ओपी राजभर और चाचा शिवपाल पर निशाना साधते हुए अखिलेश यादव ने कही ये बड़ी बात…

समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष अखिलेश यादव ने सोमवार को सुभासपा प्रमुख ओपी राजभर और अपने चाचा शिवपाल यादव पर पहली बार खुला हमला बोला। अखिलेश यादव ने यहां तक कहा कि जाने वाले को कौन रोक सकता है। राष्ट्रपति चुनाव में वोटिंग के दौरान ही बीजेपी के दावे पर अखिलेश यादव ने बड़ा आरोप भी लगाया। राष्ट्रपति चुनाव में वोट देकर निकले अखिलेश यादव ने मीडिया से बातचीत की। इस दौरान उन्होंने बढ़ती मंहगाई, दूध उत्पादों पर बढ़ाए गए जीएसटी और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के रेवड़ी वाले बयान पर भी प्रतिक्रिया दी। 

अखिलेश यादव ने कहा कि राष्ट्रपति चुनाव में साजिश रची गई है। इसी के तहत पहले दो डिप्टी सीएम ने ट्वीट किया और चाचा शिवपाल ने चिट्ठी लिखी है। अखिलेश ने कहा कि जाने वाले को कोई रोक नही सकता। दिल्ली से चिट्ठी पॉलिटिक्स की गई। चाचा से चिट्ठी लिखवाई गईं। लोकसभा मे सपा घेरेगी। सुभासपा प्रमुख ओम प्रकाश राजभर के गठबंधन तोड़ने पर अखिलेश ने कहा कि जिन पार्टी को जो फैसला लेना है वो ले सकते हैं। अखिलेश ने कहा कि समाजवादियों के प्रति भाजपा की भाषा हमेशा से खराब रही। 

सपा प्रमुख ने बीजेपी के दावे पर कहा कि अगर एसपी के विधायक बीजेपी के संपर्क में हैं तो बीजपी उनकी लिस्ट जारी करे। बीजेपी से ज्यादा अच्छा गुमराह करने किसी को नहीं आता है। बीजेपी के चरित्र को सब कोई जानता है। वोटिंग से पहले बीजेपी ने दावा किया था कि सपा के 25 से 30 विधायक हमारे संपर्क मे हैं। 

इसी दौरान अखिलेश यादव ने दुध उत्पादों की कीमत बढ़ने पर ट्वीट कर कहा कि आज से आटा, दही, पनीर से लेकर ब्लेड, शार्पनर, एलईडी, इलाज, सफर सब पर जीएसटी की जो मार आम जनता पर पड़ी है, उससे दुखी होकर जीएसटी का एक नया भाव-अर्थ सामने आया है। गयी सारी तनख्वाह। पीएम मोदी के रेवडी वाले बयान पर उन्होंने कहा कि रेवड़ी की परिभाषा क्या है, बीजेपी को बताना चाहिए रेवड़ी क्या है।

जनता को फ्री बिजली देना चाहिए। राष्ट्रपति चुनाव पर अखिलेश ने कहा कि लोकतंत्र बचे इसलिए यशवंत सिन्हा को वोट दे रहा हूं। कम से कम अर्थव्यवस्था पर कोई चर्चा हो सके, उसके लिए वोट दिया है। इससे पहले रविवार को सुभासपा प्रमुख ने कहा था कि सपा गठबंधन टूटा तो बसपा के साथ हम जा सकते हैं। हम बीजेपी नहीं बल्कि द्रौपदी मुर्मू का समर्थन कर रहे हैं।

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