एमपी कांग्रेस की कार्यकारिणी घोषित,17 उपाध्यक्ष, 71 महासचिव
मध्य प्रदेश कांग्रेस की 10 महीने बाद नई कार्यकारणी की घोषणा शनिवार को हो गई है। पीसीसी चीफ जीतू पटवारी जब से अध्यक्ष बने हैं बिना टीम के काम कर रहे थे। 177 सदस्यीय जंबो कार्यकारिणी घोषित की गई है। इस टीम में करीब 21 महिलाओं को जगह दी गई है। कमलनाथ, दिग्विजय सिंह, कांतिलाल भूरिया, अरुण यादव और विवेक तन्खा जैसे नेताओं को कार्यकारी सदस्य बनाया गया है। टीम में 17 उपाध्यक्ष, 71 महासचिव, 16 कार्यकारिणी सदस्य, 33 स्थाई आमंत्रित सदस्य और 40 विशेष आमंत्रित सदस्य बनाए गए हैं।
सीनियर नेताओं को आमंत्रित सदस्य बनाया
जीतू पटवारी की टीम में सभी का वर्गों का विशेष ख्याल रखा गया है। 16 कार्यकारी सदस्यों में सीनियर नेताओं को जगह दी गई है। पूर्व सीएम कमलनाथ, पूर्व सीएम दिग्विजय सिंह, नेता प्रतिपक्ष उमंग सिंघार, पूर्व केंद्रीय मंत्री कांतिलाल भूरिया, पूर्व केंद्रीय मंत्री अरुण यादव, पूर्व नेता प्रतिपक्ष गोविंद सिंह, पूर्व नेता प्रतिपक्ष अजय सिंह, राज्यसभा सांसद विवेक तन्खा, पूर्व सांसद मीनाक्षी नटराजन, पूर्व मंत्री कमलेश्वर पटेल, पूर्व मंत्री ओमकार मरकाम, पूर्व विधायक सत्यनारायण पटेल, पूर्व विधायक निलांशु चतुर्वेदी, पूर्व विधायक कुणाल चौधरी, मनोज चौहान और भूपेन्द्र मरावी शामिल है।
जयवर्धन सिंह आरिफ मसूद समेत 17 लोगों को बनाया उपाध्यक्ष
1. आरिफ मसूद 2. हामिद काजी 3. हिना कावरे, जयवर्धन सिंह 5 झूमा सोलंकी 6. लाखन घनघोरिया, लाखन सिंह यादव 8 महेंद्र जोशी 9 महेश परमार 10 फूल सिंह बरैया 11 प्रियव्रत सिंह 12 राजीव सिंह 13 रवि जोशी 14 सचिन यादव 15 सिद्धार्थ कुशवाह 16 सुखदेव पांसे 17 सुरेंद्र हनी बघेल
इन 71 नेताओं में नेताओं को बनाया गया महासचिव
अभय दुबे, अभय तिवारी, अमित शर्मा,अनीस मामू 5, अनुभा मुंजारे 6. विंग कमांडर।अनुमा आचार्य,अशोक मसकोले, आतिफ अकील, अविनाश भार्गव, बाबू जंडेल, बैजनाथ कुशवाह, चंदर सिंह सोंधिया , चेतन यादव, दिनेश गुर्जर, गौरव रघुवंशी, घनश्याम सिंह, गुड्डु राजा बुंदेला, गुरमीत सिंह (मंगू), ग्यारसी लाल रावत, हर्ष विजय गहलोत, हर्ष यादव, हीरा लाल अलावा, जय सिंह ठाकुर, जतिन उइके, जयश्री हरिकरण, कविता पांडे, किरण अहिरवार, माया राजेश त्रिवेदी 29. श्री मृणाल पंत 30. श्री नारायण पट्टा, निधि चतुर्वेदी, निलय डागा, निर्मल मेहता, पंकज उपाध्याय, फुंदे लाल मार्को, प्रभु सिंह ठाकुर (दांगी), प्रताप ग्रेवाल, प्रतिभा रघुवंशी, प्रवीण पाठक, राधे बघेल, रघु परमार, राजा बघेल, राजकुमार केलू उपाध्याय, रजनीश