
रूस के मिसाइल अटैक की वजह से यूक्रेन में बिजली का बड़ा संकट खड़ा हो गया है। बढ़ती ठंड के बीच ये हालात लोगों के लिए बड़ी चिंता बन गए हैं। यूक्रेन के बहुत सारे गांव, कस्बे और दो बड़े शहर इस संकट से जूझ रहे हैं। दो सप्ताह से चले रहे ड्रोन और मिसाइल अटैक के बावजूद यूक्रेन घुटने टेकने को तैयार नहीं है और अब रूस की सेना को ही जमीन छोड़नी पड़ रही है।
फरवरी में युद्ध शुरू होने के बाद रूस ने सबसे पहले खेरसॉन शहर पर ही कब्जा किया था। अब हालात ये हैं कि रूस खुद अपने सैनिकों से यहां से निकलने को कहा रहा है। रूस का कहना है कि यूक्रेन यहां पर हमला कर सकता है। रूस की सरकारी न्यूज एजेंसी के मुताबिक बुधवार को संदेश जारी कर कहा गया कि सैनिक दक्षिणी शहर से निकल जाएं।
हालांकि रूस के प्रशासन का कहना है कि वे अपने मन से ही कब्जे वाली जगहों को छोड़कर जा रहे हैं। यूक्रेनी सैनिकों की मौजूदगी की वजह से रूस के नए कमांडर जनरल सरजेई सुरोविकिन ने मंगलवार को भी कहा था कि रूसी सैनिकों के लिए खेरसॉन क्षेत्र में हालात कठिन हो गए हैं। यहां रूस को बड़ा नुकसान हुआ है। ऐसे में अब आसमान से हमला तेज किया गया है।