ISRO चीफ से अनंत ने पूछा क्या चांद पर एलियंस हैं? एस सोमनाथ ने यूं दिया जवाब

अंतरिक्ष में दिलचस्पी रखने वाले 9 साल के अनंतपद्मनाभन ने अपनी रूचि के अनुसार ISRO चीफ एस सोमनाथ से कुछ सवाल किए। अनंत के सवालों का जवाब एस सोमनाथ ने खुद दिया जिसके बाद बच्चे की खुशी का ठिकाना नहीं रहा।

बता दें कि अनंतपद्मनाभन आंखों से जुड़ी बीमारी कन्जेनिटल मायोपिया से पीड़ित हैं। ISRO चीफ ने एक वीडियो के जरिए अनंत के सवालों का जवाब दिया है।

क्या चांद पर एलियंस हैं?- अनंत
मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक, अनंत ने एस सोमनाथ से कई तरह के सवाल किए। जिसमें ‘भारत इंसानों को अंतरिक्ष में कब भेजेगा?’, ‘क्या चांद पर एलियंस हैं?’, और क्या अतंरिक्ष में जानवरों को भेजने की कोई योजना है?

अनंत के सभी सवालों के जवाब ISRO चीफ एस सोमनाथ ने दिए। ISRO चीफ ने अनंत से कहा कि ISRO साल 2040 तक इंसानों को अंतरिक्ष में भेजने की योजना बना रहा है। वहीं, उन्होंने दूसरे सवाल का जवाब देते हुए कहा कि चांद पर एलियंस मौजूद नहीं है और चांद पर जानवरों को भेजने की अभी कोई योजना नहीं है।

ISRO चीफ से अपने सभी सवालों के तुरंत मिले जवाबों के बाद अनंत काफी खुश हुए। एस सोमनाथ ने अनंत के जल्द ही स्वस्थ्य होने की कामना की और उससे मिलने की भी इच्छा जताई।

वर्कला के पास चेन्नानकोडे के रहने वाले अनंतपद्मनाभन को जन्म से ही उनकी खराब दृष्टि के कारण समय-समय पर इलाज के तहत 18 अप्रैल को अस्पताल में भर्ती कराया गया था। वह कल्लाम्बलम के रोज़ डेल इंग्लिश मीडियम स्कूल में चौथी कक्षा के छात्र हैं।

अनंत के सवाल सोमनाथ तक कैसे पहुंचे?
बता दें कि जिस अस्पताल में अनंत का इलाज चल रहा था वहां अनंत के कमरे के बगल में एक मरीज को भर्ती कराया गया और उसने अनंतपद्मनाभन को इसरो अध्यक्ष तक पहुंचने में मदद की।

उस मरीज से मुलाकात के दौरान अनंतपद्मनाभन ने अंतरिक्ष और चंद्रमा के बारे में सवाल पूछे। उस व्यक्ति ने धीरे से लड़के से कहा कि वह उसकी शंकाओं का उत्तर देने वाला व्यक्ति नहीं है। इसके बाद मरीज ने लड़के के जिज्ञासु सवालों वाली वीडियो क्लिप रिकॉर्ड की और सोमनाथ को ईमेल कर दी।

जिसके बाद इसरो चीफ एस सोमनाथ ने उसके सभी सवालों का तुरंत जवाब दिया। इसरो चीफ की तत्काल प्रतिक्रिया ने लड़के को सातवें आसमान पर पहुंचा दिया।

खबरों के अनुसार, अनंतपद्मनाभन ने कहा कि मैं बहुत खुश हूं कि मुझे इसरो चेयरमैन से जवाब मिला। मुझे अंतरिक्ष विज्ञान में रुचि है। मैं इसके बारे में और अधिक जानना चाहता हूं। हालाँकि मैंने भविष्य की योजनाओं के बारे में कुछ भी तय नहीं किया है, लेकिन इस विषय में मेरी गहरी दिलचस्पी है।

मां ने भी जताई खुशी
उनकी मां अथिरा एस कुरुप ने भी अपनी खुशी साझा की। उन्होंने कहा, मुझे खुशी है कि मेरे बेटे को इसरो चेयरमैन से सराहना मिली। मैं इस बात से बहुत खुश हूं कि इलाज के अच्छे नतीजे आए। जब से इलाज शुरू हुआ है तब से अच्छा बदलाव आया है। वह अब स्पष्ट रूप से पढ़ सकता है। हालांकि अभी उसका इलाज जारी रहेगा।

अनंतपद्मनभन के दादा शशिधर कुरुप ने कहा कि लड़के को बहुत कम उम्र से ही अंतरिक्ष विज्ञान के प्रति रुचि थी। उन्होंने कहा, उन्हें हर बार संदेह होता था और वह अपने शिक्षकों से पूछते थे। ज्ञान के प्रति उनकी खोज असाधारण है। अब इसरो चेयरमैन के जवाब ने सभी को उत्साहित और खुश कर दिया है।

बता दें कि अनंतपद्मनाभन के पिता दिथीश एलबी दुबई में कार्यरत हैं।

Back to top button