भारतीय मूल के अमूल थापर नहीं बन पाएंगे अमेरिकी सुप्रीम कोर्ट के जज

वॉशिंगटन: भारतीय-अमेरिकी न्यायाधीश अमूल थापर सुप्रीम कोर्ट के जज बनने की दौड़ से बाहर हो गए हैं. वह उन अंतिम तीन लोगों की सूची में जगह नहीं बना पाए, जिनमें से ट्रंप इस पद के लिए अपने पंसदीदा उम्मीदवार को नामित करेंगे. मीडिया की रिपोट में यह जानकारी दी गई. सुप्रीम कोर्ट जस्टिस एंथनी केनेडी की जगह लेने के लिए ट्रंप सोमवार को अपने उम्मीदवारों की घोषणा करेंगे. केनेडी ने पिछले माह अपनी सेवानिवृत्ति की घोषणा की थी. व्हाइट हाउस के अनुसार अमेरिकी राष्ट्रपति ने 25 न्यायाधीशों की सूची में से सात के साथ बातचीत की थी.भारतीय मूल के अमूल थापर नहीं बन पाएंगे अमेरिकी सुप्रीम कोर्ट के जज

ट्रंप ने दो जुलाई को जिन पहले चार उम्मीदवारों से बातचीत की थी, उनमें 49 वर्षीय भारतीय-अमेरिकी न्यायविद अमूल थापर शामिल थे. नेशनल पब्लिक रेडियो (एनपीआर) के अनुसार ट्रंप ने अपने संभावित उम्मीदवारों की सूची छोटी कर केवल तीन नाम रखे हैं. इनमें ब्रेट कावानाह, अमी कोनी बैरेट और रेमंड केथलेग शामिल हैं. पहले दो इस पद के प्रबल दावेदार हैं. हालांकि ट्रंप की घोषणा के बाद ही अंतिम उम्मीदवार का पता चलेगा.

यह दूसरा मौका है जब ट्रंप के इंटरव्यू के बाद थापर इस दौड़ से बाहर हुए हैं. वर्ष 2016 में न्यायाधी एंटोनिन स्कालिया के निधन के बाद भी थापर को शॉर्टलिस्ट किया गया था. लेकिन अंतत : ट्रंप ने नील गोर्सच को नामित किया था. कुछ दिन पहले चयन प्रकिया पर सवाल किए जाने के बाद ट्रंप ने पत्रकारों से कहा था मैं रविवार तक निर्णय ले लूंगा. सोमवार को इसकी घोषणा करूंगा. ट्रंप ने शुक्रवार को उप राष्ट्रपति माइक पेंस से भी नामंकन को लेकर चर्चा की थी.

अमेरिका के अटार्नी रह चुके थापर ने 1991 में बोस्टन कॉलेज से ग्रेजुएशन किया था. उन्होंने यूनिवर्सिटी ऑफ कैलीफोर्निया से कानून की पढ़ाई की है. वह यूएस सर्किट कोर्ट ऑफ अपील्स में भी रह चुके हैं. पिछले साल उन्हें केंटकी का जिला जज नियुक्त किया गया था. थापर अमेरिका में जज बनने वाले पहले दक्षिण एशियाई हैं.

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