HMPV के बाद चीन में Mpox के नए स्ट्रेन ने दी दस्तक

चीन में भी HMPV इन्फेक्शन का कहर थमा भी नहीं था कि अब यहां एक और बीमारी से दस्तक दे दी है। यहां पर Mpox का एक नया स्ट्रेन पाया गया है जो इस बीमारी का एक खतरनाक स्ट्रेन (China New strain of mpox virus outbreak) है। WHO पिछले साल ही इस बीमारी को ग्लोबल हेल्थ इमरजेंसी घोषित कर चुका है। आइए जानते हैं इससे जुड़ी जरूरी बातें।

चीन में HMPV इन्फेक्शन के बढ़ते मामलों के बीच अब यहां एक और बीमारी पैर पसारने लगी है। दरअसल, हाल ही में चीन में Mpox (mpox new strain in china) का एक नया स्ट्रेन पाया गया है। इस नए स्ट्रेन का पता खुद चीनी स्वास्थ्य अधिकारियों ने लगाया है। क्लैड आईबी (clade Ib) नाम का यह नया स्ट्रेन दुनिया के कई हिस्सों फैल रहा है। वर्ल्ड हेल्थ ऑर्गेनाइजेशन (WHO) पहले ही इस बीमारी को ग्लोबल हेल्थ इमरजेंसी घोषित कर चुका है। ऐसे में चीन में इस नए स्ट्रेन (Mpox outbreak 2025) के सामने आने के बाद से ही चिंता का माहौल है।

चीन में यह मामला रिपब्लिक ऑफ कांगो से लौटे एक व्यक्ति में पाया गया है। इसके लिए इस व्यक्ति के निकट संपर्क वाले चार लोगों में भी यह मामले सामने आए हैं। इन सभी लोगों में हल्के लक्षण पाए गए और इनमें त्वचा पर चकत्ते और छाले भी शामिल हैं। आइए जानते हैं इस वायरस से जुड़ी जरूरी बातें-

क्या है यह नया स्ट्रेन?
इससे पहले कांगो में फैले एमपॉक्स (China New strain of mpox virus outbreak) के क्लैड-I को WHO की तरफ से ग्लोबल हेल्थ इमरजेंसी घोषित किया गया था। यह दो साल में दूसरी बार था, जब इस बीमारी को इमरजेंसी घोषित किया गया था। एमपॉक्स का यह स्ट्रेन निकट संपर्क से फैलता है और त्वचा पर मवाद से भरे घालों के साथ-साथ फ्लू जैसे लक्षणों का कारण बनता है। हालांकि, यह ज्यादा गंभीर नहीं होता है और सिर्फ दुर्लभ मामलों में यह घातक हो सकता है।

वहीं, बात करें इस नए स्ट्रेन की, तो क्लैड आईबी सेक्शुअल कॉन्टैक्ट के साथ ही नियमित निकट संपर्क के जरिए ज्यादा आसानी से फैलता है। यह नया वेरिएंट बुरुंडी, केन्या, रवांडा और युगांडा जैसे पड़ोसी देशों में फैल चुका है।

क्यों खतरनाक है यह नया स्ट्रेन?
एमपॉक्स का यह नया स्ट्रेन क्लैड आईबी पिछले साल भारत में भी एंट्री कर चुका है। इस स्ट्रेन को इसकी हाई टॉक्सिसिटी के लिए जाना जाता है, जो गंभीर लक्षण और जटिलताओं का कारण बन सकता है। इस स्ट्रेन से संक्रमित लोगों को हेल्थ कंडीशन से जुड़ी गंभीर समस्याओं का सामना करना पड़ता है। साथ ही इसका डेथ रेट 10% तक है। नेचर में प्रकाशित एक रिपोर्ट के अनुसार, “क्लैड आईबी अलग स्ट्रेन लगता है और बड़े पैमाने पर इंसानों के बीच संपर्क के जरिए फैल रहा है, जिसमें सेक्स भी शामिल है।

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