
मामले में वकील ने सिटी थाना में कई बार चक्कर लगाए, करीब दो महीने बाद उनकी शिकायत पर केस दर्ज किया गया है। वकील का नाम राज कुमार गुप्ता है, जो सेक्टर-14 के निवासी हैं। राज कुमार गुप्ता ने बताया कि वह बतौर वकील भिवानी कोर्ट में सरकारी नौकरी से रिटायर है।

बैंक के कस्टमर केयर नंबर को गुगल पर किया था सर्च
वकील ने बताया कि उसके भतीजे शुभम के एचडीएफसी बैंक के सेविंग खाता में कुछ दिक्कत आ रही थी। उसने 10 अप्रैल को एचडीएफसी बैंक के कस्टमर केयर के टोल फ्री नंबर को गुगल पर सर्च कर फोन किया। फोन पर उन्होंने कहा कि अभी संबंधित अधिकारी उपलब्ध नहीं है। कुछ देर बाद उसके मोबाइल पर एक अज्ञात नंबर से कॉल आई। कॉल करने वाले शख्स ने खुद को एचएफडीसी बैंक के कस्टमर केयर से बताया और कहा कि वह राहुल शर्मा बोल रहा है।
राहुल ने उसकी शिकायत बारे पूछा। उसने आरोपित राहुल के कहने पर अपना नंबर नोट करवाया तो उस शख्स ने उसके मोबाइल में एनी डेस्क एप्लीकेशन डाउनलोड करवाई। आरोपित राहुल के पूछने पर उसने अपना एचएफडीसी बैंक का खाता नंबर भी बता दिया। इसके बाद राहुल शर्मा ने उसे बातों में उलझा लिया और उसका ध्यान भटका दिया।
आरोपित ने ठग लिए 1,50,000 रुपये
ध्यान भटकाने के बाद , आरोपित ने उसके बैंक खाता से 50000-50000 रुपये करके तीन बार में पैसे निकाल लिए। कुल 1,50,000 रुपये ठग लिए गए। पीड़ित ने बताया कि उसे शक हुआ तो वह एचडीएफसी बैंक की सेक्टर-14 स्थित शाखा में गया और इस बारे शिकायत की और अपनी नेट बैकिंग बंद करने और ट्रांजेक्शन को होल्ड करवाने का निवेदन किया। आरोप है कि ब्रांच मैनेजर ने काफी देर तक कोई कार्रवाई नहीं की और कुछ देर बाद एक अन्य कर्मचारी के पास भेज दिया। वहां उससे शिकायत लिखवाई और कार्रवाई का आश्वासन दिया। लेकिन शिकायत की कोई रसीद नहीं दी।
पुलिस से भी मदद न मिलने का आरोप
11 अप्रैल को उसने पुलिस को आनलाइन शिकायत दर्ज करवाई। साइबर सेल ने उसकी शिकायत को 12 अप्रैल को सिटी थाना को भेज दिया। 14 अप्रैल को वह सिटी थाना पुलिस स्टेशन में गया। वहां आश्वासन मिला कि एक दो दिन में कार्रवाई कर दी जाएगी। इसके बाद करीब 12 बार थाना में चक्कर लगाए और लगा थाना प्रभारी से भी व्यक्तिगत तौर पर मिलकर इस मामले में कार्रवाई की मांग की, लेकिन थाना में स्टाफ की कमी बताकर और एसपी से बातचीत के बाद केस दर्ज कर कार्रवाई करने का आश्वासन दिया। आरोप है कि उसकी शिकायत पर पुलिस ने जांच नहीं की।
इसके बाद सिटी थाना प्रभारी ने उसकी शिकायत को तीन जून को अनाज मंडी पुलिस चौकी ट्रांसफर कर दिया। आरोप है कि पुलिस ने मामले में तूरंत कार्रवाई नहीं की। वहीं बैंक प्रबंधक को भी शिकायत देने के बावजूद बैंक की तरफ से उसकी पेमेंट होल्ड नहीं करवाई। करीब दो महीने तक मामले में केस दर्ज नहीं किया। पीड़ित ने बताया कि सिटी थाना पुलिस ने दो महीने बाद अब केस दर्ज किया है। पुलिस मामले में जांच कर रही है।