मां लक्ष्मी की पूजा के दौरान अपनाएं ये वास्तु टिप्स, नहीं सताएगी पैसों की कमी

वास्तु शास्त्र हिंदू प्रणाली में सबसे पुराने और महत्वपूर्ण विज्ञानों में से एक है। वास्तु शास्त्र में माना गया है कि हर चीज को एक निश्चित जगह पर रखने से घर में सकारात्मक ऊर्जा बनी रहती है। ऐसे में यदि आप पूजा-पाठ के दौरान वास्तु के कुछ खास नियमों का ध्यान रखते हैं, तो इससे आपको जीवन में कई लाभ देखने को मिल सकते हैं।

कहां रखें मंदिर
वास्तु शास्त्र के अनुसार, पूजा घर हमेशा ईशान कोण यानी उत्तर व पूर्व की बीच की दिशा में होना चाहिए। क्योंकि इस दिशा को पूजा-अर्चना के लिए बेहद शुभ माना जाता है। साथ ही इस बात का भी ध्यान रखें कि जहां आपका मंदिर हो, वहां ताजा हवा व रोशनी का पर्याप्त रूप से प्रबंध होना चाहिए। इन बातों का ध्यान रखने से लक्ष्मी जी की कृपा आप पर और आपके परिवार पर बनी रहती है।

न चढ़ाएं ऐसे फूल
मां लक्ष्मी की पूजा के दौरान हमेशा उन्हें हमेशा ताजे फल व फूलों ही अर्पित करने चाहिए। कभी भी भूमि पर गिरा हुआ फूल या फिर जिस फूल की पंखुड़ियां टूटी हुई हो, सूंघा हुआ फूल आदि को पूजा में इस्तेमाल नहीं करना चाहिए। साथ ही इस बात का भी ध्यान रखें कि फल-फूलों को तोड़कर या काट कर नहीं चढ़ाना चाहिए।

इन बातों का रखें ध्यान
इस बात का भी ध्यान रखें कि आपके पूजा घर के आसपास पुराने कपड़े, जूते, डिब्बे आदि नहीं होने चाहिए, क्योंकि इससे घर में नकारात्मक ऊर्जा उत्पन्न हो सकती है। मान्यताओं के अनुसार, लक्ष्मी जी केवल वहीं, वास करती हैं, जहां स्वच्छता होती है। ऐसे में आपको अपने घर और मंदिर में साफ-सफाई का विशेष ध्यान रखना चाहिए।

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