एक बार फिर मामूली विवाद को लेकर सुलगा सहारनपुर, ये थी वजह…
उत्तर प्रदेश का सहारनपुर जिला एक बार फिर सुलग उठा, लेकिन समय रहते पुलिस ने हालात को काबू में कर लिया. यहां दीपावली के दिन पटाखे को लेकर हुए मामूली विवाद ने विकराल रूप धारण कर लिया. दो पक्षों में उसी विवाद को लेकर गोलिया चलीं और पथराव हुआ. इसमें करीब आधा दर्जन लोग घायल हो गए. पुलिस ने लोगों को समझाकर शांत किया.
एसपी देहात विधा सागर मिश्रा ने बताया कि क्षेत्र के गांव तलहेड़ी बुजुर्ग में विगत 19 अक्तूबर की रात्रि संदीप अपने साथियों के साथ एक दुकान के सामने पटाखे छुड़ा रहा था. इसी दौरान पड़ोस में रहने वाले निशांत शर्मा ने दुकान पर पटाखे रखे होने की बात कहते हुए वहां आतिशबाजी करने से मना किया तो इस पर संदीप ने उसके साथ मारपीट कर दी.
उन्होंने बताया कि उस समय तो मामला निपट गया, लेकिन रविवार को इसी रंजिश के चलते दोनों पक्ष फिर से आमने-सामने आ गए. देखते ही देखते उनके बीच पथराव होने लगा. दोनों पक्षों के बीच फायरिंग भी हुई. इसमें गोली लगने से मनीष उर्फ पिंटू घायल हो गया, जबकि पथराव में संदीप, शशिमोहन, मोनू, नीटू, निशांत शर्मा आदि घायल हो गए.
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क्षेत्राधिकारी सिद्धार्थ और कोतवाल पंकज त्यागी भारी पुलिस बल के साथ गांव में पहुंचे और स्थिति को नियंत्रण किया. इसके बाद पुलिस ने घायलों को उपचार के लिए सरकारी अस्पताल में भर्ती कराया. प्राथमिक उपचार के बाद मनीष को जिला अस्पताल रेफर कर दिया गया. पुलिस ने दोनों पक्षों के कई लोगों को हिरासत में लिया है.
बताते चलें कि कुछ महीने पहले ही सहारनपुर में जातीय हिंसा हुई थी. यहां ठाकुर और दलित समाज के लोग एक-दूसरे के आमने-सामने आ गए थे. इस हिंसा में जहां कई लोगों की मौत हुई, वहीं भारी जानमाल का नुकसान हुआ था. हिंसात्मक घटनाओं को देखते हुए पूरे शहर में धारा 144 लागू कर दिया गया था. सोशल मीडिया पर बैन हो गया था.
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने प्रदेश की जनता से भड़का बयानों पर ध्यान न देने की आज अपील की थी. उन्होंने कहा कि कुछ लोग प्रदेश के हित में राज्य सरकार द्वारा किए जा रहे प्रयासों को पचा नहीं पा रहे हैं. ऐसे लोग प्रदेश में कायम अमन-चैन के माहौल को खराब करने का प्रयास कर रहे हैं. दोषियों के खिलाफ कठोर कार्रवाई की बात कही थी.