आउट होने के बाद वापस बैटिंग करने आए अजिंक्य रहाणे, अंपायर ने लिया हैरान करने वाला फैसला
इस समय खेली जा रही रणजी ट्रॉफी में अंपायरिंग को लेकर कई तरह के सवाल खड़े हो रहे हैं। खासकर मुंबई और जम्मू-कश्मीर के बीच खेले जा रहे मैच में। श्रेयस अय्यर ने अंपायरिंग को लेकर बहस की ही थी। इसी मैच में अजिंक्य रहाणे और शार्दूल ठाकुर के साथ कुछ हैरान करने वाला मामला हो गया।
रहाणे इस मैच में आउट होकर वापस पवेलियन लौट गए थे और उनकी जगह शार्दूल ठाकुर बल्लेबाजी करने उतर आए थे। लेकिन पांच मिनट बाद अंपायर ने रहाणे को वापस मैदान पर बुला लिया और ठाकुर को बाहर भेज दिया।
अंपायर से हो गई गलती
मामला मुंबई की दूसरी पारी के 25वें ओवर का है। मैच के दूसरे दिन शुक्रवार को उमर नजीर ने रहाणे को विकेटकीपर के हाथों कैच करा दिया था। इसके बाद शुरू हुआ ड्रामा। रहाणे आउट होकर ड्रेसिंग रूम में लौट गए थे और उनकी जगह शार्दूल ठाकुर मैदान पर आ गए थे। इसी दौरान अंपायरों ने नो बॉल चेक की। इसमें कुछ समय लगा और कुछ रिप्ले देखने के बाद तीसरे अंपायर ने पाया का जिस गेंद पर रहाणे आउट हुए हैं वो नो बॉल है।
इसके बाद मैदानी अंपायर ने ठाकुर को बाहर जाने को कहा और रहाणे को दोबारा बल्लेबाजी के लिए बुला लिया। जब रहाणे मैदान पर आए तो अंपायरों ने उनसे कहा कि उन्होंने मुंबई के कप्तान से रुकने को कहा था, लेकिन रहाणे ने ये सुना नहीं था।
क्या है नियम
नियम के मुताबिक, अंपायर को अगर लगता है कि बल्लेबाज आउट दिए बिना मैदान छोड़ देता है, ये मानते हुए कि वह आउट है तो अंपायर उसे वापस बुला सकता है और गेंद को डैड बॉल करार दे सकता है। इसी कारण अंपायरों ने रहाणे को वापस बुला लिया। हालांकि, रहाणे ज्यादा देर टिक नहीं सके और अगले ओवर में पारस डोगरा ने उनका शानदार कैच लपका। लेकिन इस मामले के बाद घरेलू क्रिकेट में अंपायरिंग को लेकर एक बार फिर सवाल खड़े हो रहे हैं।