आंवला में सीएम योगी ने चलाए राष्ट्रवाद के तीर, बरेली में अखिलेश यादव

बरेली में रविवार का दिन राजनीतिक दृष्टिकोण से खास रहा। एक ओर आंवला में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने अपने चिर परिचित अंदाज में विपक्षियों पर तीखे वार किए। राष्ट्रवाद के मुद्दे पर सपा, बसपा व कांग्रेस को घेरा। देश की सुरक्षा, विकास, सुशासन सहित अन्य उपलब्धियां भी गिनाईं। वहीं, शहर में आयोजित जनसभा में सपा मुखिया अखिलेश यादव ने विशेष अंदाज में भाजपा की चुटकी ली। बरेली में भाजपा में अंतरकलह के मुद्दे को मंच से उछाला। महंगाई, बेरोजगारी सहित जनता से जुड़े अन्य मुद्दों पर भी सरकार को घेरा। जनता को झांसे में न आने की सलाह दी।

आंवला में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि विपक्षी गठबंधन सत्ता पाकर तुष्टीकरण की राजनीति करते हुए देश के विभाजन की आधारशिला रखना चाहता है। पिछले एक दशक में मोदी सरकार ने देश की आंतरिक सुरक्षा मजबूत करने के साथ ही ऐसा काम किया है कि भारत में कहीं पटाखे छूटते हैं तो डर से पाकिस्तान सफाई देने लगता है।

आंवला संसदीय सीट से भाजपा प्रत्याशी धर्मेंद्र कश्यप के समर्थन में रविवार को आयोजित जनसभा में मुख्यमंत्री ने कहा कि ये लोग दंगाइयों व माफिया को गले का हार बनाकर घूमते थे। भाजपा सरकार में माफिया गले में तख्ती लगाकर घूम रहा है कि साहब, एक बार जान बख्श दो। माफिया को मेहनत करना सिखाओ। वे कमजोरों को तबाह करेंगे। नौजवानों को तमंचा देंगे, लेकिन हमें युवाओं के हाथ में टैबलेट देना है। हमें व्यापारियों से रंगदारी वसूली करने वाली नहीं, स्वनिधि देने वाली सरकार चाहिए। स्वामित्व योजना में मालिकाना हक देने वाली सरकार चाहिए।

सीएम ने कहा कि मोदी ने देश को सुरक्षा व विकास का विजन दिया है। सुरक्षा की गारंटी केवल भाजपा ही दे सकती है। किसी के बहकावे में न आएं। जो देश के साथ है, आप उसके साथ रहें। देश, सुरक्षा व वोट आपका है तो सरकार भी आपकी होनी चाहिए। देश से बढ़कर कोई नहीं है। देशहित में ही हमारा हित है, इसलिए पहला काम मतदान। देश के विकास, सुरक्षा, सनातन आस्था का सम्मान करने वाली सरकार चाहिए, जो केवल भाजपा ही देगी।

उन्होंने अपील की कि हमें राष्ट्रवादी मिशन के साथ आगे बढ़ते हुए मोदी को तीसरा कार्यकाल देना है।उन्होंने कहा कि कांग्रेस ने 60-65 वर्ष तो सपा-बसपा ने प्रदेश में तीन-चार बार शासन किया, फिर भी इन्होंने समस्याएं पैदा कीं। सत्ता से वंचित होने के बाद सपा, कांग्रेस, बसपा के लोग ऐसे तड़प रहे हैं जैसे पानी के बिना मछली तड़पती है।

सीएम ने कांग्रेस, सपा-बसपा से पूछे दस सवाल
सीएम ने कहा कि यक्ष ने धर्मराज युधिष्ठिर से 100 प्रश्न पूछे थे। हम सपा, बसपा व कांग्रेस से 10 प्रश्न पूछना चाहते हैं। उन्होंने सवाल किया कि देश के सामने पहचान, सुरक्षा का संकट पैदा करने वाले कौन हैं? देश को विकास से वंचित करने, भुखमरी से हुई मौतों का दोषी कौन? किसानों की मौत का जिम्मेदार कौन?

सपा, बसपा व कांग्रेस सरकार में तुष्टीकरण की घातक नीति के कारण हुए दंगे, निर्दोषों की मौत और व्यापारियों के नुकसान का दोषी कौन? भ्रष्टाचार के कारण भारत के बाधित विकास का दोषी कौन? बेरोजगारी के कारण वर्ष 2014 के पहले पलायन करने वाले नौजवानों के जीवन से खिलवाड़ करने का दोषी कौन?

बिजली-पानी से जनता को वंचित करने का दोषी कौन? इतने दशकों तक शासन करने के बाद भी कांग्रेस, सपा व बसपा ने आस्था से खिलवाड़ किया, इसका दोषी कौन है? फिर उन्होंने पूछा कि क्या ये लोग माफिया से निपटने का काम कर पाएंगे, जवाब मिला- नहीं।

अखिलेश बोले- भाजपा में सतह पर अंतरकलह
बरेली में सपा मुखिया अखिलेश यादव ने कहा कि भाजपा को इस बात की चिंता करनी चाहिए कि बरेली में उसके एक नेता दूसरे को सुरमा लगा रहे हैं। जनसभा के बाद आयोजित प्रेसवार्ता में आजम खां की फोटो से जुड़े सवाल के जवाब में कहा कि हमारे पार्टी कार्यालय में उनकी फोटो है। आप अपनी आंखें चेक कराओ। तुम सुरमा नहीं लगाते हो। अगर सुरमा लगाओगे तो आंखें ठीक रहेंगी।

गठबंधन की सरकार बनने पर मंगलसूत्र तक वापस लेने के सवाल पर कहा कि भाजपा नेता महंगाई, बेरोजगारी जैसे मुद्दों से ध्यान हटाने के लिए इस तरह की बातें कर रहे हैं। पत्रकारों ने पूछा कि मुख्यमंत्री कह रहे हैं कि आप मुख्तार अंसारी के यहां जाकर फातिहा पढ़ते हैं तो अखिलेश का जवाब था कि यह बात आप अपनी तरफ से कह रहे हैं।

अगर मुख्यमंत्री ने ऐसा कहा है तो चुनाव आयोग उन पर कार्रवाई करे। इंडिया गठबंधन में प्रधानमंत्री का चेहरा कौन होगा? इस सवाल पर अखिलेश का कहना था कि जो आपको अच्छा लगे। भाजपा के चार सौ पार के दावे पर बोले- हमारी सब सीटें आ रही हैं, बस एक पर लड़ाई है। अखिलेश ने इस बात पर भी तंज कसा कि आपने योगी जी का वीडियो नहीं देखा योग करते हुए, पहले वह योग तो सीखें।

बदायूं का टिकट बदलने पर अखिलेश यादव ने कहा कि यह पार्टी का आंतरिक मामला है। छुट्टा पशुओं की समस्या पर कहा कि सरकार बनते ही प्रधानमंत्री ने 15 दिन में यह समस्या खत्म करने की बात कही थी पर किया कुछ नहीं।

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