सिंह, रामू टेकाम, रामवीर सिकरवार, राव यादवेंद्र सिंह यादव, रेखा चौधरी, आरके दोगनेई, रोशनी यादव, साधना भारती, संजय कामले। संजय शर्मा, संजय यादव, संजीव सक्सैना, शैलेन्द्र पटेल, सोहन वाल्मिकी, सुखेन्द्र सिंह बन्ना, सुनील जयसवाल, सुनील शर्मा, सुनील उइके, सुरेंद्र सिंह ठाकुर “शेरा”,सुरेश राजे, विद्यावती पटेल, विक्रांत भूरिया, विनय बाकलीवाल, विनय सक्सैना, विनोद कुमार वासनिक, विपिन वानखेड़े, वीरेन्द्र द्विवेदी यासुफ क्रप्पा।
33 स्थायी आमंत्रित सदस्य बनाया
1 आलोक चतुर्वेदी 2 अरुण श्रीवास्तव 3. बलराम बच्चन 4 बालमुकुंद गौतम 5 भूपेन्द्र गुप्ता 6 चौधरी राकेश सिंह 7 दिलीप गुर्जर 8 गंगा तिवारी 9 गोरखी वैरागी 10 गोविंद गोयल 11 हेमंत कटारे 12 हुकुम सिंह कराड़ा 13 जेपी धनोपिया 14 केपी सिंह 15 मानक अग्रवाल 16 महेंद्र सिंह चौहान 17 मुकेश नायक 18 एनपी प्रजापति 19 नरेंद्र नाहटा 20 पीसी शर्मा 21 प्रताप भानु शर्मा 22 राजा पटेरिया 23 राजेंद्र कुमार सिंह 24 राजमणि पटेल 25 रामेश्वर नीखरा 26 सईद अहमद 27 सज्जन सिंह वर्मा 28 सुभाष सोजतिया 29 शोभा ओझा 30 तरूण भनोट 31 विजय लक्ष्मी साधो 32 यादवेन्द्र सिंह 33 विक्रम सिंह नातीराजा
40 विशेष आमंत्रित सदस्य
1 अभय मिश्रा 2 अजय टंडन 3 आलोक मिश्रा 4 अश्विन जोशी 5 आसिफ जकी 6 अर्चना जयसवाल 7 अंजू बघेल 8 आभा सिंह 9 बालकिरन पटेल 10 बलवीर तोमर 11 चंद्रिका प्रसाद द्विवेदी 12 दीपक जोशी 13 गोपाल सिंह चौहान (डग्गी राजा) 14 गोविंद मुजाल्दिया 15 जगदीश सैनी 16 जीवन पटेल 17 कादिर सोनी 18 कैलाश कुंडल 19 कैलाश परमार 20 कौशल्या गोटिया 21 मैथिली शरण तिवारी 22 मुजीब कुरेशी 23 पंडित हरिओम शर्मा 24 पारस सकलेचा 25 प्रकाश जैन 26 प्रमोद टंडन 27 प्रताप लोधी 28 राजेंद्र मिश्रा 29 राजकुमार पटेल 30 रमेश चौधरी 31 रामसेवक गुर्जर 32 साजिद अली (एडवोकेट) 33 सम्मति सैनी 34 सुनील जैन 35 वीके बाथम 36 वीके जौहरी 37 वाशुदेव शर्मा 38 वीर सिंह आनंदीलाल 39 विमलेन्द्र रमाकन्द तिवारी 40 विश्वेश्वर भगत
सभी का रखा ख्याल
कांग्रेस के कार्यकारणी में जहां महिलाओं को उचित प्रतिनिधित्व दिया गया है तो क्षेत्र का भी ध्यान रखा गया है कि किसी भी क्षेत्र से प्रतिनिधित्व अछूता न रहे दलित, आदिवासी, पिछड़े तथा अल्पसंख्यक इन सभी तबकों को कार्यकारिनी में समाहित किया है। युवा तथा वरिष्ठों के बीच संतुलन भी बनाया गया है। ज्यादातर 50 से नीचे की उम्र के कार्यकर्ताओं को नेता के रूप में स्थान मिला है तो वहीं वरिष्ठों के अनुभव के लाभ के लिए वरिष्ठजनो को भी सम्मानजनक प्रतिनिधित्व मिला है।