अजमेर : दरगाह में मंदिर का दावा करने वाले परिवादी को सरवर चिश्ती ने अपराधी बताया
अजमेर स्थित ख्वाजा मोइनुद्दीन हसन चिश्ती की दरगाह में शिव मंदिर होने का दावा करते हुए एक परिवाद दायर किया गया है। यह परिवाद हिंदू सेना के राष्ट्रीय अध्यक्ष विष्णु गुप्ता द्वारा दायर किया गया है, जिसके बाद अजमेर दरगाह से जुड़े लोगों की प्रतिक्रियाएं सामने आने लगी हैं।
आज परिवाद पर अजमेर न्यायालय में सुनवाई होनी थी लेकिन क्षेत्राधिकार मुद्दे की आपत्तियों को दूर करने के लिए इसे 10 अक्टूबर 2024 तक स्थगित कर दिया गया है। वादी के वकील द्वारा न्यायालय को सूचित किया गया कि वादी ने अनजाने में सिविल जज, सीनियर डिवीजन के समक्ष वर्तमान वाद दायर कर दिया है तथा सिविल जज, पश्चिम अजमेर की अदालत के पास इसका क्षेत्राधिकार है, इसलिए अब वादी जिला न्यायाधीश के समक्ष मामले को क्षेत्राधिकार वाली अदालत में स्थानांतरित करने के लिए उचित आवेदन प्रस्तुत करेगा। इस दलील पर मामले की सुनवाई आगामी 10 अक्टूबर तक स्थगित कर दी गई है।
उधर इस मामले में अजमेर दरगाह के खादिमों की संस्था अंजुमन सैयद जादगान के सचिव ने आपत्ति जताते हुए पत्रकारों से बातचीत की, जिसमें उन्होंने कहा कि परिवाद दायर करने वाला विष्णु गुप्ता आपराधिक प्रवृत्ति का व्यक्ति है। दरगाह को लेकर इस तरह की बातें बर्दाश्त नहीं की जाएंगी। सरवर चिश्ती ने कहा कि पिछले 10 सालों से मुसलमानों को टारगेट किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि विष्णु गुप्ता क्रिमिनल प्रवृत्ति का व्यक्ति है, इस पर 9 एफआईआर दर्ज हुई हैं और इसे 2 साल के लिए तड़ीपार रहने के लिए भी कहा था।
सरवर ने कहा कि इससे पहले सिमरन नाम का एक व्यक्ति आया था, जिसने कलेक्ट्रेट में ख्वाजा गरीब नवाज की शान में गुस्ताखी की। इस मामले में पुलिस को केस दर्ज करना चाहिए था, हमारा बच्चा यदि कुछ करता है तो पुलिस तुरंत केस दर्ज कर लेती है। सरवर ने कहा कि ख्वाजा साहब की दरगाह गंगा-जमुनी तहजीब को प्रमोट करती है। यहां हर मजहब और जाति के लोग आते है लेकिन प्राइमरली सब इंस्टीट्यूशन है। यह कोई खेल-तमाशा या मजाक नहीं है।
उन्होंने कहा कि हमें फॉर ग्रांटेड ना लिया जाए, हम बुजदिल या डरपोक नहीं हैं। उन्होंने कहा कि पिछले 10 सालों से मुसलमानों को परेशान किया जा रहा है। कभी एनआरसी, कभी सीएए, कभी कुछ और कभी कुछ। सचिव सैयद सरवर चिश्ती ने कहा कि इस तरह की हरकत हम बर्दाश्त नहीं करेंगे और गरीब नवाज की दरगाह को लेकर इस तरह की बयानबाजी करने वालों की हम कड़े शब्दों में निंदा करते हैं।