अजमेर विद्युत वितरण निगम लिमिटेड अब हाथों हाथ देगा बिजली के बिल
1 जनवरी से अजमेर विद्युत वितरण निगम लिमिटेड अपने उपभोक्ताओं को मीटर रीडिंग के साथ ही हाथों हाथ बिजली का बिल देगा। निगम का मानना है कि ऑन स्पॉट बिलिंग से उपभोक्ताओं को राहत मिलेगी और बिल में किसी भी प्रकार की गड़बड़ी की मीटर रीडर को तुरन्त शिकायत दर्ज करवाकर निस्तारण करवा सकेंगे।
अजमेर विद्युत वितरण निगम लिमिटेड से जुड़े उपभोक्ताओं को अब बिजली का बिल मीटर रीडिंग के समय ही मिल जाया करेगा। मौके पर ही बिल जनरेट होने से उपभोक्ता को गड़बड़ी या त्रुटि की समस्या से निजात मिल सकेगी। साथ ही यदि कोई शिकायत है, तो उसका भी हाथों हाथ निस्तारण हो सकेगा। यह नई व्यवस्था 1 जनवरी से निगम के अधीन केकड़ी सहित प्रदेश के 17 जिलों में एक साथ लागू की जा रही है।
AVVNL के केकड़ी एक्सईएन अरुण जांगिड़ ने बताया कि निगम की ओर से बीसीआईटीएस नामक कंपनी को यह कार्य सौंपा गया है लेकिन इस नई व्यवस्था में भी मीटर रीडर निगम का कर्मचारी ही रहेगा। उन्होंने बताया कि मीटर रीडर जब रीडिंग लेने पहुंचेगा तो वह संबंधित उपभोक्ता के खाते में ऑनलाइन रीडिंग दर्ज करेगा। इस दौरान रीडर को मीटर की फोटो भी विभाग की एप पर अपलोड करनी होगी। तत्पश्चात निगम की एप से तत्काल उपभोक्ता का बिल जनरेट हो जाएगा, जिसे वह अपने पास मौजूद छोटे प्रिंटर से प्रिंट कर उपभोक्ता को दे देगा। यदि उपभोक्ता को इसमें कोई गड़बड़ी लगती है तो वह तत्काल रीडर को अपनी शिकायत भी दर्ज करवा सकेगा।
केकड़ी वृत्त में है 1 लाख 26 हजार उपभोक्ता
उन्होंने बताया कि निगम के केकड़ी वृत्त में 4 विद्युत उपखंड हैं, जिनमें कुल 1,26,754 बिजली उपभोक्ता हैं। इस नई व्यवस्था के तहत चारों सब डिवीजन में कुल मिलाकर 132 मशीनें उपलब्ध कराई जाएंगी, जिनका विभाजन इस प्रकार किया गया है
केकड़ी सब डिवीजन 33724 उपभोक्ता 34 मशीन
सरवाड़ सब डिवीजन 38699 उपभोक्ता 40 मशीन
भिनाय सब डिवीजन 32085 उपभोक्ता 34 मशीन
सावर सब डिवीजन 22246 उपभोक्ता 24 मशीन
शिकायतों से निजात मिलेगी
निगम के केकड़ी एक्सईएन अरुण जांगिड़ ने बताया कि नई व्यवस्था के लिए निगम की ओर से संबंधित बीसीआईटीएस कंपनी को कार्यभार सौंपा गया है। कंपनी की ओर से सॉफ्टवेयर व उसके माध्यम से एप भी तैयार है। इस व्यवस्था के लागू होने से उपभोक्ताओं को बिल देरी से मिलने या उसमें त्रुटि रहने की शिकायत से निजात मिलेगी।
काश्तकार व बड़े उद्योग शामिल नहीं
इस नई व्यवस्था से फिलहाल काश्तकारों और बड़े उद्योगों को अलग रखा गया है। उन्हें पूर्व की भांति ही बिल सौंपा जाएगा, जबकि नई व्यवस्था में शामिल उपभोक्ताओं को दो माह के बजाय प्रतिमाह बिल मिलेगा।
उल्लेखनीय है कि अजमेर विद्युत वितरण निगम लिमिटेड प्रदेश के 17 जिलों के उपभोक्ताओं को विद्युत वितरण, मीटर रीडिंग और बिल जनरेट करने के काम कर रहा है। इनमें केकड़ी सहित ब्यावर, अजमेर, नागौर, झुंझुनूं, सीकर, डूंगरपुर, कुचामन-डीडवाना, चित्तौड़गढ़, भीलवाड़ा, बांसवाड़ा, नीम का थाना, प्रतापगढ़, राजसमंद, सलूंबर, शाहपुरा और उदयपुर जिले शामिल हैं।