अमित काले ने सफलता के कई राज बताए , उन्होंने कहा कि इस परीक्षा में पास करने के लिए क्या करने की है जरूरत..

 सिविल सेवा को पास करना कोई आसान काम नहीं है। इस परीक्षा में सफलता हासिल करने के लिए एड़ी-चोटी का जोर लगाना पड़ता है। हर साल लाखों बच्चे इस परीक्षा में बैठते हैं, लेकिन कुछ सैकड़ों ही बाजी मार सकते हैं। इस परीक्षा में सफलता हासिल करने के लिए लाखों युवा महंगी कोचिंग में दाखिला लेते हैं। युवा अलग-अलग रणनीति बनाते हैं। हालांकि, जो छात्र एक अच्छी रणनीति बनाकर पढ़ाई करते हैं उन्हें अमूमन सफलता मिल ही जाती है। आज हम अमित काले की बात करेंगे, जिन्होंने सिविल सेवा को पास करने के लिए अपनी अलग रणनीति बनाई और उस रणनीति के माध्यम से उन्होंने आईएएस बनने का सफर पूरा किया।

इस रणनीति के तहत किया विषयों का अध्ययन

अमित के अनुसार, अभ्यर्थी को अपनी क्षमता का आकलन करना चाहिए। साथ ही यह देखना चाहिए कि वह किन विषयों में कमजोर है और किन विषयों में मजबूत है, जिससे उसे पता चल सके कि किन विषयों को गहराई से पढ़ना है। अमित काले ने यूपीएससी की तैयारी के दौरान सबसे पहले यह देखा कि आसान विषय कौन से हैं और कठिन विषय कौन से हैं। उन्होंने आसान और कठिन विषयों की सूची बनाकर अलग-अलग भागों में बांट ली। इसके बाद उन्होंने सबसे पहले आसान विषयों पर पकड़ मजबूत करना शुरू की। वहीं, कठिन विषयों को लेकर बाद में गहराई से पढ़ना शुरू किया।चौथे प्रयास में पास किया परीक्षा

अमित काले ने रणनीति बनाकर यूपीएससी की तैयारी की। उन्होंने कड़ी मेहनत कर पहला प्रयास दिया, लेकिन वह अंतिम चरण तक नहीं पहुंच सके। उन्होंने हिम्मत न हारते हुए दूसरा प्रयास किया और इस चरण में भी उनकी प्रिलिम्स की परीक्षा पास हुई, लेकिन वह फाइनल राउंड तक नहीं पहुंच सके। उन्होंने पहले के मुकाबले अधिक मेहनत की और तीसरा प्रयास दिया। इस बार उन्होंने सिविल सेवा को क्रैक कर दिया, लेकिन रैंक ठीक न आने की वजह से उन्हें आईएएस सेवा नहीं मिली। हालांकि, उन्होंने हार नहीं मानी और फिर से तैयारी में जुट गए और चौथे प्रयास में उन्होंने सिविल सेवा को क्रैक कर 2018 में आईएएस बनन का सफर पूरा किया।

सही दिशा में प्रयास करने से मिलती है सफलता

अमित काले के मुताबिक, यदि सही दिशा में प्रयास किया जाए, तो सफलता जरूर मिलती है। ऐसे में किसी दूसरे टॉपर की रणनीति कॉपी करने के बजाय अभ्यर्थी अपनी क्षमताओं के हिसाब से रणनीति तैयार कर परीक्षा की तैयारी करे। क्योंकि, खुद का आकलन कर बनाई गई रणनीति ज्यादा फायदेमंद होती है। ऐसे में दूसरों को कॉपी करने से बचना चाहिए और खुद के ऊपर व खुद की रणनीति पर काम करना चाहिए। हालांकि, इसके साथ-साथ सही दिशा में प्रयास करना जरूरी है।

अमित काले की कहानी हमें बताती है कि कोई भी लक्ष्य पाना असंभव नहीं होता है। हमें अपने लक्ष्य को पाने के लिए सही दिशा में प्रयास करने के साथ एक अच्छी रणनीति की जरूरत होती है, जिससे हमारे लक्ष्य तक पहुंचने की संभावना बढ़ जाती है।

Back to top button