सुर्खियों में रहा है। चकबंदी वाले गांवों में गलत तरीके से भूमि अधिग्रहण को लेकर उन पर सवाल उठ रहे थे। साक्ष्य न मिलने पर वह एसआइटी के टारगेट से दूर थे। हालांकि, शासन ने उन्हें एक अन्य मामले में निलंबित कर दिया था। 

अब जैसे-जैसे एसआइटी जांच में परतें खुल रही हैं, पीसीएस अधिकारी तीरथ पाल की गर्दन भी फंसती नजर आ रही है। एसआइटी अधिकारियों के मुताबिक गदरपुर के चार मामलों में उनके खिलाफ सुबूत मिले हैं। 

बरा के 30 किसानों को नोटिस जारी

किच्छा और गदरपुर तहसील की जांच में जुटी हुई है। हालांकि जसपुर, काशीपुर, बाजपुर और सितारगंज तहसील के दस्तावेजों का एहतियातन दोबारा अध्ययन भी कर रही है। ताकि कुछ और मामले मिलने पर उन्हें भी जांच में शामिल किया जा सके। एसआइटी अधिकारियों के मुताबिक वर्तमान में चल रही जांच में किच्छा तहसील के दस्तावेजों के अध्ययन के बाद अब ग्राम बरा के 30 काश्तकारों को नोटिस जारी किया है। जल्द उनसे पूछताछ की जाएगी।

Back to top button