मलेशिया में नई सरकार चुने जाने के बाद अब भारत ने मलेशिया से पाम ऑयल का आयात फिर शुरू किया
करीब चार महीनों तक रोक के बाद अब भारत ने फिर से मलेशिया से पाम ऑयल का आयात शुरू कर दिया है. भारत और मलेशिया में कुछ राजनयिक तनाव के बाद यह आयात रोक दिया गया था.
भारत ने जनवरी में मलेशिया से तेल के आयात पर रोक लगा दी थी. इसे मलेशिया के प्रधानमंत्री महातिर मोहम्मद के भारत की नीतियों के खिलाफ हमलावर होने से जोड़कर देखा जा रहा था. बता दें कि महातिर कश्मीर मुद्दे से लेकर नागरिकता कानून तक, भारत की तीखी आलोचना कर चुके हैं.
मलेशिया में नई सरकार चुने जाने के बाद भारत और मलेशिया के कारोबारी रिश्तों में सुधार हुआ है. पिछले हफ्ते मलेशिया ने भारत से रिकॉर्ड 1 लाख टन चावल की खरीद का सौदा किया था.
न्यूज एजेंसी रॉयटर्स के मुताबिक इसके बाद एक प्रमुख भारतीय निर्यातक ने मलेशिया से 2 लाख टन क्रूड पाम ऑयल आयात का कॉन्ट्रैक्ट किया है.
यह ऑर्डर जून और जुलाई में भेजा जाएगा.आंकड़ों के मुताबिक 2020 के पहले चार महीनों में भारत का कुल पाम ऑयल आयात साल 2019 के इसी अवधि के मुकाबले 50 फीसदी से भी कम हो गया.
भारत दुनिया का सबसे बड़ा खाद्य तेल आयातक है. मलेशिया दुनिया का दूसरा सबसे बड़ा पाम ऑयल निर्यातक है और हाल के दिनों में वहां कीमत 10 महीने के निचले स्तर तक पहुंच गई थी.
भारत दुनिया भर में खाद्य तेल का सबसे बड़ा खरीदार है. भारत के कुल खाद्य तेल के आयात में पाम ऑयल की हिस्सेदारी दो-तिहाई है.
भारत सालाना करीब 90 लाख टन पाम ऑयल का आयात करता है जिसमें ज्यादातर तेल इंडोनेशिया और मलेशिया से ही आता है.
इन देशों के अलावा भारत अर्जेंटीना और ब्राजील से सोया तेल और यूक्रेन से सूरजमुखी का तेल भी खरीदता है.